जयपुर. राजस्थान वैक्सीन की कमी से जूझ रहा है, राजस्थान में स्थितियां यह बन गई हैं कि आज जयपुर में भी वैक्सीनेशन कुछ सेंटर पर ही होगी. एक ओर वैक्सीनेशन की कमी है तो दूसरी ओर वैक्सीन लगाने के लिए लोगों की उत्सुकता भी लगातार बढ़ती जा रही है. जिस तरीके से लोग वैक्सीन लगवाने के लिए वैक्सीनेशन सेंटर पर बड़ी संख्या में पहुंचते हैं, सोशल डिस्टेंसिंग बनाए रखना एक बड़ी चुनौती हो गई है.
इस चुनौती के बीच सियासी दलों की ओर से यह मांग उठने लगी है कि सरकार के नियमों का अगर पालन करवाना है और सोशल डिस्टेंसिंग का ध्यान रखते हुए कोरोना वायरस से बचना है तो घर-घर जाकर वैक्सीनेशन करवाना ही एकमात्र तरीका है. यह मांग भी कांग्रेस के नेता की ओर से की गई है.
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दरअसल, जयपुर शहर जिला कांग्रेस के निवर्तमान महामंत्री विमल यादव ने मांग करते हुए कहा कि जिन अस्पतालों और वैक्सीन सेंटरों पर वैक्सीन की डोज लगाई जाती है, वहां किसी प्रकार की सोशल डिस्टेंसिंग के आदेशों की पालना नहीं हो पा रही है. न ही वहां टेंपरेचर की जांच की जाती है और ना ही दो गज की दूरी का पालन किया जाता है.
इन वैक्सीन सेंटर्स पर जिस तरह से 18 साल से लेकर बाकी उम्र के लोग बड़ी तादाद में एकत्रित हो जाते हैं, उससे संक्रमण का खतरा पैदा हो जाता है. ऐसे में सरकार को वार्ड पार्षदों की सहायता से डोर-टू-डोर वैक्सीनेशन का काम शुरू करना चाहिए, ताकि 100 फीसदी वैक्सीनेशन भी हो सके और उसका रिकॉर्ड भी रखा जा सके.