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REET Paper Leak : डोटासरा ने फिर साधा निशाना, कहा- पहले एक राय तो बना लें भाजपा के नेता...

राजस्थान रीट पेपर लीक मामले में बीजेपी और कांग्रेस आमने-सामने हैं. बीजेपी लगातार सीबीआई जांच की मांग (BJP Demands CBI Inquiry In REET 2021) कर रही है, जबकि प्रदेश सरकार ने सीबीआई जांच से मना कर दिया है. इस मुद्दे पर दोनों पार्टियों के नेता एक दूसरे पर सियासी हमला कर रहे हैं.

Dotasara Target In BJP
रीट परीक्षा अनियमितता मामले में डोटासरा
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Published : Jan 30, 2022, 2:13 PM IST

जयपुर. रीट परीक्षा अनियमितता को लेकर चल रहे सियासी उबाल के बीच इस प्रकरण की सीबीआई जांच की मांग को सत्तारूढ़ कांग्रेस ने सिरे से खारिज कर दिया है. वहीं, पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा (Dotasara Target In BJP) ने भाजपा पर इस मामले में राजनीति करने का आरोप लगाया और यह तक कह दिया कि पहले भाजपा के नेता इस मामले में एक राय बना कर बयान दें. डोटासरा ने कहा कि इस मामले में दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा, लेकिन पहले एसओजी को अपनी जांच तो पूरी कर लेने दें.

बीजेपी पर जमकर बरसे डोटासरा : रीट पेपर लीक मामले में जारी सियासी खींच-तान के बीच अब गोविंद सिंह डोटासरा ने बीजेपी पर हमला बोलते हुए कहा कि पिछली भाजपा सरकार के कार्यकाल में पेपर लीक मामलों को लेकर ठोस कानून बनाने की बात आई, लेकिन तब कुछ नहीं किया गया. अब हमारी सरकार आगामी विधानसभा सत्र में इस मामले में ठोस कानून बनाने जा रही है. डोटासरा ने कहा कि एसओजी (SOG) ने अब तक जो कार्रवाई की है, उसकी तारीफ खुद नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया ने की है.

पढ़ें: REET 2021: पांच बार निरस्त, नकल गिरोह का पर्दाफाश, शिक्षा संकुल और बोर्ड कार्यालय तक पहुंची पेपर लीक की आंच...सरकार की जमकर फजीहत

लेकिन भाजपा के ही दूसरे नेता, चाहे सतीश पूनिया हों या फिर किरोड़ी लाल मीणा, अब भी इस मामले पर सीबीआई जांच की बात कहते हैं. डोटासरा ने कहा कि चाहे बीजेपी के लोग हो या कोई नेता, मंत्री किसी की भी मिली भगत सामने आ रही है तो वह एसओजी को इसका सबूत दे. हम खुद चाहते हैं कि इस मामले में दोषियों पर सख्त से सख्त कार्रवाई हो और इसी दिशा में एसओजी काम भी कर रही है. लेकिन बीजेपी के लोग इस मामले में केवल सियासत कर रहे जो उचित नहीं है.

रीट परीक्षा अनियमितता मामले में डोटासरा

पूर्व सीएम वसुंधरा राजे पर भी साधा निशाना : डोटासरा ने कहा कि अब पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे भी ट्वीट करके इस प्रकरण की सीबीआई जांच के लिए कहती हैं, जबकि उनके कार्यकाल में पेपर लीक के जब मामले हुए तब कई संगठन की मांग के बाद भी जांच क्यों नहीं करवाई. डोटासरा (Dotasara Target In Vasundhara) ने कहा कि जिस तेज गति से एसओजी ने इस पूरे प्रकरण में खुलासे कर कार्रवाई की है वो सबके सामने है. जब एसओजी चार्जशीट पेश कर देगी और उसके बाद भी यदि किसी को कोई कमी नजर आएगी तो हम खुद सरकार से डिमांड करेंगे कि इस पहलू पर भी जांच करवाएं.

पढ़ें: रीट पेपर लीक का आरोपी राम कृपाल मीणा निकला भूमाफिया, जेडीए ने दी तीन दिन में कार्रवाई की चेतावनी

गौरतलब है कि भाजपा लगातार इस मामले में रीट की परीक्षा निरस्त करने और मामले की सीबीआई जांच करवाने की मांग कर रही है. वहीं, गुलाबचंद कटारिया एसओजी की जांच पर भरोसा जताते हुए फिलहाल सीबीआई जांच की मांग नहीं कर रहे हैं. लेकिन बीजेपी के तमाम नेता सीबीआई जांच की लगातार मांग कर रहे हैं.

