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जिला परिषद सभा की बैठक में बीसलपुर के पानी को रामगढ़ में छोड़े जाने की उठी मांग

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Published : Sep 19, 2019, 9:01 PM IST

लंबे समय बाद गुरुवार को हुई जिला परिषद की साधारण सभा की बैठक में रामगढ़ बांध का मुद्दा छाया रहा. सभी जिला पार्षद सदस्य ने एक सुर में कहा कि रामगढ़ बांध ने सालों तक जयपुर को पानी पिलाया है, अब बीसलपुर बांध से व्यर्थ बह रहे पानी से रामगढ़ बांध को भरा जाना चाहिए.

jaipur news, रामगढ़ बांध की खबर

जयपुर. जिला परिषद सभागार में हुई साधारण सभा की बैठक में जयपुर की रामगढ़ बांध की चर्चा से माहौल गरमा गया. जिला परिषद सदस्यों ने कहा कि रामगढ़ बांध को बीसलपुर बांध से व्यर्थ बह रहे पानी से भरा जाना चाहिए. सभी सदस्यों ने कहा कि कितने दिनों से बीसलपुर बांध से पानी बह रहा है, लेकिन रामगढ़ बांध को इस पानी से भरने की कोई भी नहीं सोच रहा है.

जिला परिषद सभा की बैठक जयपुर

इस दौरान जिला कलेक्टर जगरूप सिंह यादव ने इसके लिए सिंचाई विभाग के अधिकारी को पुकारा, लेकिन सिंचाई विभाग का कोई अधिकारी बैठक में मौजूद नहीं था. सिंचाई विभाग के अधिकारियों के गैरहाजिर रहने पर कलेक्टर जिला परिषद सदस्यों ने इस पर नाराजगी जताई. बैठक में मौजूद जमवारामगढ़ विधायक गोपाल मीणा भी इस मुद्दे पर कुछ भी नहीं बोले. इस मामले में पूरी बैठक में चुपचाप बैठे रहे.

पढ़ें : निकाय के सीधे चुनाव से डरी कांग्रेस, मेनिफेस्टो के आधार पर लिया गया एक्ट में संशोधन बना जी का जंजाल

जमवारामगढ़ के प्रधान रामजी लाल मीणा ने मामला उठाते हुए कहा कि रामगढ़ से जिले के बांधों की दुर्दशा हो रही है, बारिश में बांध टूट गए हैं. इस पर जिला कलेक्टर ने निर्देश दिए कि जयपुर में 31 बांध स्थित हैं, इन बांधों पर बारिश से पहले किए गए कार्यों की रिपोर्ट बना कर दें. बैठक में फॉगिंग का मामला भी उठाया गया.

बैठक में सदस्यों ने टूटी सड़कों को सुधारने की मांग की. बैठक में दूदू विधायक बाबूलाल नागर ने सरकारी तंत्र पर सवाल करते हुए कहा कि अफसरों की काम करने की इच्छा नहीं है, वे जो भी काम कर रहे हैं मर्जी से कर रहे हैं. विकास कार्यों को लेकर जनप्रतिनिधियों में तालमेल होना चाहिए. बाबूलाल नगर ने काफी देर तक जिला पार्षदों और अधिकारियों को समझाने के बाद जिला कलेक्टर ने बाबूलाल नागर पर चुटकी ली और कहा कि यह विधानसभा नहीं है, जिला परिषद की बैठक है.

साधारण सभा की बैठक में जिला परिषद सदस्यों ने पानी बिजली सड़क और मौसमी बीमारी से संबंधित समस्याओं का मुद्दा उठाया. वहीं, बस्सी जिला परिषद सदस्य ने कहा कि बस्ती में गंदे पानी की समस्या है, स्कूलों में भी पानी नहीं आता है. वहां स्कूलों में बच्चों के बैठने की व्यवस्था नहीं है और स्कूल के भवन भी जर्जर हैं.

जनसंख्या नियंत्रण के लिए बने सख्त कानून : गुलाबचंद कटारिया

इस दौरान विधायक बाबूलाल नागर ने कहा कि पंचायतों में कैम्प लगाकर जो पट्टे दिए जा रहे हैं, उन शिविरों में अव्यवस्था है. वह कोई भी अधिकारी साइन नहीं करता. जिला परिषद ने बिना तैयारी के ही शिविर लगवा दिए, लोगों को शौचालय के पैसे नहीं मिले. शौचालय बनने के बाद लाभार्थी को अपात्र घोषित कर दिया, जिससे उसको पैसे मिलने में दिक्कत आ रही है.

