उदयपुर : मेवाड़ पूर्व राज परिवार के सदस्य और पूर्व सांसद महेंद्र सिंह मेवाड़ सोमवार को पंचतत्व में विलीन हो गए. रविवार को उनका निधन हो गया था. अंतिम दर्शन के लिए सुबह 8 से 11 बजे तक समोर बाग में पार्थिव देह रखी गई. अंतिम यात्रा समोर बाग से जगदीश चौक, घंटाघर, बड़ा बाजार, भड़भूजा घाटी, देहली गेट होते हुए महासतियां पहुंची. महेंद्र सिंह मेवाड़ के निधन से पूरे मेवाड़ में शोक की लहर छाई हुई है. मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा सोमवार को उनके निवास समोर बाग पैलेस पहुंचे और पुष्पांजलि अर्पित की. वहीं, भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ने भी उन्हें श्रद्धांजलि दी. उनके निधन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत देश भर के कई नेताओं ने शोक संवेदनाएं प्रकट की हैं.
सतीश पूनिया ने कहा कि पूर्व सांसद और मेवाड़ राजघराने के सदस्य महेंद्र सिंह मेवाड़ का निधन अत्यंत दुखद है. आज उदयपुर पहुंच दिवंगत के अंतिम दर्शन किए और उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की. स्वर्गीय महेंद्र सिंह मेवाड़ द्वारा जनहित एवं समाज सेवा में किए गए कार्य हम सभी को प्रेरणा देते रहेंगे.
84 साल की उम्र में ली अंतिम सांस : पूर्व सांसद महेंद्र सिंह मेवाड़ का 84 साल की उम्र में रविवार दोपहर 2 बजे निधन हो गया. वे पिछले कुछ दिनों से अस्वस्थ थे. नाथद्वारा मार्ग स्थित एक निजी अस्पताल में उन्होंने अंतिम सांस ली. बेटे विश्वराजसिंह मेवाड़ अभी नाथद्वारा से भाजपा विधायक और बहू महिमा कुमारी राजसमंद से सांसद हैं. अंतिम यात्रा में भाजपा और कांग्रेस के कई नेता-पदाधिकारी भी शामिल हुए. महेंद्र सिंह मेवाड़ भाजपा और कांग्रेस दोनों ही दलों में रहे थे. वह सन 1989 में चित्तौड़गढ़ से भाजपा सांसद थे.
सामाजिक और राजनीतिक जीवन में अमूल्य योगदान देने वाले चित्तौड़गढ़ के पूर्व सांसद और मेवाड़ राजघराने के सदस्य महेंद्र सिंह मेवाड़ जी के निधन से अत्यंत दुख हुआ है। वे जीवनपर्यंत राजस्थान की विरासत को सहेजने और संवारने में जुटे रहे। उन्होंने लोगों की सेवा के लिए पूरे समर्पित भाव से…
— Narendra Modi (@narendramodi) November 10, 2024
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प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री ने जताया शोक : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने महेंद्र सिंह मेवाड़ के निधन पर शोक व्यक्त किया है. उन्होंने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर लिखा कि "सामाजिक और राजनीतिक जीवन में अमूल्य योगदान देने वाले चित्तौड़गढ़ के पूर्व सांसद और मेवाड़ राजघराने के सदस्य महेंद्र सिंह मेवाड़ के निधन से अत्यंत दुख हुआ है. वे जीवनपर्यंत राजस्थान की विरासत को सहेजने और संवारने में जुटे रहे. उन्होंने लोगों की सेवा के लिए पूरे समर्पित भाव से काम किया. समाज कल्याण के उनके कार्य हमेशा प्रेरणास्रोत बने रहेंगे. शोक की इस घड़ी में मैं उनके परिजनों और प्रशंसकों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करता हूं."
राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने शोक संवेदनाएं प्रकट करते हुए कहा कि पूर्व सांसद महाराणा महेंद्र सिंह जी मेवाड़ के निधन का समाचार सुनकर मन दुखी है. प्रभु से प्रार्थना है कि दिवंगत आत्मा को अपने श्रीचरणों में स्थान प्रदान करें और परिजनों को यह अपार शोक सहन करने का सामर्थ्य प्रदान करें.
अद्भुत प्रतिमा के धनी थे महेंद्र सिंह मेवाड़ : महेंद्र सिंह मेवाड़ का जन्म 24 फरवरी 1941 को हुआ था. महेंद्र सिंह मेवाड़ वर्ष 1984 में उनके पिता भगवत सिंह के निधन के बाद मेवाड़ पूर्व राजपरिवार के मुखिया बने थे. उन्होंने अजमेर के मेयो कॉलेज से स्नातक किया था. बाद में इसी कॉलेज की गर्वनिंग बॉडी के वाइस प्रेसिडेंट भी रहे थे. महेंद्र सिंह मेवाड़ उदयपुर में सहेलियों की बाड़ी के निकट फील्ड क्लब के भी अध्यक्ष रहे थे. उदयपुर शहर में 1923 में स्थपित विद्या प्रचारिणी सभा और भूपाल नोक्ल्स विश्वविद्यालय के मुख्य संरक्षक रहे थे. साथ ही अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा और मेवाड़ क्षत्रिय महासभा के संरक्षक भी रहे. इनके कार्यकाल के दौरान विश्वविद्यालय ने काफी प्रगति की थी और आज भी बीएन महाविद्यालय में उन्हें उनके योगदान के लिए याद किया जाता है.
पूर्व सांसद महाराणा श्री महेंद्र सिंह जी मेवाड़ के निधन का समाचार सुनकर मन दुखी हैं।
— Bhajanlal Sharma (@BhajanlalBjp) November 10, 2024
प्रभु से प्रार्थना है कि दिवंगत आत्मा को अपने श्रीचरणों में स्थान प्रदान करें तथा परिजनों को यह अपार शोक सहन करने का सामर्थ्य प्रदान करें।
ॐ शांति pic.twitter.com/dlqmQ4eCW1
भाजपा-कांग्रेस से लड़ चुके थे चुनाव : महेंद्र सिंह ने साल 1989 में भाजपा के टिकट पर चित्तौड़गढ़ से लोकसभा का चुनाव लड़ा और जीते. उनको 3,97,056 वोट मिले. उनके सामने कांग्रेस से निर्मला कुमारी थीं, जिन्हें 2,05,318 वोट मिले. महेंद्र सिंह वर्ष 1990 में उद्योग मंत्रालय की परामर्शदात्री समिति के सदस्य भी बने थे. साल 1991 के लोकसभा चुनाव में महेंद्र सिंह ने भाजपा छोड़कर कांग्रेस का दामन थाम लिया. उनको कांग्रेस ने चित्तौड़गढ़ लोकसभा सीट से टिकट देकर मैदान में उतारा. उनके सामने भाजपा से जसवंत सिंह जसोल थे. जसोल चुनाव जीत गए. लोकसभा चुनाव 1996 में महेंद्र सिंह मेवाड़ को कांग्रेस ने फिर टिकट दिया, लेकिन उनका संसदीय क्षेत्र बदलकर भीलवाड़ा कर दिया. इस चुनाव में उनको भाजपा के सुभाष चंद बहेड़िया ने हरा दिया.
फिल्म पद्मावत का किया था विरोध : जनवरी 2018 में पद्मावत मूवी को लेकर महेंद्र सिंह मेवाड़ ने कई सवाल उठाए थे. फिल्म पद्मावत का उन्होंने खुलकर विरोध किया था. उन्होंने कहा था कि फिल्म में जो बताया गया है, वह न तो इतिहास में है और न ही जायसी के पद्मावत में है. उन्होंने तब सेंसर बोर्ड पर भी सवाल उठाए थे.