केंद्र सरकार पर जुबानी हमला...
गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा कि आज पूरे देश में शहीद दिवस मनाया जा रहा है और लोगों ने 2 मिनट का मौन रखकर राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि दी है. उन्होंने कहा कि आज के दिन देश को आजाद कराने वाले और अहिंसा का पाठ पढ़ाने वाले महात्मा गांधी की नाथूराम गोडसे ने हत्या कर दी थी. आज के दिन देश सहित पूरा विश्व महात्मा गांधी जी को नमन करता है, उन्होंने केंद्र सरकार पर जुबानी हमला बोलते हुए कहा कि दुर्भाग्य से आज केंद्र में नाथूराम गोडसे की विचारधारा को मानने वाले लोग सत्ता में आ गए हैं.

भाजपा की सांसद साध्वी प्रज्ञा भी नाथूराम गोडसे को ही आदर्श मानती है. यही भारतीय जनता पार्टी और केंद्र में सत्ता में बैठे लोगों का चेहरा हैं. उन्होंने कहा कि महात्मा गांधी ने देश को आजाद कराने के साथ-साथ हमें आगे बढ़ने का एक मार्ग भी दिखाया. वह मार्ग सत्य, अहिंसा, स्वच्छता, भाइचारे और सांप्रदायिक सौहार्द का मार्ग है. उन्हीं के इन मार्गो पर कांग्रेस पार्टी चलती है और आगे भी इसी तरह से चलती रहेगी.

रीट परीक्षा अनियमितता मामले में भाजपा ने की परीक्षा निरस्त कर जारोली के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने की मांग...
रविवार को एक बयान जारी कर रामलाल शर्मा ने कहा कि एसओजी की मौजूदा कार्रवाई के बाद यह साफ हो चुका है कि रीट परीक्षा का पेपर लीक हुआ और इसमें करोड़ों रुपए का लेनदेन भी हुआ. लेकिन सरकार ने माध्यमिक शिक्षा बोर्ड अध्यक्ष पद से बीपी जारोली को केवल बर्खास्त करने का काम किया. जबकि जो तार प्रदीप पाराशर और राम कृपाल मीणा के जुड़े हुए हैं. उसके बाद जारोली के खिलाफ भी मुकदमा दर्ज किया जाना चाहिए था. रामलाल शर्मा ने यह भी कहा कि जब पेपर लीक होने का खुलासा हो गया उसके बाद सरकार को यह परीक्षा नए सिरे से करवाना चाहिए. साथ ही मामले की जांच सीबीआई को सौंपने की मांग भी रामलाल शर्मा ने की.

जयपुर. रीट परीक्षा अनियमितता को लेकर चल रहे सियासी उबाल के बीच इस प्रकरण की सीबीआई जांच की मांग को सत्तारूढ़ कांग्रेस ने सिरे से खारिज कर दिया है. वहीं, पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा (Dotasara Target In BJP) ने भाजपा पर इस मामले में राजनीति करने का आरोप लगाया और यह तक कह दिया कि पहले भाजपा के नेता इस मामले में एक राय बना कर बयान दें. डोटासरा ने कहा कि इस मामले में दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा, लेकिन पहले एसओजी को अपनी जांच तो पूरी कर लेने दें.

बीजेपी पर जमकर बरसे डोटासरा : रीट पेपर लीक मामले में जारी सियासी खींच-तान के बीच अब गोविंद सिंह डोटासरा ने बीजेपी पर हमला बोलते हुए कहा कि पिछली भाजपा सरकार के कार्यकाल में पेपर लीक मामलों को लेकर ठोस कानून बनाने की बात आई, लेकिन तब कुछ नहीं किया गया. अब हमारी सरकार आगामी विधानसभा सत्र में इस मामले में ठोस कानून बनाने जा रही है. डोटासरा ने कहा कि एसओजी (SOG) ने अब तक जो कार्रवाई की है, उसकी तारीफ खुद नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया ने की है.

पढ़ें: REET 2021: पांच बार निरस्त, नकल गिरोह का पर्दाफाश, शिक्षा संकुल और बोर्ड कार्यालय तक पहुंची पेपर लीक की आंच...सरकार की जमकर फजीहत

लेकिन भाजपा के ही दूसरे नेता, चाहे सतीश पूनिया हों या फिर किरोड़ी लाल मीणा, अब भी इस मामले पर सीबीआई जांच की बात कहते हैं. डोटासरा ने कहा कि चाहे बीजेपी के लोग हो या कोई नेता, मंत्री किसी की भी मिली भगत सामने आ रही है तो वह एसओजी को इसका सबूत दे. हम खुद चाहते हैं कि इस मामले में दोषियों पर सख्त से सख्त कार्रवाई हो और इसी दिशा में एसओजी काम भी कर रही है. लेकिन बीजेपी के लोग इस मामले में केवल सियासत कर रहे जो उचित नहीं है.

