जयपुर. प्रदेश के परिवहन एवं सैनिक कल्याण मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास के आवास पर गुरुवार को एक बैठक आयोजित हुई. जिसमें ऑल कोचिंग इंस्टिट्यूट महासंघ ने सरकार से किराया माफी, कोचिंग खुलवाने और कोचिंग हब में दर को रियायती करने की मांग को आगे बढ़ाने का निर्णय लिया है.
ऑल कोचिंग स्कूल महासंघ के संयोजक अनीश कुमार की अध्यक्षता में आयोजित इस बैठक में समस्त पदाधिकारियों व प्रमुख कोचिंग संस्थानों के संचालकों ने कोरोना वायरस के चलते लॉकडाउन समय का संपूर्ण किराया माफ करने, कोचिंग खुलवाने और कोचिंग हब में आवंटन दर को रियायत दर पर लाने की मांग को तेज करने पर निर्णय लिया गया.
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जहां महासंघ के अध्यक्ष आर.सी शर्मा ने बताया कि, आज के हालातों को देखते हुए लॉकडाउन के समय का पूरा किराया माफ करने की मांग जायज है, नहीं तो कोचिंग व्यवसाय समाप्त हो जायेगा. महासंघ ने अपने सदस्यों को कोचिंग संस्थान को हर क्लास के शुरू होने से पहले और समाप्त होने के बाद सैनिटाइजेशन करने, हर छात्र की थर्मल स्क्रीनिंग और कोरोना महामारी पर सरकार की ओर से आने वाले संभावित गाइडलाइन की पालना करने की पूरी तैयारी रखने के भी निर्देश दिए हैं.
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ऑल कोचिंग स्टूडेंट महासंघ में सरकार से कोचिंग को स्कूल, कॉलेज के साथ ही खोलने की अनुमति की मांग करते हुए कहा कि, कोचिंग संस्थानों को छात्रों को दिन और रात की शिफ्ट में पढ़ाने की सहमति दी जाए. कई प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए दो-तीन महीने का समय ही मिल पाता है, ऐसे में ऑड-ईवन वाला फार्मूला स्कूलों कॉलेजों की तरह कोचिंग संस्थानों के लिए प्रायोगिक नहीं है.
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कोरोना वायरस के चलते कोचिंग हब को रियायती दर पर उपलब्ध कराने की मांग करते हुए महासंघ के महासचिव सिराज खान ने कहा कि, कोचिंग संस्थानों के सामने अपना अस्तित्व बचाने की चुनौती है, ऐसे में कोचिंग हब में कोई भी रुचि नहीं दिखाएगा. इस समय तो सरकार को कोचिंग संस्थानों को खड़े रहने की मदद करते हुए कोचिंग हब की सुविधा को सस्ते से सस्ते दर में उपलब्ध करवाना चाहिए.