पूरी बैठक में छाया रहा पानी का मुद्दा...
साधारण सभा की बैठक में सभी जिला परिषद सदस्यों ने अपने-अपने क्षेत्र में पानी की समस्या से सदन को अवगत कराया. सभी ने मांग की कि उनके क्षेत्र में पानी की व्यवस्था सही होनी चाहिए. जिला परिषद सदस्य मोहन डागर ने कहा कि यमुना का पानी बांडी नदी के रास्ते जयपुर आना चाहिए, जिससे जयपुर जिले के बांध भर सकें. इस पर जिला प्रमुख मूलचंद मीणा ने कहा कि हमने पिछली सरकार में भी यमुना का पानी लाने के लिए प्रस्ताव बनाकर भेजा था, अब की बार भी हम एक प्रस्ताव वर्तमान कांग्रेस सरकार को भेजेंगे और हमें उम्मीद है कि इस बारे में मुख्यमंत्री जरूर कुछ सकारात्मक कदम उठाएंगे.

बीसलपुर से आए रामगढ़ में पानी...
वहीं, बैठक में जमवारामगढ़ विधायक गोपाल मीणा की पहुंचे थे. हालांकि बैठक में रामगढ़ मुद्दे पर वे चुप्पी साधे रहे. मीडिया से बात करते गोपाल मीणा ने कहा कि बीसलपुर बांध से रामगढ़ बांध में पानी लाने की भी मांग समय-समय पर उठाते रहे हैं. उन्होंने कहा कि इसके लिए सरकार को कुछ ज्यादा करने की जरूरत भी नहीं पड़ेगी, एक पुरानी पाइपलाइन पहले से ही बिछी हुई है उसको रिवर्स करना है. उन्होंने कहा कि आमेर के मावठे में पानी छोड़ा जा रहा है जो अच्छी बात है. इसी तरह रामगढ़ बांध में भी बीसलपुर का बांध पानी छोड़ा जाए और सरकार जरूर इस पर ध्यान देगी.

जयपुर. जिला परिषद सभागार में हुई साधारण सभा की बैठक में जयपुर की रामगढ़ बांध की चर्चा से माहौल गरमा गया. जिला परिषद सदस्यों ने कहा कि रामगढ़ बांध को बीसलपुर बांध से व्यर्थ बह रहे पानी से भरा जाना चाहिए. सभी सदस्यों ने कहा कि कितने दिनों से बीसलपुर बांध से पानी बह रहा है, लेकिन रामगढ़ बांध को इस पानी से भरने की कोई भी नहीं सोच रहा है.

जिला परिषद सभा की बैठक जयपुर

इस दौरान जिला कलेक्टर जगरूप सिंह यादव ने इसके लिए सिंचाई विभाग के अधिकारी को पुकारा, लेकिन सिंचाई विभाग का कोई अधिकारी बैठक में मौजूद नहीं था. सिंचाई विभाग के अधिकारियों के गैरहाजिर रहने पर कलेक्टर जिला परिषद सदस्यों ने इस पर नाराजगी जताई. बैठक में मौजूद जमवारामगढ़ विधायक गोपाल मीणा भी इस मुद्दे पर कुछ भी नहीं बोले. इस मामले में पूरी बैठक में चुपचाप बैठे रहे.

पढ़ें : निकाय के सीधे चुनाव से डरी कांग्रेस, मेनिफेस्टो के आधार पर लिया गया एक्ट में संशोधन बना जी का जंजाल

जमवारामगढ़ के प्रधान रामजी लाल मीणा ने मामला उठाते हुए कहा कि रामगढ़ से जिले के बांधों की दुर्दशा हो रही है, बारिश में बांध टूट गए हैं. इस पर जिला कलेक्टर ने निर्देश दिए कि जयपुर में 31 बांध स्थित हैं, इन बांधों पर बारिश से पहले किए गए कार्यों की रिपोर्ट बना कर दें. बैठक में फॉगिंग का मामला भी उठाया गया.

बैठक में सदस्यों ने टूटी सड़कों को सुधारने की मांग की. बैठक में दूदू विधायक बाबूलाल नागर ने सरकारी तंत्र पर सवाल करते हुए कहा कि अफसरों की काम करने की इच्छा नहीं है, वे जो भी काम कर रहे हैं मर्जी से कर रहे हैं. विकास कार्यों को लेकर जनप्रतिनिधियों में तालमेल होना चाहिए. बाबूलाल नगर ने काफी देर तक जिला पार्षदों और अधिकारियों को समझाने के बाद जिला कलेक्टर ने बाबूलाल नागर पर चुटकी ली और कहा कि यह विधानसभा नहीं है, जिला परिषद की बैठक है.

