जयपुर. स्किल यूनिवर्सिटी में जल्द ही साइबर क्राइम को लेकर प्रोग्राम शुरू होगा. यह जानकारी स्किल यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर ललित पंवार ने दी. उन्होंने बताया कि आईएलडी यूनिवर्सिटी में इसको लेकर डिप्लोमा कोर्स शुरू किया जाएगा जिसकी तैयारी की जा रही है.
पंवार ने बताया कि आज के दौर में साइबर क्राइम को लेकर जानकारी होना जरूरी है साथ ही कहा कि साइबर क्राइम करने वाले युवा भी शिक्षित होते है. लेकिन वो अपने प्रतिभा को सही जगह नहीं लगाकर गलत रास्ते को चुन रहे है. पंवार एमएनआईटी में आज से शुरू हुई पांच दिवसीय साइबर क्राइम कार्यशाला के उद्घाटन सत्र को संबोधित कर रहे थे, जिसमें एमएनआईटी डायरेक्टर उदयकुमार आर यारागट्टी मौजूद रहे.अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद पर शिक्षण और अधिगम अकादमी की ओर से ये कार्यशाला आयोजित हो रही है.
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एमएनआईटी के डायरेक्टर उदयकुमार आर यारागट्टी ने बताया की हैकिंग क्राइम बढ़ता जा रहा है और इसकी वजह से लोगों को धमकाया भी जा रहा है. उन्होंने कहा की सरकार के पास इसको रोकने के लिए सारे संसाधन है. साइबर सिक्योरिटी फैकल्टी प्रोग्राम के तहत ये प्रयास किया जाएगा की क्राइम होने से पहले कैसे क्राइम की जानकारी हासिल हो सके. क्योंकि अब तक क्राइम होने के बाद उसके फुटेज तलाशे जाते रहे है.
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स्किल आईएलडी यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर ललित पंवार का कहना है की साइबर क्राइम करने वाले दिमागदार तो होते है लेकिन उसका गलत इस्तेमाल करते है. इसलिए हैकर्स को ही सिखाया जाएगा की वो सही तरीके से कैसे उसको हैक करे. उन्होंने कहा की देशभर में 2015 में 60 हजार से ज्यादा साइबर क्राइम हुए है. जो 2019 तक आते आते साढ़े तीन लाख हो गए है. इसलिए साइबर क्राइम सिक्योरिटी कोर्स की मांग काफी बढ़ रही है. उन्होंने कहा की फिजिकल सिक्योरिटी की तरह ही साइबर सिक्योरिटी है. स्किल आईएलडी यूनिवर्सिटी अब एमएनआईटी के साथ मिलकर बच्चों को सायबर सिक्योरिटी पर एक साल का डिप्लोमा भी देगी.