जयपुर. अरब सागर से उठा चक्रवात तौकते ने सोमवार रात से ही राजस्थान के कई जिलों में एंट्री कर दी है. मौसम विभाग की चेतावनी है कि इससे कई जिलों में भारी बारिश होगी. तौकते तूफान को लेकर सरकार में युद्ध स्तर पर काम चल रहा है. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत सहित प्रशासनिक अमला कोरोना संकट के साथ-साथ तौकते तूफान से किसी प्रकार की तबाही ना हो, इसकी तैयारियों में जुट गया है.
यही वजह है कि सरकार ने प्रदेश को तौकते तूफान के प्रभाव को लेकर तीन भागों में बांटा है. जिसमें पहला रेड अलर्ट, ऑरेंज अलर्ट, येलो अलर्ट कैटेगरी शामिल हैं. रेड अलर्ट जिले वह जिले हैं जहां पर मौसम विभाग के अनुसार तौकते तूफान का ज्यादा असर दिखेगा. डूंगरपुर, सिरोही, उदयपुर, जालोर और पाली में सबसे ज्यादा असर दिखने की संभावना है. जहां अति भारी बारिश और तेज हवाएं चलेंगी. वहीं, ऑरेंज अलर्ट में जयपुर, चित्तौड़, बांसवाड़ा, अजमेर, प्रतापगढ़, राजसमंद, सिरोही, बाड़मेर, जैसलमेर, जोधपुर, भीलवाड़ा, दौसा, अलवर, नागौर, चूरू, बीकानेर, झुंझुनू, सीकर, टोंक में तेज बारिश और हल्की हवाएं चलेंगी.
पढ़ें : तौकते तूफान का राजस्थान में भी असर, कई जिलों में रेड अलर्ट जारी
येलो अलर्ट में धौलपुर, झालावाड़, बारां, भरतपुर, बूंदी, करौली, कोटा जिले शामिल हैं, जहां पर हल्की हवाओं के साथ तेज बारिश होने का अनुमान है. इसके साथ हनुमानगढ़ और श्रीगंगानगर में भी हल्की बारिश की संभावना मौसम विभाग ने जताई है. मौसम विभाग के अनुसार 18 और 19 मई को प्रदेश के कई जिलों में तौकते तूफान का खासा असर रहने की आशंका जताई जा रही है. इसी के चलते मुख्यमंत्री अशोक गहलोत लगातार तौकते तूफान को लेकर मॉनिटरिंग करने के निर्देश दे रहे हैं.
जिला कलेक्टर्स और संभागीय आयुक्तों को भी अलर्ट रहने के निर्देश...
वहीं, दूसरी ओर मौसम विभाग की ओर से तौकते तूफान को लेकर जारी चेतावनी के बाद प्रदेश के आपदा प्रबंधन विभाग भी अलर्ट मोड पर आ गया है. आपदा प्रबंधन विभाग ने इसे लेकर सभी संभागीय आयुक्तों और सभी जिला कलेक्टर्स को पत्र लिखकर एहतियातन तैयारियां करने और अलर्ट मोड पर रहने के निर्देश दिए हैं. साथ ही विद्युत विभाग को भी निर्देश दिए गए हैं कि तूफान के कारण क्षतिग्रस्त होने वाली विद्युत लाइनों की तुरंत प्रभाव से मरम्मत की जाए इसके अलावा कोविड-19 और अस्पतालों में इमरजेंसी के लिए पर्याप्त संख्या में जनरेटर की व्यवस्था की जाएगी, जिससे कि तूफान से अगर नुकसान भी होता है तो मरीजों को किसी प्रकार की परेशानी का सामना नहीं करना पड़े.
![effect of cyclone tauktae in rajsthan](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/11800192_tauktae.jpeg)
जिलों में आपात बैठकों का दौर...
तौकते तूफान को लेकर सभी जिलों में जिला प्रशासन के द्वारा आपात बैठके लेकर तैयारियां रखने के निर्देश दिए गए हैं. आपदा प्रबंधन और नागरिक सुरक्षा के मामले से जुड़े लोगों को अभी मदद के लिए अलर्ट मोड पर रहने को कहा गया है. तूफान की संभावना के मद्देनजर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत खुद जिला और प्रदेश स्तर पर तल रही तैयारियों की मॉनिटरिंग कर रहे हैं. साथ ही अधिकारियों को निर्देश भी देते नजर आ रहे हैं. रविवार देर रात तक चली कोविड-19 समीक्षा बैठक में भी मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने अधिकारियों के साथ तौकते तूफान को लेकर चर्चा की थी.
ऑक्सीजन का बफर स्टॉक रखते हुए ऑक्सीजन की निर्बाध आपूर्ति सुनिश्चित के निर्देश...
राज्य में चक्रवाती तूफान से विशेष परिस्थितियां उत्पन्न होने की आशंका के देखते मुख्य सचिव निरंजन आर्य ने सभी जिला कलेक्टर्स और संभागीय आयुक्त को अलर्ट मोड पर रहने के निर्देश दिए हैं. इसके साथ ही मुख्य सचिव ने कोरोना संक्रमण को लेकर की जारी चिकित्सा व्यवस्था में भी किसी तरह की कोई दिक्कत नहीं हो, इसको लेकर भी आवश्यक दिशा-निर्देश दिए हैं. उन्होंने ऑक्सीजन का बफर स्टॉक रखने और ऑक्सीजन की निर्बाध आपूर्ति सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं.