मेहंदीपुर (दौसा). मेहंदीपुर बालाजी के महंत किशोरपुरी महाराज का पार्थिव शरीर बालाजी मंदिर पहुंचा तो वातावरण में शोक की लहर छा गई. हर कोई महाराज के अंतिम दर्शनों के लिए लालायित था.
दिवंगत मंहत के अंतिम दर्शनों के लिए बालाजी में भक्तों का सैलाब उमड़ पड़ा. किशोरपुरी जी महाराज का पार्थिव शरीर बालाजी मंदिर परिसर के आरती हॉल में रखा गया है. मंदिर में जमा हुए श्रद्धालु एक-एक कर मंहत के पार्थिव शरीर के दर्शन कर रहे हैं. इस दौरान बालाजी मंदिर की गद्दी के उत्तराधिकारी नरेशपुरी जी महाराज मौजूद रहे.
मेहंदीपुर बालाजी में इस बात की भी चर्चा है कि किशोरपुरी जी महाराज हरियाली अमावस्या के दिन पुष्य नक्षत्र में दिवंगत हुए. कल सोमवार को मंहत किशोरपुरी जी महाराज का चक-ढोल निकाला जाएगा. जहां आश्रम में महाराज का पार्थिव शरीर समाधिस्थ होगा.
मेहंदीपुर बालाजी मंदिर के आरती हॉल में भक्तों की भीड़ बढ़ती जा रही है. महंत किशोरपुरी जी महाराज धार्मिक तौर पर तो इलाके में जाने जाते थे ही, लेकिन साथ ही सामाजिक क्षेत्र में भी वे काफी सक्रिय रहे. बालिका शिक्षा के क्षेत्र में उन्होंने उल्लेखनीय योगदान दिया.
महंत किशोरपुरी जी महाराज के निधन की खबर मेहंदपुर बालाजी कस्बे से लेकर दौसा तक आग की तरह फैली. कस्बेवासियों ने शोक में बाजार बंद कर दिये. सोशल मीडिया पर किशोरपुरी जी महाराज का निधन टॉप ट्रेंड करने लगा.
किशोरपुरी जी महाराज लंबे समय से बीमार चल रहे थे. वे 88 वर्ष के थे. महाराज के निधन के बाद मंदिर के पट आम जन के दर्शनार्थ बंद कर दिये गए. धार्मिक स्थल मेहंदीपुर में आम लोगों के बीच महाराज को लेकर चर्चाएं होने लगीं. लोगों के बाजार बंद कर दिये. दौसा और आसपास के इलाकों में शोक की लहर है.
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने महाराज के निधन पर ट्वीट कर दुख जताया है. मुख्यमंत्री ने ट्वीट कर कहा कि महंत किशोरपुरी जी महाराज का धार्मिक और सामाजिक क्षेत्र में योगदान रहा है.
भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ने भी महाराज किशोरपुरी जी महाराज के निधन पर शोक प्रकट किया है. पूनिया ने ट्वीट कर शोक प्रकट किया.
वहीं नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल ने भी महंत किशोरपुरी जी महाराज के देवलोकगमन पर दुख प्रकट किया है. बेनीवाल ने ट्वीट कर कहा कि महाराज ने समाजसेवा के क्षेत्र में कई कार्य किये. बता दें कि मेहंदीपुर बालाजी दौसा जिले के धार्मिक स्थल है, यह स्थान मानसिक रोगों के आध्यात्मिक ढंग से इलाज के लिए प्रसिद्ध रहा है.