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जयपुरः प्रभारी सचिव की बैठक में छाया आवारा कुत्तों का मुद्दा, निजात दिलाने के लिए बनेगी टास्क फोर्स - कुत्तों के आतंक

जयपुर जिले के प्रभारी सचिव सुबोध अग्रावाल ने दूसरी समीक्षा बैठक ली. जिसमें शहर में कुत्तों के आतंक को लेकर चर्चा की गई. कुत्तों की समस्या से निदान के लिए अधिकारियों की टास्क फोर्स गठित की जाएगी.

Review meeting in Jaipur, जयपुर न्यूज
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Published : Sep 30, 2019, 7:34 PM IST

जयपुर. जिले के प्रभारी सचिव सुबोध अग्रवाल ने सोमवार को अपनी दूसरी समीक्षा बैठक ली. जिसमें आवारा कुत्तों के आतंक का मुद्दा छाया रहा. शहर में आवारा कुत्तों के काटने की समस्या से निदान के लिए अधिकारियों की टास्क फोर्स गठित की जाएगी. इसके अलावा अधिक पानी खींचने के लिए बूस्टर लगाने और शौचालय को लेकर भी चर्चा की गई.

बैठक में अधिकारियों से चर्चा करते हुए सुबोध अग्रवाल ने कहा कि कुत्तों के काटने से जयपुर शहर की बदनामी हो रही है. इतनी कार्रवाई होने के बाद भी अभी तक जयपुर शहर में कुत्तों के आतंक की समस्या बनी हुई है. निगम अधिकारियों ने बैठक में बताया कि कुत्तों की नसबंदी करने की प्रक्रिया लगातार चल रही है. इस पर सुबोध अग्रवाल ने सवाल उठाते हुए कहा कि जब नसबंदी की जा रही है तो कुत्तों की संख्या लगातार क्यों बढ़ रही है?

पढ़ें- जिन इलाकों से पाबंदियां हटा दी गईं हैं, वहां खुल सकती हैं दुकानें: JK प्रशासन

निगम अधिकारियों ने बताया कि कुत्तों को वैक्सीन भी दिया जा रहा है, जिससे कुत्तों के काटने के बावजूद लोगों को रैबीज नहीं होगी. ऐसे कुत्तों के कान पर कट का निशान लगा दिया जाता है. उन्होंने कहा की कुत्तों की नसबंदी में 3 दिन का समय लगता है और सुप्रीम कोर्ट की गाइडलाइन के अनुसार उन्हें जहां से उठाया जाता है, वहीं छोड़ा जाता है.

जयपुर में प्रभारी सचिव ने ली दूसरी समीक्षा बैठक

बैठक में चर्चा के बाद तय किया गया कि जनता को कुत्तों के काटने को लेकर एक टास्क फोर्स भी बनाई जाएगी. यह टास्क फोर्स कोर्ट के निर्णय और अन्य प्रावधानों की परिधि में कुत्तों द्वारा लोगों को काटने की घटनाओं में कमी और इससे होने वाली रैबीज रोग की रोकथाम के लिए अपने सुझाव देगी.

बूस्टर से पानी लेकर कमर्शियल उपयोग किया तो होगी कानूनी कार्रवाई

बैठक में बूस्टर से अवैध तरीके से पानी लेने को लेकर भी चर्चा की गई. जिस पर पीएचईडी के अधिकारियों ने सुबोध अग्रवाल को बताया कि पूरे नियम के अनुसार जनता को पानी पहुंचा रहे हैं और बूस्टर पर भी लगातार कार्रवाई की जा रही है. उनकी कार्रवाई से संतुष्ट होकर सुबोध अग्रवाल ने मीटिंग एजेंडे से बूस्टर की कार्रवाई को हटाने के लिए कहा.

इसी दौरान कलेक्टर जगरूप सिंह यादव ने कहा कि बूस्टर पर कार्रवाई लगातार जारी रखें. साथ ही कहा कि कई जगह बूस्टर अभी भी लगे हुए हैं. उन्हें नोटिस दिया जाए और यदि फिर भी वह बूस्टर नहीं हटाते हैं तो उनकी पानी सप्लाई बंद की जाए. साथ ही उसकी पूरी रिपोर्ट जिला प्रशासन को दी जाए.

प्रभारी सचिव सुबोध अग्रवाल ने बताया कि जयपुर शहर के शौचालय को लेकर भी बैठक में चर्चा की गई. उन्होंने कहा कि शौचालय के मेंटेनेंस और उन्हें और बेहतर बनाने को लेकर बैठक में चर्चा की गई, ताकि बाहर से आने वाले और जयपुर के लोगों को बेहतर सुविधाएं उपलब्ध करा सकें.

