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अगर आप भी करते हैं डिजिटल पेमेंट तो हो जाइये सावधान! फ्रॉड से बचाएंगी ये बातें - ओटीपी से फ्रॉड

साइबर ठग भी इंटरनेट के इस जमाने में लोगों को ठगने के नए-नए रास्ते खोज रहे हैं. साइबर ठगी के ऐसे कई मामले हैं जिनके सामने फिल्मी कहानी भी फीकी लगने लगेगी. ठग हर रोज ठगी के नए-नए हथकंडे अपनाते हैं. ऐसे में लोगों को सर्तक रहने की जरूरत होती है. इंटरनेट का इस्तेमाल करते हुए भी सतर्कता बरतें, खासकर जब ये आपके बैंक खाते से जुड़ा हुआ हो. ऐसे में होशियारी इसी में है कि साइबर फ्रॉड से सावधान रहें और सुरक्षित रहें.

Online Fraud in mandi, cyber expert tips
अगर आप भी करते हैं डिजिटल पेमेंट तो हो जाइये सावधान
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Published : Mar 20, 2021, 9:07 AM IST

जयपुर/मंडी: आजकल दस रुपये की चीज खरीदनी हो या दस हजार रुपये की, ज्यादातर लोग डिजिटल ट्रांजेक्शंस को पसंद करते हैं. अपने स्मार्ट फोन से एक क्यूआर कोड स्कैन किया, रकम भरी और हो गई पेमेंट. इससे ना एटीएम की दौड़ लगानी पड़ती है और ना ही फुटकर की चिंता करनी होती है, लेकिन पेमेंट करने का ये नया तरीका जितना आसान है, उतना ही रिस्की भी है क्योंकि आजकल साइबर क्रिमिनल ऐसे पेयर्स को शिकार बनाने के लिए घात लगाए बैठे हैं.

एसपी से बातचीत

जितनी तेजी से तकनीकी का विकास हुआ है उतनी ही तेजी से तकनीकी आधारित फ्रॉड भी हर जगह अपना पैर पसार रहे हैं. साइबर अपराधी लगातार नए नए प्रयोग कर लोगों के खातों में सेंध लगा रहे हैं. मंडी जिला में पिछले दिनों नए तरीके से व्यक्ति के खाते से पैसे निकालने का मामला सामने आया है.

Online Fraud in mandi, cyber expert tips
ओटीपी के बारे में जानें

जिला में एक व्यक्ति को टीवी फायर स्टिक में चल रही खराबी को दुरुस्त करवाने की ऑनलाइन हेल्प लेना बहुत महंगा पड़ गया, फायर स्टिक ठीक करने वालों ने धोखे से ओटीपी ले लिया और व्यक्ति के खाते से 4 लाख 15 हजार निकाल लिए, जिसकी शिकायत शिकायतकर्ता लेखराज शर्मा निवासी सौली खड्ड ने पुलिस थाना सदर में दर्ज करवाई है, शिकायत पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है.

क्या कहना है शिकायतकर्ता का?

शिकायतकर्ता का कहना है कि उसकी फायर टीवी स्टिक कुछ समय से काम नहीं कर रही थी और गूगल से सर्च कर उसने अमेजन कॉल सेंटर का नंबर ढूंढा जिसे डायल करने के बाद उसने अमेजन सेंटर के प्रतिनिधि से बात की, प्रतिनिधि ने इस समस्या को संबंधित ऑपरेटर को साझा किया, ऑपरेटर ने ऑनलाइन समस्या के समाधान का आश्वासन दिया और कुछ अहम जानकारियां हासिल करने के बाद बातों ही बातों में ओटीपी हासिल कर शिकायतकर्ता के खाते से 4 लाख 15 हजार निकाल लिए.

OTP से कैसे हो सकती है धोखाधड़ी?

ठगों का सबसे पहला टारगेट यही होता है कि वो व्यक्ति का ओटीपी हासिल करें, क्योंकि ओटीपी हासिल करने के बाद व्यक्ति के बैंक अकाउंट से सारी राशि निकाल सकते हैं.

क्या करें, क्या ना करें ?

