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DGGI की बड़ी कार्रवाई : 15 फर्जी फर्म बनाकर 66.44 करोड़ की टैक्स चोरी का खुलासा, दो गिरफ्तार

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Published : Aug 27, 2021, 9:51 PM IST

डीजीजीआई (Directorate General of GST Intelligence) ने टैक्स चोरों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई को अंजाम देते हुए दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है. आरोपियों ने फर्जी फर्में बनाकर करोड़ों रुपये की टैक्स चोरी की है.

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DGGI की बड़ी कार्रवाई...

जयपुर. राजधानी में DGGI (Jaipur Unit) ने टैक्स चोरी के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है. दो अलग-अलग कार्रवाई में 66.44 करोड़ रुपये की टैक्स चोरी उजागर हुई है. पहले मामले में जयपुर के अंबाबाड़ी निवासी लक्ष्मण सिंह चौधरी को गिरफ्तार किया है, जिसने करीब 21.26 करोड़ रुपये की टैक्स चोरी की है. वहीं, दूसरे मामले में टोंक निवासी रोनक कुमार जैन को गिरफ्तार किया है, जिसने करीब 45.18 करोड़ रुपये की टैक्स चोरी की है. दोनों आरोपियों से करीब 15 फर्जी फर्मों का खुलासा हुआ है.

आरोपियों ने फर्जी फर्में बनाकर करोड़ों रुपये के फर्जी बिल जारी करके करोड़ों का टैक्स चोरी किया है. आरोपियों को आज शुक्रवार शाम को आर्थिक अपराध न्यायालय में पेश किया गया. दोनों ही आरोपियों को न्यायालय ने 10 सितंबर तक न्यायिक अभिरक्षा में भेजा है. डीजीजीआई की टीम पूरे मामले की जांच पड़ताल कर रही है. आरोपियों की जांच पड़ताल के दौरान और भी बड़े फर्जीवाड़े का खुलासा होने की संभावना जताई जा रही है.

DGGI की बड़ी कार्रवाई...

विशेष लोक अभियोजक बनवारीलाल ताखर ने बताया कि डीजीजीआई जयपुर यूनिट ने टैक्स चोरी के मामले में दो आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है, जिन्हें आज शुक्रवार शाम को न्यायालय में पेश किया गया. पहला आरोपी अंबाबाड़ी निवासी लक्ष्मण सिंह को गिरफ्तार किया गया है, जिसने 21.26 करोड़ रुपये की फर्जी इनवॉइस जारी की थी. जिन फर्मों के बिल जारी किए गए हैं, वह अस्तित्व में नहीं थी. आरोपी को न्यायालय ने 10 सितंबर तक न्यायिक अभिरक्षा में भेजा है.

पढ़ें : निलंबित मेयर के पति राजाराम और कंपनी प्रतिनिधि सप्रे के खिलाफ चालान पेश

दूसरा आरोपी टोंक निवासी रोनक कुमार जैन को गिरफ्तार किया गया है. आरोपी ने 45.18 करोड़ टैक्स चोरी किया है. आरोपी ने 7 फर्जी फर्में बनाकर सरकार को टैक्स की चपत लगाई है. आरोपी को 10 सितंबर तक न्यायिक अभिरक्षा में भेजा गया है. आरोपी ने 277 करोड़ 22 लाख रुपये के फर्जी बिल जारी किये हैं. मामले की जांच-पड़ताल में और अन्य कई फर्जी फर्मों का खुलासा होने की संभावना है.

विशेष लोक अभियोजक सुनील शर्मा ने बताया कि लक्ष्मण चौधरी ने फर्जी बिल जारी करके 21.26 करोड़ रुपये का टैक्स चोरी किया है. आरोपी ने 8 फर्जी फर्में बनाकर करोड़ों के फर्जी बिल जारी किए हैं. मामले की छानबीन जारी है. फर्जीवाड़े का और खुलासा होने की संभावना है. फर्जीवाड़े में शामिल अन्य आरोपियों के बारे में भी जानकारी जुटाने का प्रयास किया जा रहा है. डीजीजीआई के अधिकारी मामले की जांच पड़ताल में जुटे हुए हैं.

जयपुर. राजधानी में DGGI (Jaipur Unit) ने टैक्स चोरी के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है. दो अलग-अलग कार्रवाई में 66.44 करोड़ रुपये की टैक्स चोरी उजागर हुई है. पहले मामले में जयपुर के अंबाबाड़ी निवासी लक्ष्मण सिंह चौधरी को गिरफ्तार किया है, जिसने करीब 21.26 करोड़ रुपये की टैक्स चोरी की है. वहीं, दूसरे मामले में टोंक निवासी रोनक कुमार जैन को गिरफ्तार किया है, जिसने करीब 45.18 करोड़ रुपये की टैक्स चोरी की है. दोनों आरोपियों से करीब 15 फर्जी फर्मों का खुलासा हुआ है.

आरोपियों ने फर्जी फर्में बनाकर करोड़ों रुपये के फर्जी बिल जारी करके करोड़ों का टैक्स चोरी किया है. आरोपियों को आज शुक्रवार शाम को आर्थिक अपराध न्यायालय में पेश किया गया. दोनों ही आरोपियों को न्यायालय ने 10 सितंबर तक न्यायिक अभिरक्षा में भेजा है. डीजीजीआई की टीम पूरे मामले की जांच पड़ताल कर रही है. आरोपियों की जांच पड़ताल के दौरान और भी बड़े फर्जीवाड़े का खुलासा होने की संभावना जताई जा रही है.

DGGI की बड़ी कार्रवाई...

विशेष लोक अभियोजक बनवारीलाल ताखर ने बताया कि डीजीजीआई जयपुर यूनिट ने टैक्स चोरी के मामले में दो आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है, जिन्हें आज शुक्रवार शाम को न्यायालय में पेश किया गया. पहला आरोपी अंबाबाड़ी निवासी लक्ष्मण सिंह को गिरफ्तार किया गया है, जिसने 21.26 करोड़ रुपये की फर्जी इनवॉइस जारी की थी. जिन फर्मों के बिल जारी किए गए हैं, वह अस्तित्व में नहीं थी. आरोपी को न्यायालय ने 10 सितंबर तक न्यायिक अभिरक्षा में भेजा है.

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दूसरा आरोपी टोंक निवासी रोनक कुमार जैन को गिरफ्तार किया गया है. आरोपी ने 45.18 करोड़ टैक्स चोरी किया है. आरोपी ने 7 फर्जी फर्में बनाकर सरकार को टैक्स की चपत लगाई है. आरोपी को 10 सितंबर तक न्यायिक अभिरक्षा में भेजा गया है. आरोपी ने 277 करोड़ 22 लाख रुपये के फर्जी बिल जारी किये हैं. मामले की जांच-पड़ताल में और अन्य कई फर्जी फर्मों का खुलासा होने की संभावना है.

विशेष लोक अभियोजक सुनील शर्मा ने बताया कि लक्ष्मण चौधरी ने फर्जी बिल जारी करके 21.26 करोड़ रुपये का टैक्स चोरी किया है. आरोपी ने 8 फर्जी फर्में बनाकर करोड़ों के फर्जी बिल जारी किए हैं. मामले की छानबीन जारी है. फर्जीवाड़े का और खुलासा होने की संभावना है. फर्जीवाड़े में शामिल अन्य आरोपियों के बारे में भी जानकारी जुटाने का प्रयास किया जा रहा है. डीजीजीआई के अधिकारी मामले की जांच पड़ताल में जुटे हुए हैं.

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