जयपुर. कोरोना काल में करीब 10 महीने तक बंद रहे शिक्षण संस्थानों में सोमवार से एक बार फिर चहल-पहल होगी. सरकार की गाइडलाइन जारी होने के बाद सोमवार को पहली बार स्कूल कॉलेज खुलेंगे. हालांकि, स्कूलों में फिलहाल कक्षा 9 से 12 के विद्यार्थियों को ही बुलाया जा रहा है. वह भी अभिभावकों की सहमति के बाद. जबकि कॉलेज और विश्वविद्यालयों में भी कल से नियमित रूप से विद्यार्थियों की आवाजाही होगी.
ऐसे में सभी शिक्षण संस्थाओं के भवनों को सैनिटाइज किया जा रहा है और कक्षों में पर्याप्त दूरी के साथ विद्यार्थियों को बिठाने के इंतजाम किए जा रहे हैं. हालांकि, स्कूलों में सोशल डिस्टेंसिंग की पालना करवाना काफी चुनौतीपूर्ण काम माना जा रहा है.
महात्मा ज्योतिबाराव फुले विश्वविद्यालय के वीसी निर्मल पंवार का कहना है कि विद्यार्थियों खासकर हॉस्टलर्स की बाहरी गतिविधियों को नियंत्रित किया जाएगा और क्लासरूम में सोशल डिस्टेंसिंग की पालना करवाने पर खास जोर दिया जाएगा. इसके साथ ही उनका कहना है कि स्कूल कॉलेज खुलने के साथ ही विद्यार्थी, शिक्षक, स्टाफ, स्कूल-कॉलेज प्रबंधन के साथ ही अभिभावकों को भी सुचारू रूप से प्रशिक्षण दिया जाना चाहिए. ताकि कोरोना संक्रमण का खतरा कम से कम रहे.
वहीं, अक्षरधाम एकेडमी स्कूल की डायरेक्टर सीमा शर्मा का कहना है कि स्कूल भवनों को सैनिटाइज करवाया गया है और स्कूल में जगह-जगह सैनिटाइजर की व्यवस्था की जा रही है. इसके साथ ही अतिरिक्त मास्क की भी व्यवस्था की जा रही है. उनका कहना है कि विद्यार्थियों को किताबें या अन्य पाठ्यसामग्री और टिफिन आपस में शेयर नहीं करने के लिए समझाइश की जाएगी.
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सीमा शर्मा का यह भी कहना है कि हालांकि, अभिभावकों की बैठक लेकर स्कूल खुलने पर रखी जाने वाली सावधानियों के बारे में उन्हें अवगत करवाया गया है. स्कूल खुलने पर बच्चों को भी जरूरी सावधानियों के बारे में अवगत करवाया जाएगा. जिससे किसी भी तरह से कोरोना संक्रमण का खतरा नहीं रहे और बच्चे सुरक्षित रहकर पढ़ाई कर सके.