जयपुर. मुख्य सचिव निरंजन आर्य ने बच्चों को हो रहे कोरोना संक्रमण को लेकर समीक्षा बैठक की. तीसरी लहर की आशंका के चलते उन्होंने बच्चों के इलाज की उचित व्यवस्था, ऑक्सीजन उत्पादन की क्षमता में वृद्धि तथा भविष्य में जरूरी चिकित्सकीय उपकरणों की उपलब्धता के लिए आवश्यक कदम उठाने के निर्देश दिए. निरंजन आर्य ने कोरोना प्रबंधन से जुड़े अधिकारियों के साथ बैठक कर राजस्थान में कोरोना और ब्लैक फंगस की स्थिति, ऑक्सीजन की जरूरत और उपलब्धता सहित अन्य व्यवस्थाओं की समीक्षा की.
मुख्य सचिव निरंजन आर्य ने कहा कि हर जिले में बच्चों के डॉक्टरों और अन्य जरूरी सुविधाओं की पर्याप्त व्यवस्था की जाये. उन्होंने ब्लैक फंगस रोगियों को समुचित उपचार मुहैया कराने और केन्द्र सरकार के सम्पर्क में रहकर दवा की उपलब्धता सुनिश्चित करने के निर्देश भी दिए. आर्य ने भविष्य की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए राज्य में ऑक्सीजन उत्पादन की क्षमता बढ़ाने के उपाय करने के निर्देश दिए. साथ ही उन्होंने कहा कि यदि किन्हीं विशेष चिकित्सकीय उपकरणों की आवश्यकता महसूस हो रही हो तो विशेषज्ञों से चर्चा कर खरीद करें.
खान एवं पेट्रोलियम विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव सुबोध अग्रवाल ने विदेशों से मंगाए जा रहे ऑक्सीजन कंसंट्रेटर की डिलीवरी की जानकारी देते हुए बताया कि अब तक करीब 10 हजार कंसंट्रेटर मिल चुके हैं. चिकित्सा शिक्षा विभाग के शासन सचिव वैभव गालरिया ने सवाई मानसिंह अस्पताल, आरयूएचएस, जयपुरिया अस्पताल और बीलवा कोविड सेंटर में भर्ती कोविड रोगियों की स्थिति तथा बेड एवं वेंटिलेटर्स की उपलब्धता के संबंध में अवगत कराया.
रीको के प्रबंध निदेशक आशुतोष एटी पेड़णेकर ने टैंकर्स से ऑक्सीजन परिवहन, राज्य में ऑक्सीजन की वर्तमान आवश्यकता एवं उपलब्धता तथा भावी योजना के संबंध में जानकारी दी. चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के शासन सचिव सिद्धार्थ महाजन ने बताया कि राज्य में बच्चों में कोविड संक्रमण की स्थिति सामान्य है. अप्रैल के अंतिम सप्ताह की तुलना में पिछले सप्ताह कुल संक्रमित रोगियों में बच्चों के संक्रमण के प्रतिशत में कमी आयी है. उन्होंने बताया कि प्रदेश में ऑक्सीजन बेड, वेंटिलेटर्स एवं आईसीयू पर्याप्त संख्या में उपलब्ध है.
अस्पतालों में भर्ती होने वाले कोविड रोगियों की तुलना में डिस्चार्ज होने वाले रोगियों की संख्या लगातार बढ़ रही है. वाणिज्य कर विभाग के आयुक्त रवि जैन ने जयपुर में ऑक्सीजन सप्लाई के संबंध में जानकारी देते हुए बताया कि यहां वर्तमान में ऑक्सीजन को लेकर कोई समस्या नहीं है.