कोटा : अलवर के सरिस्का टाइगर रिजर्व से बूंदी के रामगढ़ विषधारी टाइगर रिजर्व में एक बाघ को शिफ्ट किया गया है. यह बाघ लगातार अलवर के सरिस्का से निकलकर हरियाणा की तरफ मूवमेंट कर रहा था. इसका मूवमेंट रविवार को हरियाणा के झाबुआ में था, जहां पर उसे ट्रेंकुलाइज किया गया और सीधा बूंदी के लिए रवाना कर दिया गया. सड़क मार्ग से इसे बूंदी के रामगढ़ विषधारी टाइगर रिजर्व लेकर आया गया है. सोमवार सुबह 5:30 पर इसकी सॉफ्ट रिलीज की गई है.
रामगढ़ विषधारी टाइगर रिजर्व के उपवन संरक्षक (डीसीएफ) संजीव शर्मा ने बताया कि हरियाणा के झाबुआ से ट्रेंकुलाइज कर सरिस्का की टीम बाघ को लेकर कोटा आई थी. इसको लेकर आरवीटीआर में पूरी तैयारी पहले से कर ली गई थी. जैसे ही बाघ को लेकर सरिस्का की टीम पहुंची, उसे रिजर्व के बजरिया इलाके में एक हेक्टेयर में बने एनक्लोजर में सॉफ्ट रिलीज किया गया है. इस बाघ के मूवमेंट पर पूरी नजर रखी जा रही है और कार्मिक भी इसकी देखरेख में लगाए गए हैं. जल्द ही इस बाघ के सामान्य होने पर इसे हार्ड रिलीज आरवीटीआर में कर दिया जाएगा.
डीसीएफ संजीव शर्मा ने बताया कि अब पांच बाघ-बाघिन और शावक आरवीटीआर में हो गए हैं. इनमें दो बाघ, एक बाघिन और दो बाघिन शावक हैं. हाल ही में 9 वर्षीय एक बाघिन की मौत का मामला आरवीटीआर में आया था, जिसका हड्डियों का ढांचा (कंकाल) ही मिला था. इसके पोस्टमार्टम के बाद अन्य कार्रवाई विभाग ने की है. हालांकि, अब एक बाघ के शिफ्ट करने से वन्य जीव प्रेमियों में खुशी है.