Online Fraud in mandi, cyber expert tips
सतर्कता से ही बच सकते हैं

बैंक खाते से जुड़ी ठगी के लिए साइबर क्रिमिनल आपके बैंक खाते और एटीएम से जुड़ी जरूरी जानकारियों के ही सहारे होते हैं. इसलिये आपकी सतर्कता से आप साइबर ठगों के मंसूबों पर पानी फेर सकते हैं. साइबर एक्सपर्ट की सलाह है कि ऐसे फोन कॉल आने पर बैंक खाते से जुड़ी कोई भी जानकारी शेयर ना करें क्योंकि आपका बैंक खाता किसी भी बैंक में हो.

कोई भी बैंक आपसे इस तरह की जानकारी नहीं मांगता इसलिये आप अपने खाते से जुड़ी जानकारी किसी के साथ शेयर ना करें. फ्रॉड कॉल आने पर इसकी जानकारी पुलिस को दें ताकि पुलिस उस ठग तक पहुंच सके और भविष्य में वो किसी और के साथ ठगी ना कर सके.

Online Fraud in mandi, cyber expert tips
साइबर अपराध

अगर आपके पास ठगी होती है तो सबसे पहले अपना एटीएम ब्लॉक करवाएं ताकि साइबर ठग दोबारा आपके खाते से पैसे ना निकाल सकें. अगर आपका एटीएम कार्ड ब्लॉक हो जाए तो बैंक जाकर अपनी समस्या का समाधान करें.

इंटरनेट से बैंक के टोल फ्री नंबर ना ढूंढे क्योंकि कई बार साइबर ठग इंटरनेट पर बैंक का फर्जी टोल फ्री नंबर छोड़ते हैं और फिर उसी नंबर के सहारे ठगी को अंजाम देते हैं. इसलिये ऐसे फोन कॉल आने पर आपकी सतर्कता आपके साथ-साथ कईयों को साइबर ठगी का शिकार होने से बचा सकती है.

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रहें सावधान

आपकी सुरक्षा, आपके हाथ

ये जुमला आपके बैंक खाते में रखी आपकी मेहनत की कमाई पर भी सटीक बैठता है क्योंकि आपके पैसे की सुरक्षा आपके हाथ है. आपकी छोटी सी लापरवाही आपकी मेहनत की कमाई को लुटा सकती है. इसलिये अपने बैंक खाते से जुड़ी जानकारी खासकर OTP, CVV, ATM पिन किसी के साथ शेयर ना करें.

ऑफर गिफ्ट नौकरी के बदले पैसा मांगने वालों के झांसे में ना आएं. बिना जांच परख के ऑनलाइन शॉपिंग, ट्रेडिंग या इन्वेस्टमेंट ना करें. किसी अज्ञात लिंक को खोलने या QR कोड को स्कैन करने से बचें. अगर आपके साथ ऐसी ठगी होती है तो इसकी जानकारी जल्द से जल्द पुलिस को दें.

ये भी पढ़ें: मदद के नाम पर धोखा! OTP लेकर शातिरों ने खाते से उड़ाए चार लाख रुपये

जयपुर/मंडी: आजकल दस रुपये की चीज खरीदनी हो या दस हजार रुपये की, ज्यादातर लोग डिजिटल ट्रांजेक्शंस को पसंद करते हैं. अपने स्मार्ट फोन से एक क्यूआर कोड स्कैन किया, रकम भरी और हो गई पेमेंट. इससे ना एटीएम की दौड़ लगानी पड़ती है और ना ही फुटकर की चिंता करनी होती है, लेकिन पेमेंट करने का ये नया तरीका जितना आसान है, उतना ही रिस्की भी है क्योंकि आजकल साइबर क्रिमिनल ऐसे पेयर्स को शिकार बनाने के लिए घात लगाए बैठे हैं.

एसपी से बातचीत

जितनी तेजी से तकनीकी का विकास हुआ है उतनी ही तेजी से तकनीकी आधारित फ्रॉड भी हर जगह अपना पैर पसार रहे हैं. साइबर अपराधी लगातार नए नए प्रयोग कर लोगों के खातों में सेंध लगा रहे हैं. मंडी जिला में पिछले दिनों नए तरीके से व्यक्ति के खाते से पैसे निकालने का मामला सामने आया है.

Online Fraud in mandi, cyber expert tips
ओटीपी के बारे में जानें

जिला में एक व्यक्ति को टीवी फायर स्टिक में चल रही खराबी को दुरुस्त करवाने की ऑनलाइन हेल्प लेना बहुत महंगा पड़ गया, फायर स्टिक ठीक करने वालों ने धोखे से ओटीपी ले लिया और व्यक्ति के खाते से 4 लाख 15 हजार निकाल लिए, जिसकी शिकायत शिकायतकर्ता लेखराज शर्मा निवासी सौली खड्ड ने पुलिस थाना सदर में दर्ज करवाई है, शिकायत पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है.

