जयपुर. हर व्यक्ति को गुणवत्तायुक्त भोजन मिले, इसके लिए प्रदेश की गहलोत सरकार ‘जीरो हंगर’ योजना और रणनीति के साथ काम करेगी. मुख्य सचिव निरंजन आर्य ने प्रदेश में कोई भी व्यक्ति भूखा नहीं सोए, इसके लिए कार्य करने के निर्देश दिए.
सीएस निरंजन आर्य ने विश्व खाद्य कार्यक्रम डब्ल्यूएफपी के वर्ष 2023-27 के दौरान राज्य में खाद्य एवं पोषण के लिए किए जाने वाले कार्यों के संबंध में आयोजित वर्चुअल बैठक की. मुख्य सचिव ने कहा कि देश-प्रदेश ही नहीं बल्कि दुनिया में कहीं भी किसी व्यक्ति को खाना नहीं मिलना अमानवीयता है. उन्होंने इसे चुनौती के रूप में लेते हुए समस्या के कारणों को पहचान कर कार्य करने को कहा.
आर्य ने राज्य में इस संबंध में किए जा रहे प्रयासों का जिक्र करते हुए कहा कि राज्य सरकार हर व्यक्ति को गुणवत्तायुक्त खाना उपलब्ध कराने के लिए जवाबदेही के साथ कार्य कर रही है. उन्होंने कहा कि सरकार ने कोरोना काल के दौरान ‘कोई भूखा न सोए’ के संकल्प के साथ इसकी प्रभावी क्रियान्विति सुनिश्चित की. राज्य सरकार ने अभिनव पहल करते हुए ‘इन्दिरा रसोई योजना’ (Indira Rasoi Yojna in Rajasthan) के माध्यम से शहरों में जरूरतमंद लोगों को बेहद कम कीमत पर गुणवत्ता वाला अनुदानित भोजन उपलब्ध कराना सुनिश्चित किया है.
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उन्होंने बताया कि सार्वजनिक वितरण प्रणाली, स्कूलों में मध्याह्न भोजन और आंगनबाड़ी केन्द्रों के माध्यम से महिलाओं और बच्चों को पोषणयुक्त भोजन उपलब्ध कराया जा रहा है. मुख्य सचिव ने वर्तमान में विभिन्न खाद्य कार्यक्रमों के माध्यम से उपलब्ध कराए जा रहे खाद्य की गुणवत्ता सुनिश्चित करने और दूसरे राज्यों से आने वाले जरूरतमंद लोगों जैसे विशेष समूहों को इन कार्यक्रमों में शामिल करने के सुझाव दिए. उन्होंने राज्य में एनिमिक समस्या को चुनौती बताते हुए विशेष फोकस करने पर जोर दिया.