जयपुर. कोरोना महामारी (Corona Pandemic) के प्रकोप के कारण राजस्थान सरकार (Rajasthan Government) की ओर से प्रदेश में 8 जून तक लगाए गए लॉकडाउन (Lockdown in Rajasthan) के चलते घरों में कैद लोग मानसिक अवसाद का शिकार होने लगे हैं. इसके साथ ही कोरोना का आंकड़ा (Corona Case in Rajasthan) भी कभी नीचे तो कभी ऊपर हो रहा है, जिसको देखकर भी लोगों में काफी डर देखने को मिल रहा है.
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ऐसे में लोगों को मोटिवेट (Motivate people) करने के लिए और खुद पर विश्वास रखते हुए धैर्य बरतने का संदेश देते हुए डीजी एसीबी बीएल सोनी (BL Soni) की ओर से अलग-अलग भाषाओं में अलग-अलग कविताएं लिखी गई हैं. ईटीवी भारत ने डीजी एसीबी बीएल सोनी से खास बातचीत की और उनके द्वारा लिखी गई कविताएं भी सुनी. ईटीवी भारत के माध्यम से डीजी एसीबी बीएल सोनी ने अपनी कविताओं के द्वारा आमजन को अनेक महत्वपूर्ण संदेश दिए हैं.
सकारात्मक बातें करें और प्रकृति को संजोए
ईटीवी भारत (ETV BHARAT) के साथ बातचीत करते हुए डीजी एसीबी बीएल सोनी ने कहा कि वर्तमान में चारों तरफ लोग सिर्फ वायरस (Corona Virus) को लेकर बात कर रहे हैं. लगातार वायरस (Corona virus) पर बात करने के चलते एक नकारात्मक माहौल बन जाता है, जो कि लोगों को मानसिक अवसाद की स्थिति में ले जाता है. ऐसे में लोगों को सकारात्मक बातें करनी चाहिए और साथ ही प्रकृति को संजोने का काम करना चाहिए.
बीएल सोनी ने कहा कि लोगों को प्रकृति का सृजन करना चाहिए और उसका ध्यान रखना चाहिए, लेकिन यह उनके द्वारा नहीं रखा गया. इसके कारण ही इस तरह की स्थिति उत्पन्न हुई है. ऐसे में लोगों को प्रकृति को संजोने का काम करना चाहिए. कहीं ना कहीं लोगों ने प्रकृति का दोहन किया है और वह प्रकृति से दूर हुए हैं तो ऐसे में लोगों को प्रकृति का सृजन करना चाहिए.
राजस्थानी, हिंदी और अंग्रेजी भाषा में लिखी कविताएं
डीजी एसीबी बीएल सोनी ने बताया कि वर्तमान में जो माहौल चल रहा है, उस माहौल के बारे में लोगों को जागरूक (make people aware) करने के लिए और संदेश देने के लिए राजस्थानी, हिंदी और अंग्रेजी भाषा में कुछ कविताएं लिखी हैं. इन सभी कविताओं का मुख्य उद्देश्य समाज के हर वर्ग के लोगों तक यह संदेश पहुंचाना है कि लोग कोरोना प्रोटोकॉल (Corona Protocol) की पालना करें. साथ ही लोग अपने मन में किसी भी तरह के नकारात्मक विचार न लाएं.
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बीएल सोनी की ओर से राजस्थानी भाषा (Rajasthani) में एक कविता लिखी गई है, जिसका शीर्षक 'रे भाया आपसे यह कहणो है, रे बहना आपसे यह कहणो है अगला कुछ दिन घरा में ही रहणो है'. इस कविता के माध्यम से ग्रामीण परिवेश में रहने वाले लोगों को कोरोना से बचाव का संदेश दिया गया है.
इसी प्रकार से अंग्रेजी में भी एक कविता बीएल सोनी ने लिखी है, जिसका शीर्षक है 'Learn to smile in the adversity and you will be blessed by the almighty.' इस कविता के माध्यम से बीएल सोनी युवाओं को हताश नहीं होने और विषम परिस्थितियों का डटकर सामना करने को लेकर संदेश दिया है.
इसी प्रकार से बीएल सोनी ने हिंदी में भी एक कविता लिखी है, जिसे उन्होंने प्रार्थना का रूप दिया है. इसका शीर्षक है 'ऐ रब महर कर, ऐ प्रभु दया कर'. इसके माध्यम से उन्होंने लोगों को नकारात्मक बातों से दूर रहने और सकारात्मकता फैलाने का संदेश दिया है. साथ ही अपने परिवार को आसपास रहने वाले लोगों की जरूरतों का ध्यान रखने का संदेश भी दिया गया है.