जयपुर. राजधानी के कुछ ऐसे अस्पताल हैं, जो कोरोना जैसी आपदा में भी अवसर तलाशने में जुटे हैं और मरीजों से लूट खसोट करने का काम कर रहे हैं. ऐसा ही एक मामला जयपुर सीकेएस अस्पताल और मणिपाल अस्पताल में देखने को मिला. जहां रेमडेसिविर इंजेक्शन मरीजों को महंगी दर पर बेचे जा रहे थे, जबकि सरकार ने इन इंजेक्शन के रेट तय कर दिए हैं. जिसके बाद औषधि नियंत्रक की एक टीम ने इन अस्पतालों पर कार्रवाई की है.
औषधि नियंत्रक राजाराम शर्मा ने बताया टीम ने जयपुर के सीकर रोड स्थित सीकेएस हॉस्पिटल और विद्याधर नगर स्थित मणिपाल अस्पताल का निरीक्षण कर जांच की. उन्होंने बताया कि दोनों अस्पतालों मे रेमडेसिविर इंजेक्शन को सरकारी रेट 2800 रुपए के मुकाबले 5400 रुपए में विक्रय करना पाया गया. दोनों अस्पतालों में विक्रय बिल नियमानुसार संधारित नहीं पाए गए.
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शर्मा ने बताया कि मणिपाल अस्पताल में फार्मासिस्ट की अनुपस्थिति में सेड्यूल H और H1 की औषधियों का बेचान करना पाया गया. दोनों अस्पतालों को राज्य सरकार द्वारा रेमडेसिविर इंजेक्शन की निर्धारित दर पता होने के बावजूद मरीजों से अधिक वसूली करना भी पाया गया. जिसके बाद औषधि नियंत्रक विभाग ने अस्पतालों के विरुद्ध नियमानुसार कार्रवाई के लिए उच्चाधिकारियों को रिपोर्ट पेश कर दी है.