जयपुर. एसओजी ने गुरुवार को राजधानी जयपुर में एक बड़ी कार्रवाई को अंजाम देते हुए करोड़ों रुपए की ठगी की वारदात को अंजाम देने वाली एक ऐसी गैंग का पर्दाफाश किया है. जिसका मास्टरमाइंड एक चिकित्सक है. यह गैंग केवल चिकित्सकों को ही अपनी ठगी का शिकार बनाया करती. गैंग में चिकित्सक के अलावा एक बैंक कर्मी और वित्तीय संस्थाओं के पदाधिकारी भी शामिल है. अब तक यह गैंग सैकड़ों चिकित्सकों को करोड़ों रुपए की ठगी का शिकार बना चुकी है. गैंग चिकित्सकों को लोन दिलाकर शेयर मार्केट में इन्वेस्ट करने के नाम पर ठगी करती.
इस गैंग का मास्टरमाइंड डॉ.राम लखन डिसानिया है. जिसने गैंग में शामिल अपने अन्य साथी अमित शर्मा और नेहा जैन के साथ मिलकर ही इस ठगी की पूरी वारदात को अंजाम दिया है. गैंग के सदस्य चिकित्सकों से संपर्क करते और उन्हें बड़ी होटलों में मीटिंग व पार्टियों के लिए बुलाते. इस दौरान शेयर मार्केट में निवेश कर मोटा मुनाफा कमाने का लालच देते और अपने जाल में फंसा कर ठगी का शिकार बनाते.
शेयर मार्केट में रुपए इन्वेस्ट करने का झांसा देकर प्रतिमाह 10 हजार से 1 लाख रुपए तक का मुनाफा देने का लालच दिया जाता. इसके साथ ही निवेश के लिए जो लोन दिलवाया जाता उसको चुकाने के लिए भी मासिक ईएमआई मुनाफे की राशि से चुकानी का झांसा दिया जाता. चिकित्सकों का विश्वास जीतने के लिए गैंग द्वारा वर्ल्ड ट्रेड पार्क में एक ऑफिस का भी संचालन किया गया.
इसके साथ ही चिकित्सक ज्यादा से ज्यादा रुपए ऋण लेकर शेयर मार्केट में इन्वेस्ट करें. इसके लिए उन्हें विभिन्न तरह के उपहारों का भी प्रलोभन दिया जाता. जिसमें आईफोन और लग्जरी कार तक शामिल हैं. चिकित्सकों को ऋण दिलवाकर जो राशि शेयर मार्केट में इन्वेस्ट करने के नाम पर ली जाती उसे शेयर मार्केट में इन्वेस्ट ना कर गिरोह के सदस्य अपने ही कामों में खपाया करते. फिलहाल गिरफ्त में आए गैंग के सरगना सहित अन्य सदस्यों से एसओजी मुख्यालय में पूछताछ जारी है.