जयपुर. जिले के प्रभारी सचिव सुबोध अग्रवाल ने सोमवार को अपनी दूसरी समीक्षा बैठक ली. जिसमें आवारा कुत्तों के आतंक का मुद्दा छाया रहा. शहर में आवारा कुत्तों के काटने की समस्या से निदान के लिए अधिकारियों की टास्क फोर्स गठित की जाएगी. इसके अलावा अधिक पानी खींचने के लिए बूस्टर लगाने और शौचालय को लेकर भी चर्चा की गई.

बैठक में अधिकारियों से चर्चा करते हुए सुबोध अग्रवाल ने कहा कि कुत्तों के काटने से जयपुर शहर की बदनामी हो रही है. इतनी कार्रवाई होने के बाद भी अभी तक जयपुर शहर में कुत्तों के आतंक की समस्या बनी हुई है. निगम अधिकारियों ने बैठक में बताया कि कुत्तों की नसबंदी करने की प्रक्रिया लगातार चल रही है. इस पर सुबोध अग्रवाल ने सवाल उठाते हुए कहा कि जब नसबंदी की जा रही है तो कुत्तों की संख्या लगातार क्यों बढ़ रही है?

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निगम अधिकारियों ने बताया कि कुत्तों को वैक्सीन भी दिया जा रहा है, जिससे कुत्तों के काटने के बावजूद लोगों को रैबीज नहीं होगी. ऐसे कुत्तों के कान पर कट का निशान लगा दिया जाता है. उन्होंने कहा की कुत्तों की नसबंदी में 3 दिन का समय लगता है और सुप्रीम कोर्ट की गाइडलाइन के अनुसार उन्हें जहां से उठाया जाता है, वहीं छोड़ा जाता है.

जयपुर में प्रभारी सचिव ने ली दूसरी समीक्षा बैठक

बैठक में चर्चा के बाद तय किया गया कि जनता को कुत्तों के काटने को लेकर एक टास्क फोर्स भी बनाई जाएगी. यह टास्क फोर्स कोर्ट के निर्णय और अन्य प्रावधानों की परिधि में कुत्तों द्वारा लोगों को काटने की घटनाओं में कमी और इससे होने वाली रैबीज रोग की रोकथाम के लिए अपने सुझाव देगी.

बूस्टर से पानी लेकर कमर्शियल उपयोग किया तो होगी कानूनी कार्रवाई

बैठक में बूस्टर से अवैध तरीके से पानी लेने को लेकर भी चर्चा की गई. जिस पर पीएचईडी के अधिकारियों ने सुबोध अग्रवाल को बताया कि पूरे नियम के अनुसार जनता को पानी पहुंचा रहे हैं और बूस्टर पर भी लगातार कार्रवाई की जा रही है. उनकी कार्रवाई से संतुष्ट होकर सुबोध अग्रवाल ने मीटिंग एजेंडे से बूस्टर की कार्रवाई को हटाने के लिए कहा.

इसी दौरान कलेक्टर जगरूप सिंह यादव ने कहा कि बूस्टर पर कार्रवाई लगातार जारी रखें. साथ ही कहा कि कई जगह बूस्टर अभी भी लगे हुए हैं. उन्हें नोटिस दिया जाए और यदि फिर भी वह बूस्टर नहीं हटाते हैं तो उनकी पानी सप्लाई बंद की जाए. साथ ही उसकी पूरी रिपोर्ट जिला प्रशासन को दी जाए.

प्रभारी सचिव सुबोध अग्रवाल ने बताया कि जयपुर शहर के शौचालय को लेकर भी बैठक में चर्चा की गई. उन्होंने कहा कि शौचालय के मेंटेनेंस और उन्हें और बेहतर बनाने को लेकर बैठक में चर्चा की गई, ताकि बाहर से आने वाले और जयपुर के लोगों को बेहतर सुविधाएं उपलब्ध करा सकें.

Intro:जयपुर।। जयपुर जिले के प्रभारी सचिव सुबोध अग्रवाल ने सोमवार को अपनी दूसरी समीक्षा बैठक ली। बैठक में लोगों को आवारा कुत्तों द्वारा काटने का मुद्दा अधिक छाया रहा। जयपुर शहर में आवारा कुत्तों के काटने की समस्या से निदान के लिए अधिकारियों की टास्क फोर्स गठित की जाएगी इसके अलावा अधिक पानी खीचने के लिए बूस्टर लगाने और शौचालय को लेकर भी चर्चा की गई।