साधारण सभा की बैठक में जिला परिषद सदस्यों ने पानी बिजली सड़क और मौसमी बीमारी से संबंधित समस्याओं का मुद्दा उठाया. वहीं, बस्सी जिला परिषद सदस्य ने कहा कि बस्ती में गंदे पानी की समस्या है, स्कूलों में भी पानी नहीं आता है. वहां स्कूलों में बच्चों के बैठने की व्यवस्था नहीं है और स्कूल के भवन भी जर्जर हैं.

जनसंख्या नियंत्रण के लिए बने सख्त कानून : गुलाबचंद कटारिया

इस दौरान विधायक बाबूलाल नागर ने कहा कि पंचायतों में कैम्प लगाकर जो पट्टे दिए जा रहे हैं, उन शिविरों में अव्यवस्था है. वह कोई भी अधिकारी साइन नहीं करता. जिला परिषद ने बिना तैयारी के ही शिविर लगवा दिए, लोगों को शौचालय के पैसे नहीं मिले. शौचालय बनने के बाद लाभार्थी को अपात्र घोषित कर दिया, जिससे उसको पैसे मिलने में दिक्कत आ रही है.

पूरी बैठक में छाया रहा पानी का मुद्दा...
साधारण सभा की बैठक में सभी जिला परिषद सदस्यों ने अपने-अपने क्षेत्र में पानी की समस्या से सदन को अवगत कराया. सभी ने मांग की कि उनके क्षेत्र में पानी की व्यवस्था सही होनी चाहिए. जिला परिषद सदस्य मोहन डागर ने कहा कि यमुना का पानी बांडी नदी के रास्ते जयपुर आना चाहिए, जिससे जयपुर जिले के बांध भर सकें. इस पर जिला प्रमुख मूलचंद मीणा ने कहा कि हमने पिछली सरकार में भी यमुना का पानी लाने के लिए प्रस्ताव बनाकर भेजा था, अब की बार भी हम एक प्रस्ताव वर्तमान कांग्रेस सरकार को भेजेंगे और हमें उम्मीद है कि इस बारे में मुख्यमंत्री जरूर कुछ सकारात्मक कदम उठाएंगे.

बीसलपुर से आए रामगढ़ में पानी...
वहीं, बैठक में जमवारामगढ़ विधायक गोपाल मीणा की पहुंचे थे. हालांकि बैठक में रामगढ़ मुद्दे पर वे चुप्पी साधे रहे. मीडिया से बात करते गोपाल मीणा ने कहा कि बीसलपुर बांध से रामगढ़ बांध में पानी लाने की भी मांग समय-समय पर उठाते रहे हैं. उन्होंने कहा कि इसके लिए सरकार को कुछ ज्यादा करने की जरूरत भी नहीं पड़ेगी, एक पुरानी पाइपलाइन पहले से ही बिछी हुई है उसको रिवर्स करना है. उन्होंने कहा कि आमेर के मावठे में पानी छोड़ा जा रहा है जो अच्छी बात है. इसी तरह रामगढ़ बांध में भी बीसलपुर का बांध पानी छोड़ा जाए और सरकार जरूर इस पर ध्यान देगी.

Intro:जयपुर। लंबे समय बात गुरुवार को हुई जिला परिषद की साधारण सभा की बैठक में रामगढ़ बांध का मुद्दा छाया रहा। सभी जिला पार्षद सदस्य ने एक सुर में कहा कि रामगढ़ बांध ने सालों तक जयपुर को पानी पिलाया है अब बीसलपुर बांध से व्यर्थ बह रहे पानी से रामगढ़ बांध को भरा जाना चाहिए। बीसलपुर बांध से रामगढ़ बांध को किस तरह से भरा जाए इसका जवाब देने के लिए सिंचाई विभाग के अधिकारी बैठक में मौजूद नहीं थे इसे लेकर जिला कलेक्टर नाराज नजर आए।


