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जयपुरः थाने में एफआईआर दर्ज नहीं करने वाले 29 थाना अधिकारियों पर विभागीय कार्रवाई - Jaipur SP Office News

प्रदेश में हाल में ही एसपी ऑफिस में भी FIR दर्ज किए जाने की नई व्यवस्था शुरू की गई है. वहीं, नई व्यवस्था लागू होने के बाद थाने में एफआईआर दर्ज नहीं करने वाले 29 थाना अधिकारियों पर पुलिस मुख्यालय ने विभागीय कार्रवाई की है.

29 थाना अधिकारियों पर विभागीय कार्रवाई, action against 29 Police Officers
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Published : Oct 11, 2019, 8:57 PM IST

जयपुर. प्रदेश में हाल ही में सरकार ने थानों पर परिवादी की एफआईआर दर्ज नहीं होने पर एसपी ऑफिस में भी एफआईआर दर्ज किए जाने की नई व्यवस्था शुरू की है. इस नई व्यवस्था में यदि थाने में पीड़ित की सुनवाई नहीं होती है तो वह एसपी ऑफिस में जाकर भी अपनी शिकायत दर्ज करवा सकता है.

29 थाना अधिकारियों पर हुई विभागीय कार्रवाई

सरकार की ओर से यह नई व्यवस्था लागू करने के बाद प्रदेश में 29 ऐसे मामले सामने आए हैं जिसमें परिवादी ने एसपी ऑफिस पहुंचकर अपनी शिकायत दर्ज करवाई है. बता दें कि एसपी ऑफिस में दर्ज हुई 29 शिकायतों की जब जांच की गई तब उसमें पाया गया कि थाना अधिकारियों की लापरवाही के कारण ही पीड़ित की शिकायत थाने में दर्ज नहीं की गई.

पढ़ें- डीजीपी भूपेंद्र यादव अचानक जा पहुंचे दूदू थाने, निरीक्षण कर स्टाफ को दिए निर्देश, थाने में परिवादी की तत्काल हो सुनवाई

वहीं, मामले में पुलिस मुख्यालय ने तुरंत एक्शन लेते हुए 29 थाना अधिकारियों से स्पष्टीकरण मांगा है. साथ ही इनमें से 9 थाना अधिकारियों को दोषी पाए जाने पर उनके खिलाफ विभागीय कार्रवाई भी शुरू कर दी है. पुलिस मुख्यालय से लगातार इन मामलों की मॉनिटरिंग की जा रही है और खुद डीजीपी भूपेंद्र सिंह यादव ने भी ऐसे थाना अधिकारियों के खिलाफ सख्त विभागीय कार्रवाई करने के आदेश दिए हैं, जो थाने में शिकायत लेकर पहुंचे पीड़ित की शिकायत दर्ज नहीं कर रहे हैं.

जयपुर. प्रदेश में हाल ही में सरकार ने थानों पर परिवादी की एफआईआर दर्ज नहीं होने पर एसपी ऑफिस में भी एफआईआर दर्ज किए जाने की नई व्यवस्था शुरू की है. इस नई व्यवस्था में यदि थाने में पीड़ित की सुनवाई नहीं होती है तो वह एसपी ऑफिस में जाकर भी अपनी शिकायत दर्ज करवा सकता है.

29 थाना अधिकारियों पर हुई विभागीय कार्रवाई

सरकार की ओर से यह नई व्यवस्था लागू करने के बाद प्रदेश में 29 ऐसे मामले सामने आए हैं जिसमें परिवादी ने एसपी ऑफिस पहुंचकर अपनी शिकायत दर्ज करवाई है. बता दें कि एसपी ऑफिस में दर्ज हुई 29 शिकायतों की जब जांच की गई तब उसमें पाया गया कि थाना अधिकारियों की लापरवाही के कारण ही पीड़ित की शिकायत थाने में दर्ज नहीं की गई.

पढ़ें- डीजीपी भूपेंद्र यादव अचानक जा पहुंचे दूदू थाने, निरीक्षण कर स्टाफ को दिए निर्देश, थाने में परिवादी की तत्काल हो सुनवाई

वहीं, मामले में पुलिस मुख्यालय ने तुरंत एक्शन लेते हुए 29 थाना अधिकारियों से स्पष्टीकरण मांगा है. साथ ही इनमें से 9 थाना अधिकारियों को दोषी पाए जाने पर उनके खिलाफ विभागीय कार्रवाई भी शुरू कर दी है. पुलिस मुख्यालय से लगातार इन मामलों की मॉनिटरिंग की जा रही है और खुद डीजीपी भूपेंद्र सिंह यादव ने भी ऐसे थाना अधिकारियों के खिलाफ सख्त विभागीय कार्रवाई करने के आदेश दिए हैं, जो थाने में शिकायत लेकर पहुंचे पीड़ित की शिकायत दर्ज नहीं कर रहे हैं.

Intro:जयपुर
एंकर- प्रदेश में हाल ही में सरकार ने थानों पर परिवादी की एफआईआर दर्ज नहीं होने पर एसपी ऑफिस में भी एफआईआर दर्ज किए जाने की नई व्यवस्था शुरू की है। यदि थाने में पीड़ित की सुनवाई नहीं होती है तो वह एसपी ऑफिस में जाकर भी अपनी शिकायत दर्ज करवा सकता है। सरकार द्वारा यह नई व्यवस्था लागू करने के बाद प्रदेश में 29 ऐसे मामले सामने आए हैं जिसमें परिवादी ने एसपी ऑफिस पहुंचकर अपनी शिकायत दर्ज करवाई है।


Body:वीओ- एसपी ऑफिस में दर्ज हुई 29 शिकायतों की जब जांच की गई तब उसमें यह पाया गया की थाना अधिकारियों की लापरवाही के चलते ही पीड़ित की शिकायत थाने में दर्ज नहीं की गई। ऐसे में पुलिस मुख्यालय ने इन मामलों पर तुरंत एक्शन लेते हुए 29 थाना अधिकारियों से स्पष्टीकरण मांगा है और साथ ही 9 थाना अधिकारियों को दोषी पाए जाने पर उनके खिलाफ विभागीय कार्रवाई भी शुरू कर दी है। पुलिस मुख्यालय से लगातार इन मामलों की मॉनिटरिंग की जा रही है और खुद डीजीपी भूपेंद्र सिंह यादव ने भी ऐसे थाना अधिकारियों के खिलाफ सख्त विभागीय कार्रवाई करने के आदेश दिए हैं जो थाने में शिकायत लेकर पहुंचे पीड़ित की शिकायत दर्ज नहीं कर रहे हैं।

बाइट- बीएल सोनी, एडीजी क्राइम- राजस्थान


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