जयपुर. राजस्थान कांग्रेस की प्रदेश कार्यकारिणी के गठन को लेकर मंथन पूरे जोरों पर है. कार्यकारिणी की गठन को लेकर अशोक गहलोत और डोटासरा के बीच चर्चा पूरी हो गई है. अब 20 दिसंबर को अजय माकन के जयपुर आने पर उनसे चर्चा कर प्रदेश कार्यकारिणी को अंतिम रूप दिया जाएगा.
गोविंद सिंह डोटासरा (PCC Chief Govind Singh Dotasara) 14 जुलाई को राजस्थान कांग्रेस के अध्यक्ष बने थे. उसी दिन प्रदेश कांग्रेस की कार्यकारिणी को भंग कर दिया गया था. ऐसे में डोटासरा बीते 150 दिनों से प्रदेश कांग्रेस संगठन के नाम पर अध्यक्ष के तौर पर एक मात्र चेहरा है लेकिन अब राजस्थान कांग्रेस की प्रदेश कार्यकारिणी के गठन की कवायद अपने अंतिम दौर में है. 31 दिसंबर तक प्रदेश कांग्रेस को उसकी कार्यकारिणी मिल जाएगी.
अजय माकन से चर्चा के बाद नाम होगा फाइनल
कहा जा रहा है कि इसे लेकर प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (CM Ashok Gehlot) के बीच होमवर्क पूरा कर लिया गया है. डोटासरा और पायलट के बीच भी प्रदेश कार्यकारिणी को लेकर चर्चा हो चुकी है. अब यह सभी नेता प्रदेश कांग्रेस प्रभारी महासचिव अजय माकन के साथ चर्चा करेंगे.
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माना जा रहा है कि अजय माकन 20 दिसंबर के बाद जयपुर आएंगे. जिसके बाद कार्यकारिणी के नामों को लेकर प्रदेश के नेताओं के साथ उनकी चर्चा होगी. बताया जा रहा है कि पायलट के नेताओं को भी प्रदेश कार्यकारिणी में जगह मिलेगी. वहीं अबकी बार प्रदेश कार्यकारिणी छोटी होगी.
संगठन महामंत्री के पद पर पायलट और गहलोत दोनों की निगाहें
जानकारों की माने तो प्रदेश कार्यकारिणी में सभी गुटों के नेताओं को सम्मिलित किया जाएगा. जिससे किसी तरीके का असंतोष या गुटबाजी नहीं देखने को मिले. प्रदेश कार्यकारिणी में सबसे अहम पद संगठन महामंत्री का है, जिस पर गहलोत और पायलट दोनों की निगाहें हैं. हालांकि, कहा जाता है कि डोटासरा भी संगठन महामंत्री के लिए उसी नेता की पैरवी करेंगे, जिसका नाम अशोक गहलोत देंगे. ऐसे में संगठन महामंत्री गहलोत खेमे का बनेगा, ऐसी पूरी संभावना है.
सोशल इंजीनियरिंग का फार्मूला अपनाने की बात
प्रदेश कांग्रेस की नई कार्यकारिणी में सोशल इंजीनियरिंग का फॉर्मूला अपनाते हुए सभी वर्गों को कार्यकारिणी में प्रतिनिधित्व देने की बात कही जा रही है और जातिगत समीकरणों को देखते हुए कार्यकारिणी के नामों को अंतिम रूप दिया जा रहा है. वहीं कहा जा रहा है कि इस बार प्रदेश कांग्रेस की कार्यकारिणी करीब 100 के आसपास होगी. जिसमें 15 महामंत्री, 15 उपाध्यक्ष और 50 सचिव हो सकते हैं. सभी पद मिला कर 100 के आसपास की कार्यकारिणी इस बार बनाई जाएगी.