Body:जिला परिषद सभागार में हुई साधारण सभा की बैठक में जयपुर की रामगढ़ बाद की चर्चा से माहौल गर्मा गया। जिला परिषद सदस्यों ने कहा कि रामगढ़ बांध को बीसलपुर बांध से व्यर्थ बह रहे पानी से भरा जाना चाहिए। सभी सदस्यों ने कहा कितने दिनों से बीसलपुर बांध से पानी बह रहा है लेकिन रामगढ़ बांध को इस पानी से भरने की कोई भी नहीं सोच रहा है। जब जिला कलेक्टर ने जगरूप सिंह यादव ने इसके लिये सिंचाई विभाग के अधिकारी को पुकारा, लेकिन सिंचाई विभाग का कोई अधिकारी बैठक में मौजूद नही था। सिंचाई विभाग के अधिकारियों के गैरहाजिर रहने पर कलेक्टर जिला परिषद सदस्यों ने इस पर नाराजगी जताई। बैठक में मौजूद जमवारामगढ़ विधायक गोपाल मीणा भी इस मुद्दे पर कुछ भी नहीं बोले इस मामले में पूरी बैठक में चुपचाप बैठे रहे।
जमवारामगढ़ के प्रधान रामजी लाल मीणा ने मामला उठाते हुए कहा कि रामगढ़ से जिले के बांधों की दुर्दशा हो रही है बारिश में बांध टूट गए हैं। इस पर जिला कलेक्टर ने निर्देश दिए कि जयपुर में 31 बांध स्थित है इन बांधों पर बारिश से पहले किए गए कार्यों की रिपोर्ट बना कर दें। बैठक फॉगिंग का मामला भी उठाया गया।
बैठक में सदस्यो ने टूटी सड़कों को सुधारने की मांग की। बैठक में दूदू विधायक बाबूलाल नागर सरकारी तंत्र पर सवाल करते हुए कहा कि अफसरों की काम करने की इच्छा नहीं है, वे जो भी काम कर रहे है मर्जी से कर रहे है। विकास कार्यों को लेकर जनप्रतिनिधियों में तालमेल होना चाहिए। बाबूलाल नगर ने काफी देर तक जिला पार्षदों और अधिकारियों को समझाने के बाद जिला कलेक्टर ने बाबूलाल नागर पर चुटकी ली और कहा कि यह विधानसभा नहीं है, जिला परिषद की बैठक है।


Conclusion:साधारण सभा की बैठक में जिला परिषद सदस्यों ने पानी बिजली सड़क और मौसी बीमारी से संबंधित समस्याएं उठाई बस्सी जिला परिषद सदस्य कहां की बस्ती में गंदे पानी की समस्या है स्कूलों में भी पानी नहीं आता है वह स्कूलों में बच्चों के बैठने की व्यवस्था नहीं है और स्कूल के भवन भी जर्जर है।
विधायक बाबूलाल नागर ने कहा कि पंचायतों में कैम्प लगाकर जो पट्टे दिए जा रहे हैं उन शिविरों में अव्यवस्था है वह कोई भी अधिकारी साइन नहीं करता। जिला परिषद ने बिना तैयारी के ही शिविर लगवा दिए लोगों को शौचालय के पैसे नहीं मिले। शौचालय बनने के बाद लाभार्थी को अपात्र घोषित कर दिया जिससे उसको पैसे मिलने में दिक्कत आ रही है।

पूरी बैठक में छाया रहा पानी का मुद्दा-
साधारण सभा पूरी बैठक में सभी जिला परिषद सदस्यों ने अपने अपने क्षेत्र की पानी की समस्या से सदन को अवगत कराया। सभी ने मांग की कि उनके क्षेत्र में पानी की व्यवस्था सही होनी चाहिए जिला परिषद सदस्य मोहन डागर ने कहा कि यमुना का पानी बांडी नदी के रास्ते जयपुर आना चाहिए जिससे जयपुर जिले के बांध भर सकें। इस पर जिला प्रमुख मूलचंद मीणा ने कहा कि हमने पिछली सरकार में भी यमुना का पानी लाने के लिए प्रस्ताव बनाकर भेजा था अब की बार भी हम एक प्रस्ताव वर्तमान कांग्रेस सरकार को भेजेंगे और हमें उम्मीद है कि इस बारे में मुख्यमंत्री जरूर कुछ सकारात्मक कदम उठाएंगे।

बीसलपुर से आये रामगढ़ में पानी-
बैठक में जमवारामगढ़ विधायक गोपाल मीणा की पहुंचे थे। हालांकि बैठक में रामगढ़ मुद्दे पर वे चुप्पी साधे रहे। मीडिया से बात करते गोपाल मीणा ने कहा कि बीसलपुर बांध से रामगढ़ बांध में पानी लाने की भी मांग समय-समय पर उठाते रहे हैं। उन्होंने कहा कि इसके लिए सरकार को कुछ ज्यादा करने की जरूरत भी नहीं पड़ेगी एक पुरानी पाइपलाइन पहले से ही बिछी हुई है उसको रिवर्स करना है उन्होंने कहा कि आमेर के मावठे में पानी छोड़ा जा रहा है अच्छी बात है। इसी तरह रामगढ़ बांध में भी बीसलपुर का बांध पानी छोड़ा जाए और सरकार जरूर इस पर ध्यान देगी।

बाईट 1. जिला प्रमुख मूलचंद मीना
2. विधायक गोपाल मीणा
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