जयपुर. रीट पेपर लीक प्रकरण को लेकर रविवार ईडी की राजस्थान शाखा ने प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट (ED registered PMLA case in reet paper leak case) के तहत मामला दर्ज किया है. पूरे प्रकरण में अब तक सामने आ चुके तमाम आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है और जल्द ही सभी आरोपियों को समन देकर पूछताछ के लिए ईडी कार्यालय बुलाया जाएगा. रीट पेपर लीक प्रकरण की जांच राजस्थान एसओजी द्वारा की जा रही है और ऐसे में इस पूरे प्रकरण से संबंधित फाइल को अब ईडी के अधिकारियों की ओर से मंगाया जाएगा.
फिलहाल, प्रकरण में राजस्थान एसओजी अब तक 40 आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है. वहीं, राजस्थान एसओजी की ओर से अब तक इस प्रकरण में 1 करोड़ 22 लाख रुपए से अधिक की राशि को रिकवर किया जा चुका है. जिसके चलते ईडी ने अब प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट के तहत मामला दर्ज किया है.
जिन पर एसओजी ने नहीं डाला हाथ उन पर ईडी कसेगी शिकंजा: रीट पेपर लीक प्रकरण में कई लोगों के नाम सामने आए. लेकिन रसूख के चलते कुछ लोगों पर कार्रवाई नहीं की गई. अब ऐसे में ईडी उन तमाम लोगों को अपने जांच के दायरे में लेगी और उनके विरूद्ध कार्रवाई करेगी. जो इस पेपर लीक प्रकरण से जुड़े हुए हैं. राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के बर्खास्त किए गए अध्यक्ष डीपी जारोली से लेकर कोर्डिनेटर प्रदीप पाराशर और पेपर लीक की कड़ी में जुड़े हुए हर एक आरोपी से पूछताछ की जाएगी.
वहीं, पेपर लीक प्रकरण में जिन लोगों ने राशि का लेनदेन किया है. सबसे पहले उन्हें पूछताछ के लिए ईडी कार्यालय बुलाया जाएगा. साथ ही आरोपियों के संभावित ठिकानों पर ईडी के द्वारा छापेमारी की कार्रवाई को भी अंजाम दिया जाएगा.