जयपुर. राजस्थान के कैबिनेट मंत्री महेश जोशी के बेटे रोहित जोशी के खिलाफ दिल्ली के सदर बाजार थाने में दर्ज हुए दुष्कर्म के प्रकरण की जांच करने और रोहित को गिरफ्तार करने के लिए पिछले कुछ दिनों से जयपुर में डेरा डाले बैठी दिल्ली पुलिस की टीम आखिरकार सोमवार देर रात को खाली हाथ ही वापस दिल्ली लौट (Delhi police returned empty handed in Rohit Joshi rape case) गई.
हर ठिकाने पर ढूंढा, लेकिन कहीं नहीं मिला रोहित: दिल्ली पुलिस पिछले 3 दिनों से रोहित को जयपुर में अलग-अलग ठिकानों पर ढूंढती रही, लेकिन उसका कोई भी सुराग पुलिस के हाथ नहीं लग पाया. रोहित को ढूंढते हुए दिल्ली पुलिस सिविल लाइंस स्थित महेश जोशी के बंगले पर भी पहुंची, लेकिन वहां भी रोहित नहीं मिला. इसके साथ ही रोहित के कुछ मित्रों और जानकारों के घर पर भी पुलिस ने तलाशा लेकिन हर जगह से दिल्ली पुलिस को निराशा ही हाथ लगी. महेश जोशी का कहना है कि वह कानूनी राय लेने के बाद ही दिल्ली पुलिस के 18 मई को रोहित को अनुसंधान अधिकारी के समक्ष पेश होने के लिए दिए गए नोटिस का जवाब देंगे. हालांकि रोहित कहां है, इसे लेकर महेश जोशी ने भी कोई जवाब नहीं दिया.
दिल्ली पुलिस के महेश जोशी के बड़ोदिया बस्ती स्थित आवास पर चस्पा किए गए नोटिस के आधार पर अब रोहित को 18 मई को दिल्ली में अनुसंधान अधिकारी के समक्ष पेश होना (Rohit Joshi to appear before Dehli police) है. अब दिल्ली पुलिस इस आस के साथ वापस लौटी है कि रोहित बुधवार को पुलिस के सामने पेश होगा. दिल्ली पुलिस ने प्रकरण में जयपुर से जुड़ी तमाम कागजी कार्रवाई पूरी की और एसएमएस अस्पताल से भी रिकॉर्ड खंगाला गया. जब काफी तलाश करने के बाद भी रोहित दिल्ली पुलिस के हाथ नहीं लगा, तो दिल्ली पुलिस ने जयपुर पुलिस से भी मदद मांगी. लेकिन रोहित का कोई सुराग नहीं मिल सका. अंत में रोहित के प्रकरण की जांच में सहयोग नहीं करने की बात कहकर दिल्ली पुलिस वापस लौट गई. हालांकि दिल्ली पुलिस जयपुर में अपने मुखबिर तंत्र को सक्रिय करके गई है.