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जयपुर में कोरोना पॉजिटिव मरीज बढ़ने पर जागा जिला प्रशासन, कहा-कोविड गाइडलाइन की पालना न करने पर काटे चालान

जयपुर में फिर से बढ़ रहे कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या को देखते हुए लंबे समय बाद जिला प्रशासन जाग गया है. जिसपर जिला कलेक्टर ने इंसीडेंट कमांडर्स, पुलिस, नगर निगम, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों की अहम बैठक की. बैठक में नेहरा ने कोविड गाइडलाइन की पालना करने और अधिक से अधिक पात्र लोगों को कोरोना वैक्सीन लगाने के निर्देश दिए.

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जयपुर में कोरोना पॉजिटिव मरीज बढ़ने पर जागा जिला प्रशासन
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Published : Mar 18, 2021, 10:03 PM IST

जयपुर. शहर में फिर से बढ़ रहे कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या को देखते हुए लंबे समय बाद जिला प्रशासन जागा. जिसके बाद जिला कलेक्टर अंतर सिंह नेहरा ने इंसीडेंट कमाण्डर्स, पुलिस, नगर निगम, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों की अहम बैठक की. बैठक में नेहरा ने कोविड गाइडलाइन की पालना करने और अधिक से अधिक पात्र लोगों को कोरोना वैक्सीन लगाने के निर्देश दिए.

वहीं, कोविड गाइडलाइन की पालना न करने पर चालान काटने के भी निर्देश दिए. जिला कलेक्टर अंतर सिंह नेहरा ने जयपुर शहर में लगातार बढते जा रहे कोरोना पॉजिटिव मामलों को देखते हुए सभी सभी इंसीडेंट कमाण्डर्स, पुलिस, दोनों नगर निगम, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों सहित सभी संबंधित विभागों को जयपुर शहर और जिले के ग्रामीण इलाकों में कोरोना के प्रसार को रोकने के लिए प्रभावी उपाय करने के निर्देश दिए हैं. जिसमें हर व्यक्ति की ओर से मास्क लगाए जाने, सोशल डिस्टेंसिंग की पालना, भीड़-भाड़ नहीं होने देने के साथ ही अधिक से अधिक पात्र लोगों को कोविड-19 के वैक्सीन लगवाने के प्रयास करने को कहा गया है.

जिला कलेक्ट्रेट सभागार में गुरूवार शाम को सभी इंसीडेंट कमाण्डर्स, पुलिस और विभिन्न विभागों के प्रतिनिधियों की बैठक लेकर कलेक्टर नेहरा ने कहा कि पिछले वर्ष कोरोना के प्रबन्धन से हुए अनुभव को काम लेते हुए वर्तमान में इसके प्रसार को रोकने में त्वरित कार्रवाई अपेक्षित है. वर्तमान में कोरोना के प्रसार का सबसे बड़ा कारण लापरवाही है. इसलिए हर स्तर पर लोगों को मास्क, सोशल डिस्टेंसिंग की पालना के लिए जागरूक भी करना है और साथ ही कोरोना वैक्सीन उपलब्ध हो जाने के कारण वैक्सीनेशन पर भी जोर दिया जाना है.

पढ़ें: अशोक गहलोत ने राज्यों को 50% आरक्षण की सीमा से छूट देने की वकालत की

इसके अलावा उन्होंने कहा कि अगर इन नियमों की अवहेलना या उल्लंघन नजर आए जाए तो उल्लंघनकर्ता का चालान किया जाए. नेहरा ने कहा कि हमारे यहां मुंबई-पुणे जैसी स्थिति नहीं हो इसके लिए सभी इंसीडेंट कमांडर अपने क्षेत्राधिकार में पूरी निगरानी रखें. इसके साथ ही सभी अधिकारी किसी भी स्थिति-परिस्थिति से निपटने के लिए और कहीं भी कोरोना के अधिक मामले आने पर माइक्रो कंटेनमेंट जोन और अन्य व्यवस्थाओं से संबंधित माइक्रो प्लानिंग तैयार रखें. वहीं, कोरोना से बचाव के नियमों के संबंध में जानबूझकर बार-बार लापरवाही करने वाले व्यक्तियों, दुकानदारों और संस्थाओं के चालान बनाए जाएं.