क्या कहना है शिकायतकर्ता का?

शिकायतकर्ता का कहना है कि उसकी फायर टीवी स्टिक कुछ समय से काम नहीं कर रही थी और गूगल से सर्च कर उसने अमेजन कॉल सेंटर का नंबर ढूंढा जिसे डायल करने के बाद उसने अमेजन सेंटर के प्रतिनिधि से बात की, प्रतिनिधि ने इस समस्या को संबंधित ऑपरेटर को साझा किया, ऑपरेटर ने ऑनलाइन समस्या के समाधान का आश्वासन दिया और कुछ अहम जानकारियां हासिल करने के बाद बातों ही बातों में ओटीपी हासिल कर शिकायतकर्ता के खाते से 4 लाख 15 हजार निकाल लिए.

OTP से कैसे हो सकती है धोखाधड़ी?

ठगों का सबसे पहला टारगेट यही होता है कि वो व्यक्ति का ओटीपी हासिल करें, क्योंकि ओटीपी हासिल करने के बाद व्यक्ति के बैंक अकाउंट से सारी राशि निकाल सकते हैं.

क्या करें, क्या ना करें ?

Online Fraud in mandi, cyber expert tips
सतर्कता से ही बच सकते हैं

बैंक खाते से जुड़ी ठगी के लिए साइबर क्रिमिनल आपके बैंक खाते और एटीएम से जुड़ी जरूरी जानकारियों के ही सहारे होते हैं. इसलिये आपकी सतर्कता से आप साइबर ठगों के मंसूबों पर पानी फेर सकते हैं. साइबर एक्सपर्ट की सलाह है कि ऐसे फोन कॉल आने पर बैंक खाते से जुड़ी कोई भी जानकारी शेयर ना करें क्योंकि आपका बैंक खाता किसी भी बैंक में हो.

कोई भी बैंक आपसे इस तरह की जानकारी नहीं मांगता इसलिये आप अपने खाते से जुड़ी जानकारी किसी के साथ शेयर ना करें. फ्रॉड कॉल आने पर इसकी जानकारी पुलिस को दें ताकि पुलिस उस ठग तक पहुंच सके और भविष्य में वो किसी और के साथ ठगी ना कर सके.

Online Fraud in mandi, cyber expert tips
साइबर अपराध

अगर आपके पास ठगी होती है तो सबसे पहले अपना एटीएम ब्लॉक करवाएं ताकि साइबर ठग दोबारा आपके खाते से पैसे ना निकाल सकें. अगर आपका एटीएम कार्ड ब्लॉक हो जाए तो बैंक जाकर अपनी समस्या का समाधान करें.

इंटरनेट से बैंक के टोल फ्री नंबर ना ढूंढे क्योंकि कई बार साइबर ठग इंटरनेट पर बैंक का फर्जी टोल फ्री नंबर छोड़ते हैं और फिर उसी नंबर के सहारे ठगी को अंजाम देते हैं. इसलिये ऐसे फोन कॉल आने पर आपकी सतर्कता आपके साथ-साथ कईयों को साइबर ठगी का शिकार होने से बचा सकती है.

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रहें सावधान

आपकी सुरक्षा, आपके हाथ

ये जुमला आपके बैंक खाते में रखी आपकी मेहनत की कमाई पर भी सटीक बैठता है क्योंकि आपके पैसे की सुरक्षा आपके हाथ है. आपकी छोटी सी लापरवाही आपकी मेहनत की कमाई को लुटा सकती है. इसलिये अपने बैंक खाते से जुड़ी जानकारी खासकर OTP, CVV, ATM पिन किसी के साथ शेयर ना करें.

ऑफर गिफ्ट नौकरी के बदले पैसा मांगने वालों के झांसे में ना आएं. बिना जांच परख के ऑनलाइन शॉपिंग, ट्रेडिंग या इन्वेस्टमेंट ना करें. किसी अज्ञात लिंक को खोलने या QR कोड को स्कैन करने से बचें. अगर आपके साथ ऐसी ठगी होती है तो इसकी जानकारी जल्द से जल्द पुलिस को दें.

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