जयपुर. राजधानी के खोनागोरियां थाना इलाके में एक 22 वर्षीय युवती की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो जाने पर मृतका के पिता ने हत्या का मामला दर्ज करवाया है. पुलिस से प्राप्त जानकारी के अनुसार बांदीकुई निवासी हेमलता मीणा (22) 28 दिसंबर को ग्राम सेवक की परीक्षा (VDO Recruitment Exam) देने बांदीकुई से जयपुर आई थी, जिसे शाम 7 बजे पैसेंजर ट्रेन से वापस बांदीकुई लौटना था.
हेमलता ने शाम 5 बजे अपने पिता लख्मीलाल को फोन कर 7 वाली पैसेंजर ट्रेन से बांदीकुई आने की बात कही और जब रात 8 बजे के आसपास लख्मीलाल ने हेमलता को फोन किया तो उसने फोन नहीं उठाया. तभी रात 8.55 पर जयपुर के जेएनयू अस्पताल से लख्मीलाल के पास फोन आया और यह कहा गया कि हेमलता को तीन अज्ञात व्यक्ति गंभीर अवस्था में अस्पताल लेकर आए हैं, जो उसे अस्पताल में भर्ती करा कर वहां से भाग गए हैं.
पिता के पहुंचने से पहले हो गई थी मौत
जेएनयू अस्पताल से फोन आते ही लख्मीलाल अपने परिवार के सदस्यों के साथ जयपुर के लिए रवाना हो गए. जब लख्मीलाल अस्पताल पहुंचे तो चिकित्सकों ने बताया कि उनकी बेटी की मौत हो चुकी है और शव मुर्दाघर में रखवाया गया है. उसी वक्त खोनागोरियां थाना पुलिस भी अस्पताल पहुंची, जिन्होंने हेमलता का बैग और मोबाइल जेएनयू अस्पताल के पीछे जंगल से बरामद किया.
वहीं, जब लख्मीलाल ने मृतका का शव देखा तो उसके चेहरे, सिर और छाती पर चोट के निशान मिले. जिसपर लख्मीलाल ने अलवर निवासी सोनू और उसके साथियों पर हेमलता की हत्या करने का शक जाहिर करते हुए हत्या का मामला दर्ज करवाया है. पीड़ित ने शिकायत में इस बात का जिक्र किया है कि सोनू उसकी बेटी को पहले से जानता था और उसे यह भी पता था कि मृतका ग्राम सेवक की परीक्षा देने जयपुर आई है. जिसने अपने साथियों के साथ मिलकर मृतका की हत्या की और फिर शव को अस्पताल पहुंचा कर फरार हो गए. फिलहाल पुलिस ने प्रकरण दर्ज कर जांच करना शुरू किया है और बदमाशों की तलाश की जा रही है.