जयपुर. जिले के प्रभारी सचिव सुबोध अग्रवाल ने सोमवार को अपनी दूसरी समीक्षा बैठक ली. जिसमें आवारा कुत्तों के आतंक का मुद्दा छाया रहा. शहर में आवारा कुत्तों के काटने की समस्या से निदान के लिए अधिकारियों की टास्क फोर्स गठित की जाएगी. इसके अलावा अधिक पानी खींचने के लिए बूस्टर लगाने और शौचालय को लेकर भी चर्चा की गई.
बैठक में अधिकारियों से चर्चा करते हुए सुबोध अग्रवाल ने कहा कि कुत्तों के काटने से जयपुर शहर की बदनामी हो रही है. इतनी कार्रवाई होने के बाद भी अभी तक जयपुर शहर में कुत्तों के आतंक की समस्या बनी हुई है. निगम अधिकारियों ने बैठक में बताया कि कुत्तों की नसबंदी करने की प्रक्रिया लगातार चल रही है. इस पर सुबोध अग्रवाल ने सवाल उठाते हुए कहा कि जब नसबंदी की जा रही है तो कुत्तों की संख्या लगातार क्यों बढ़ रही है?
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निगम अधिकारियों ने बताया कि कुत्तों को वैक्सीन भी दिया जा रहा है, जिससे कुत्तों के काटने के बावजूद लोगों को रैबीज नहीं होगी. ऐसे कुत्तों के कान पर कट का निशान लगा दिया जाता है. उन्होंने कहा की कुत्तों की नसबंदी में 3 दिन का समय लगता है और सुप्रीम कोर्ट की गाइडलाइन के अनुसार उन्हें जहां से उठाया जाता है, वहीं छोड़ा जाता है.
बैठक में चर्चा के बाद तय किया गया कि जनता को कुत्तों के काटने को लेकर एक टास्क फोर्स भी बनाई जाएगी. यह टास्क फोर्स कोर्ट के निर्णय और अन्य प्रावधानों की परिधि में कुत्तों द्वारा लोगों को काटने की घटनाओं में कमी और इससे होने वाली रैबीज रोग की रोकथाम के लिए अपने सुझाव देगी.
बूस्टर से पानी लेकर कमर्शियल उपयोग किया तो होगी कानूनी कार्रवाई
बैठक में बूस्टर से अवैध तरीके से पानी लेने को लेकर भी चर्चा की गई. जिस पर पीएचईडी के अधिकारियों ने सुबोध अग्रवाल को बताया कि पूरे नियम के अनुसार जनता को पानी पहुंचा रहे हैं और बूस्टर पर भी लगातार कार्रवाई की जा रही है. उनकी कार्रवाई से संतुष्ट होकर सुबोध अग्रवाल ने मीटिंग एजेंडे से बूस्टर की कार्रवाई को हटाने के लिए कहा.
इसी दौरान कलेक्टर जगरूप सिंह यादव ने कहा कि बूस्टर पर कार्रवाई लगातार जारी रखें. साथ ही कहा कि कई जगह बूस्टर अभी भी लगे हुए हैं. उन्हें नोटिस दिया जाए और यदि फिर भी वह बूस्टर नहीं हटाते हैं तो उनकी पानी सप्लाई बंद की जाए. साथ ही उसकी पूरी रिपोर्ट जिला प्रशासन को दी जाए.
प्रभारी सचिव सुबोध अग्रवाल ने बताया कि जयपुर शहर के शौचालय को लेकर भी बैठक में चर्चा की गई. उन्होंने कहा कि शौचालय के मेंटेनेंस और उन्हें और बेहतर बनाने को लेकर बैठक में चर्चा की गई, ताकि बाहर से आने वाले और जयपुर के लोगों को बेहतर सुविधाएं उपलब्ध करा सकें.