Body:बैठक में अधिकारियों से चर्चा करते हुए सुबोध अग्रवाल ने कहा कि लोगों को कुत्तों के काटने से जयपुर शहर की बदनामी हो रही है। इतनी कार्रवाई होने के बाद भी अभी तक जयपुर शहर में कुत्तों की समस्या बनी हुई है। निगम अधिकारियों ने बैठक में बताया कि कुत्तों की नसबंदी करने की प्रक्रिया लगातार चल रही है। इस पर सुबोध अग्रवाल ने सवाल उठाते हुए कहा कि जब नसबंदी की जा रही है तो कुत्तों की संख्या लगातार क्यों बढ़ रही है।
निगम अधिकारियों ने कहा कि कुत्तों को वैक्सीन भी दिया जा रहा है जिससे यदि कुत्ते लोगो को काटते हैं तो उनको रैबीज नहीं होगी। ऐसे कुत्तों के कान पर कट का निशान लगा दिया जाता है। उन्होंने कहा की कुत्तों की नसबंदी में 3 दिन का समय लगता है और सुप्रीम कोर्ट की गाइडलाइन के अनुसार उन्हें जहां से उठाया जाता है, वहीं छोड़ा जाता है। बैठक में चर्चा के बाद तय किया गया कि जनता को कुत्तों के काटने को लेकर एक टास्क फोर्स भी बनाई जाएगी। यह टास्क फोर्स कोर्ट के निर्णय और अन्य प्रावधानों की परिधि में कुत्तों द्वारा लोगों को काटने की घटनाओं में कमी और इससे होने वाली रैबीज रोग की रोकथाम के लिए अपने सुझाव देगी।

कानून को दोबारा पढ़ें कोई ना कोई रास्ता जरूर निकलेगा-
निगम अधिकारियों ने सुबोध अग्रवाल को बताया कि सुप्रीम कोर्ट की गाइडलाइन के अनुसार नसबंदी के बाद कुत्तों को उसी जगह छोड़ा जाता है जहां से उन्हें नसबंदी के लिए उठाया जाता है। उन्हें कहीं और नहीं छोड़ा जा सकता। इस पर सुबोध अग्रवाल ने कहा कि आप कानून को एक बार और जरूर पढ़ें कोई न कोई रास्ता जरूर निकलेगा। अग्रवाल ने कुत्तों की नसबंदी के लिए संसाधन बढ़ाने को भी कहा और इसके लिए बाहर से कोई टेक्नोलॉजी या सेवा को हायर करना पड़ेगा तो किया जाएगा।

बूस्टर से पानी लेकर कमर्शियल उपयोग किया तो होगी कानूनी कार्रवाई.-
बैठक में बूस्टर से अवैध तरीके से पानी लेने को लेकर भी चर्चा की गई पहले तो पीएचईडी के अधिकारियों ने सुबोध अग्रवाल को कहा कि हम पूरे नियम के अनुसार जनता को पानी पहुंचा रहे हैं और बूस्टर पर भी लगातार कार्रवाई की जा रही है। सुबोध अग्रवाल ने भी कहा कि मैंने भी मीडिया में पढ़ा है कि आप लोगों ने कई लोगों को नोटिस दिए हैं चालान भी कांटे हैं। उनकी कार्रवाई से संतुष्ट होकर सुबोध अग्रवाल ने मीटिंग एजेंडे से बूस्टर की कार्रवाई को हटाने के लिए कहा। इसी दौरान कलेक्टर जगरूप सिंह यादव भी मीटिंग में पहुंचे। सुबोध अग्रवाल की बात काटते हुए उन्होंने पीएचईडी के अधिकारियों को कहा कि बूस्टर पर कार्रवाई लगातार जारी रखें। उन्होंने कहा कई जगह बूस्टर अभी भी लगे हुए हैं उन्हें नोटिस दिया जाए और यदि फिर भी वह बूस्टर नहीं हटाते हैं तो उनकी पानी सप्लाई बंद की जाए उन्होंने कहा कि मैं रेगुलर इस अभियान पर नजर रखूंगा। आप कितने बूस्टर हटाते हैं कितने जब करते हैं उसकी पूरी रिपोर्ट जिला प्रशासन को दी जाए। जिला कलेक्टर जगरूप सिंह यादव ने पीएचईडी विभाग को साफ कर दिया कि पानी सप्लाई के समय सप्लाई बंद करना इसका हल नहीं है।
सुबोध अग्रवाल ने कहा कि जो भी बूस्टर से पानी खींच कर उसका कमर्शियल उपयोग करता है उसकी पहचान करें नोटिस दें इसके बावजूद भी वह नहीं मानते हैं तो कोर्ट में चालान पेश करें।


Conclusion:प्रभारी सचिव सुबोध अग्रवाल ने बताया कि जयपुर शहर के शौचालय को लेकर भी बैठक में चर्चा की गई उन्होंने कहा कि शौचालय के मेंटेनेंस और उन्हें और बेहतर बनाने को लेकर बैठक में चर्चा की गई ताकि बाहर से आने वाले और जयपुर के लोगों को बेहतर सुविधाएं उपलब्ध करा सकें।

बाईट सुबोध अग्रवाल, प्रभारी सचिव जयपुर
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