जयपुर. राजधानी में साइबर ठगी के प्रकरण लगातार बढ़ते ही जा रहे हैं. पुलिस ठगों का सुराग तक नहीं जुटा पा रही है. जयपुर में एक ही दिन में साइबर ठगों ने चार लोगों को ठगी का शिकार बनाया है. ठगों ने खोनागोरियां थाना इलाके में तीन व्यक्ति और ज्योति नगर थाना इलाके में एक व्यक्ति को अपनी ठगी का शिकार बनाया है.
पहला केस
ठगों ने सबसे पहले मोहम्मद राशिद को अपना शिकार बनाते हुए एक टेक्स्ट मैसेज किया. इसके बाद राशिद को फोन कर बैंक का प्रतिनिधि बनकर बात की. साथ ही क्रेडिट कार्ड ब्लॉक होने का झांसा देकर फिर से कार्ड को एक्टिवेट कराने के लिए कहा. ठगों के झांसी में आकर राशिद ने ठगों द्वारा भेजे गए मैसेज को ओपन कर एक लिंक पर क्लिक किया. उसके बाद राशिद के क्रेडिट कार्ड अकाउंट से ठगों ने 25045 रुपयों का ट्रांजेक्शन कर लिया. राशिद ने खोनागोरियां थाने में ठगी का केस दर्ज करवाया है.
दूसरा केस
ठगों ने मुकेश चंद्र को फोन कर खाते की केवाईसी अपडेट (KYC Update) कराने का झांसा दिया. एक लिंक भेज कर एप डाउनलोड करने के लिए भी कहा. मुकेश ने जैसे ही ठगों के भेजे लिंक से ऐप डाउनलोड किया, वैसे ही उसके खाते से 80 हजार रुपये का ट्रांजेक्शन हो गया.
तीसरा केस
ठगों ने गणेश को फोन कर बैंक खाते से फोन पर अकाउंट को लिंक करने का झांसा दिया. ठगों ने मैसेज के जरिए लिंक भेजा और खाते से 30 हजार रुपये का ट्रांजेक्शन कर दिया. फिलहाल खोनागोरियां थाना पुलिस तीनों ही प्रकरणों को दर्ज करने के बाद ट्रांजेक्शन डिटेल और मोबाइल नंबर के आधार पर जांच में जुटी है.
चौथा केस
ठगी का चौथा मामला ज्योति नगर थाना इलाके में सामने आया है. यहां साइबर ठगों ने वित्त भवन के स्टेनो किशोर कुमार सैनी को मैसेज भेज कर एप डाउनलोड कराया और खाते से 60 हजार रुपये निकाल लिए. पीड़ित ने शिकायत दर्ज करवाई है कि उसे मोबाइल पर दस्तावेज सत्यापन को लेकर एक मैसेज मिला. पीड़ित ने मैसेज में दिए गए नंबर पर फोन किया तो ठग ने खुद को सेल्यूलर कंपनी का प्रतिनिधि बताकर सिम कार्ड का दस्तावेज सत्यापन करने को कहा.
इसके बाद ठग ने पीड़ित को एक मैसेज भेज कर लिंक पर क्लिक कर एप डाउनलोड करने को कहा. पीड़ित ने जैसे ही मोबाइल पर एप डाउनलोड किया तो ठग ने उसे एप का इस्तेमाल कर 10 रुपये का भुगतान करने के लिए कहा. जिस पर पीड़ित ने एप पर भुगतान के ऑप्शन में जाकर अपना डेबिट कार्ड का नंबर और CVV डाला. फिर मोबाइल पर आया ओटीपी टाइप कर सबमिट कर दिया.
ओटीपी सबमिट करने के बाद एप अपने आप ही बंद हो गई. फिर पीड़ित के खाते से 60 हजार रुपये कट गए. पीड़ित ने जब उस नंबर पर फोन लगाया तो वह नंबर स्विच ऑफ आ रहा था. इसके बाद पीड़ित ने ज्योति नगर थाने में ठगी का मामला दर्ज करवाया. फिलहाल पुलिस ने प्रकरण दर्ज कर ट्रांजेक्शन डिटेल और फोन नंबर के आधार पर जांच शुरू कर दी है.