जयपुर. पब्लिक ट्रांसपोर्ट में अहम भूमिका निभाने वाली जयपुर मेट्रो के सेकंड फेस का डीपीआर एक बार फिर से बदलने की कवायद है. इससे पहले इसे दो बार बदला जा चुका है. राजस्थान सरकार ने बजट के दौरान भी इसका जिक्र किया है. डीपीआर की प्रक्रिया शुरू करने के निर्देश दिए गए हैं.
इस बार डीपीआर दिल्ली मेट्रो कॉरपोरेशन तैयार करेगी. इसके लिए पिछली डीपीआर को जेएमआरसी की ओर से डीएमआरसी को भेजी गई है. 2014 में 10 हजार 394 करोड़ की जयपुर मेट्रो के सेकंड फेज की डीपीआर तैयार की गई थी. बाद में न्यू मेट्रो पॉलिसी के साथ कई कंपोनेंट आए और अब 5 साल बीत जाने के बाद इसका रिवाइज करने की आवश्यकता महसूस हुई. जिसका रिव्यू करने के लिए फिलहाल जेएमआरसी की ओर से दिल्ली मेट्रो कॉरपोरेशन को भेजा गया है.
हाल ही में बजट सत्र में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने फेज टू की डीपीआर तैयार करने की घोषणा की. ऐसे में ये तीसरा मौका है जब मेट्रो फेज 2 की डीपीआर बदली जाएगी. इससे पहले कांग्रेस सरकार के पिछले कार्यकाल और पूर्वर्ती बीजेपी सरकार की ओर से फेज टू की डीपीआर को बदला जा चुका है.
जयपुर मेट्रो एमडी सुबीर कुमार ने बताया कि नवंबर तक डीएमआरसी नई डीपीआर सबमिट कर देगी. इस प्रोजेक्ट रिपोर्ट में फेज टू की लागत और इसका रूट तय होगा. उन्होंने बताया कि पब्लिक डिमांड और पुरानी डीपीआर के अनुसार अब तक फेस 2 का रूट सबसे ज्यादा फुटफॉल वाले क्षेत्र टोंक रोड को ही माना जा रहा है.
शहरवासियों को फिलहाल इंतजार फेस वन बी पार्ट यानी भूमिगत मेट्रो का है. इस बीच ही फेस टू की डीपीआर भी बनकर तैयार हो जाएगी. देखना होगा कि दिल्ली मेट्रो कॉरपोरेशन जयपुर के किस रूट को फेस टू के लिए उपयुक्त मानता है और इसके लिए कितना बजट निर्धारित किया जाता है.