जयपुर. पहले कोविड-19 और अब लापरवाही का असर जयपुर में शाही गाड़ी पैलेस ऑन व्हील्स पर देखने को मिल रहा है. जहां पहले पर्यटन निगम ने पिछले सत्र के 7 फेरे कोविड-19 के चलते रद्द कर दिए गए थे. वहीं, अब कुप्रबंधन और समुचित योजना के चलते पैलेस ऑन व्हील्स का पूरा सत्र रद्द हो गया है. बता दें कि अब शाही गाड़ी का संचालन 1 सितंबर से नए पर्यटन सत्र में ही किया जाएगा.
साथ ही पर्यटन निगम के उन दावों की भी पोल खुल गई है. जिनमें पर्यटन निगम की ओर से शाही गाड़ी पैलेस ऑन व्हील्स को 24 फरवरी से दोबारा से शुरू करने की बात की गई थी. पर्यटन निगम की ओर से 24 फरवरी से शाही गाड़ी के 4 दिन 4 रात और 3 दिन 3 रात के कुल 19 टूर किए जाने थे. इसके साथ ही शाही गाड़ी पैलेस ऑन व्हील्स के लिए जो ऑनलाइन बुकिंग शुरू की गई थी. उसका भी अच्छा रिस्पॉन्स पर्यटन निगम को नहीं मिला था.
इसके अलावा छोटे टूर पैकेज की बात करें तो छोटे टूर पैकेज में मात्र 2 पर्यटकों की ओर से बुकिंग कराई गई थी. आश्चर्य की बात यह है कि पैलेस ऑन व्हील्स की पर्यटन निगम की मांग पर पर्यटन निगम ने जिस 'एलाइड' नाम की सोशल मीडिया को महंगे दाम पर अनुबंधित किया वो भी अपेक्षित परिणाम नहीं दे सकी. जिसके बाद पर्यटन निगम प्रबंधन ने 24 फरवरी से शुरू होने वाले टूर को रद्द कर दिया था.
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इसके बाद अब और सितंबर से ही शाही ट्रेन चलाने का फैसला किया है. पर्यटन निगम के कार्यकारी निदेशक वित्त होशियार सिंह का कहना है कि केंद्र सरकार ने 31 मार्च तक वीजा रद्द रखने का निर्णय किया है. इसलिए सितंबर से सत्र को दोबारा से शुरू किया जाएगा. इसके साथ ही रेलवे ने वार्षिक रखरखाव कार्य पूरा कर दिया है. जिसमें अगले 2 सत्र के लिए 50 की बुकिंग भी मिल गई है. जिसके 80 फीसदी तक पहुंचने की संभावना है. हालांकि सूत्रों का कहना है कि वीजा संबंधी मामले विदेशी पर्यटकों के लिए हैं, लेकिन बीते दिनों फेरे घरेलू पर्यटकों को ध्यान में रखकर बनाए गए थे. जिन्हें संचालित करने में पर्यटन निगम भी नाकाम रहा था