विवाह और अन्य समारोहों पर भी रहेगी नजर

नेहरा ने दोनों सीएमएचओ को कोरोना सैंपलिंग और जांच की संख्या और दायरा बढ़ाने को कहा. उन्होंने कहा कि भीड़-भाड़ वाली जगह पर स्क्रीनिंग और सैंपलिंग बढाएं. बस स्टैंड, मजदूर चौखटी, सब्जी मंडी, रेलवे स्टेशन, स्कूलों और कोचिंग सेंटर्स पर विशेष निगरानी रखें. बीसीएमएचओ से समन्वय कर ग्रामीण क्षेत्रों में भी कोरोना से बचाव के नियमों की पालना कराएं.

जयपुर. शहर में फिर से बढ़ रहे कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या को देखते हुए लंबे समय बाद जिला प्रशासन जागा. जिसके बाद जिला कलेक्टर अंतर सिंह नेहरा ने इंसीडेंट कमाण्डर्स, पुलिस, नगर निगम, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों की अहम बैठक की. बैठक में नेहरा ने कोविड गाइडलाइन की पालना करने और अधिक से अधिक पात्र लोगों को कोरोना वैक्सीन लगाने के निर्देश दिए.

वहीं, कोविड गाइडलाइन की पालना न करने पर चालान काटने के भी निर्देश दिए. जिला कलेक्टर अंतर सिंह नेहरा ने जयपुर शहर में लगातार बढते जा रहे कोरोना पॉजिटिव मामलों को देखते हुए सभी सभी इंसीडेंट कमाण्डर्स, पुलिस, दोनों नगर निगम, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों सहित सभी संबंधित विभागों को जयपुर शहर और जिले के ग्रामीण इलाकों में कोरोना के प्रसार को रोकने के लिए प्रभावी उपाय करने के निर्देश दिए हैं. जिसमें हर व्यक्ति की ओर से मास्क लगाए जाने, सोशल डिस्टेंसिंग की पालना, भीड़-भाड़ नहीं होने देने के साथ ही अधिक से अधिक पात्र लोगों को कोविड-19 के वैक्सीन लगवाने के प्रयास करने को कहा गया है.

जिला कलेक्ट्रेट सभागार में गुरूवार शाम को सभी इंसीडेंट कमाण्डर्स, पुलिस और विभिन्न विभागों के प्रतिनिधियों की बैठक लेकर कलेक्टर नेहरा ने कहा कि पिछले वर्ष कोरोना के प्रबन्धन से हुए अनुभव को काम लेते हुए वर्तमान में इसके प्रसार को रोकने में त्वरित कार्रवाई अपेक्षित है. वर्तमान में कोरोना के प्रसार का सबसे बड़ा कारण लापरवाही है. इसलिए हर स्तर पर लोगों को मास्क, सोशल डिस्टेंसिंग की पालना के लिए जागरूक भी करना है और साथ ही कोरोना वैक्सीन उपलब्ध हो जाने के कारण वैक्सीनेशन पर भी जोर दिया जाना है.

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इसके अलावा उन्होंने कहा कि अगर इन नियमों की अवहेलना या उल्लंघन नजर आए जाए तो उल्लंघनकर्ता का चालान किया जाए. नेहरा ने कहा कि हमारे यहां मुंबई-पुणे जैसी स्थिति नहीं हो इसके लिए सभी इंसीडेंट कमांडर अपने क्षेत्राधिकार में पूरी निगरानी रखें. इसके साथ ही सभी अधिकारी किसी भी स्थिति-परिस्थिति से निपटने के लिए और कहीं भी कोरोना के अधिक मामले आने पर माइक्रो कंटेनमेंट जोन और अन्य व्यवस्थाओं से संबंधित माइक्रो प्लानिंग तैयार रखें. वहीं, कोरोना से बचाव के नियमों के संबंध में जानबूझकर बार-बार लापरवाही करने वाले व्यक्तियों, दुकानदारों और संस्थाओं के चालान बनाए जाएं.

विवाह और अन्य समारोहों पर भी रहेगी नजर

नेहरा ने दोनों सीएमएचओ को कोरोना सैंपलिंग और जांच की संख्या और दायरा बढ़ाने को कहा. उन्होंने कहा कि भीड़-भाड़ वाली जगह पर स्क्रीनिंग और सैंपलिंग बढाएं. बस स्टैंड, मजदूर चौखटी, सब्जी मंडी, रेलवे स्टेशन, स्कूलों और कोचिंग सेंटर्स पर विशेष निगरानी रखें. बीसीएमएचओ से समन्वय कर ग्रामीण क्षेत्रों में भी कोरोना से बचाव के नियमों की पालना कराएं.

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