जयपुर. राजस्थान विश्वविद्यालय के सेवानिवृत्त कर्मचारियों को सेवानिवृत्ति वाले दिन ही ग्रेच्युटी राशि का भुगतान करने की मांग लंबे समय से की जा रही है. लेकिन, विश्वविद्यालय प्रशासन की ओर से इस मामले पर गंभीरता नहीं दिखाई जा रही है. ऐसे में गुरुवार को राजस्थान विश्वविद्यालय सेवानिवृत्त कर्मचारी एसोसिएशन के उपाध्यक्ष मोहम्मद मुस्तफा ने सत्याग्रह कर अपनी मांग की तरफ विश्वविद्यालय प्रशासन का ध्यान आकर्षित करवाया.
मोहम्मद मुस्तफा का कहना है कि 2004 में राजस्थान विश्वविद्यालय के सेवानिवृत्त कर्मचारियों को सेवानिवृत्ति के दिन ही ग्रेच्युटी राशि का भुगतान करने की व्यवस्था शुरू हुई. यह व्यवस्था अक्टूबर 2019 तक बदस्तूर जारी रही, लेकिन नवंबर 2019 से सेवानिवृत्ति वाले दिन कर्मचारियों को ग्रेच्युटी राशि का भुगतान बंद कर दिया गया. तब से लगातार कर्मचारी यह मांग कर रहे हैं कि कर्मचारी की सेवानिवृत्ति वाले दिन ही ग्रेच्युटी राशि का भुगतान किया जाए, लेकिन विश्वविद्यालय प्रशासन के कान पर जूं तक नहीं रेंग रही है.
मोहम्मद मुस्तफा का कहना है कि अपनी इस मांग को लेकर वह हर स्तर पर अपनी आवाज उठा चुके हैं, लेकिन उनकी सुनवाई नहीं हुई है. इसलिए गुरुवार को उन्होंने 12 घंटे का सत्याग्रह कर विश्वविद्यालय प्रशासन का ध्यान अपनी मांग की तरफ आकर्षित करवाया है. अगर अब भी यदि विश्वविद्यालय प्रशासन उनकी इस मांग पर ध्यान नहीं देता है तो वे आंदोलन तेज करेंगे.