रीट परीक्षा अनियमितता मामले में डोटासरा

पूर्व सीएम वसुंधरा राजे पर भी साधा निशाना : डोटासरा ने कहा कि अब पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे भी ट्वीट करके इस प्रकरण की सीबीआई जांच के लिए कहती हैं, जबकि उनके कार्यकाल में पेपर लीक के जब मामले हुए तब कई संगठन की मांग के बाद भी जांच क्यों नहीं करवाई. डोटासरा (Dotasara Target In Vasundhara) ने कहा कि जिस तेज गति से एसओजी ने इस पूरे प्रकरण में खुलासे कर कार्रवाई की है वो सबके सामने है. जब एसओजी चार्जशीट पेश कर देगी और उसके बाद भी यदि किसी को कोई कमी नजर आएगी तो हम खुद सरकार से डिमांड करेंगे कि इस पहलू पर भी जांच करवाएं.

पढ़ें: रीट पेपर लीक का आरोपी राम कृपाल मीणा निकला भूमाफिया, जेडीए ने दी तीन दिन में कार्रवाई की चेतावनी

गौरतलब है कि भाजपा लगातार इस मामले में रीट की परीक्षा निरस्त करने और मामले की सीबीआई जांच करवाने की मांग कर रही है. वहीं, गुलाबचंद कटारिया एसओजी की जांच पर भरोसा जताते हुए फिलहाल सीबीआई जांच की मांग नहीं कर रहे हैं. लेकिन बीजेपी के तमाम नेता सीबीआई जांच की लगातार मांग कर रहे हैं.

केंद्र सरकार पर जुबानी हमला...
गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा कि आज पूरे देश में शहीद दिवस मनाया जा रहा है और लोगों ने 2 मिनट का मौन रखकर राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि दी है. उन्होंने कहा कि आज के दिन देश को आजाद कराने वाले और अहिंसा का पाठ पढ़ाने वाले महात्मा गांधी की नाथूराम गोडसे ने हत्या कर दी थी. आज के दिन देश सहित पूरा विश्व महात्मा गांधी जी को नमन करता है, उन्होंने केंद्र सरकार पर जुबानी हमला बोलते हुए कहा कि दुर्भाग्य से आज केंद्र में नाथूराम गोडसे की विचारधारा को मानने वाले लोग सत्ता में आ गए हैं.

भाजपा की सांसद साध्वी प्रज्ञा भी नाथूराम गोडसे को ही आदर्श मानती है. यही भारतीय जनता पार्टी और केंद्र में सत्ता में बैठे लोगों का चेहरा हैं. उन्होंने कहा कि महात्मा गांधी ने देश को आजाद कराने के साथ-साथ हमें आगे बढ़ने का एक मार्ग भी दिखाया. वह मार्ग सत्य, अहिंसा, स्वच्छता, भाइचारे और सांप्रदायिक सौहार्द का मार्ग है. उन्हीं के इन मार्गो पर कांग्रेस पार्टी चलती है और आगे भी इसी तरह से चलती रहेगी.

रीट परीक्षा अनियमितता मामले में भाजपा ने की परीक्षा निरस्त कर जारोली के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने की मांग...
रविवार को एक बयान जारी कर रामलाल शर्मा ने कहा कि एसओजी की मौजूदा कार्रवाई के बाद यह साफ हो चुका है कि रीट परीक्षा का पेपर लीक हुआ और इसमें करोड़ों रुपए का लेनदेन भी हुआ. लेकिन सरकार ने माध्यमिक शिक्षा बोर्ड अध्यक्ष पद से बीपी जारोली को केवल बर्खास्त करने का काम किया. जबकि जो तार प्रदीप पाराशर और राम कृपाल मीणा के जुड़े हुए हैं. उसके बाद जारोली के खिलाफ भी मुकदमा दर्ज किया जाना चाहिए था. रामलाल शर्मा ने यह भी कहा कि जब पेपर लीक होने का खुलासा हो गया उसके बाद सरकार को यह परीक्षा नए सिरे से करवाना चाहिए. साथ ही मामले की जांच सीबीआई को सौंपने की मांग भी रामलाल शर्मा ने की.

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