जयपुर. रिश्वत के मामले में गिरफ्तार दौसा और बांदीकुई एसडीएम को गुरुवार को कोर्ट ने जेल भेज दिया है. एसीबी की टीम ने दौसा एसडीएम और बांदीकुई एसडीएम को रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया था. न्यायालय ने दोनों आरोपियों को 15 दिन के लिए न्यायिक अभिरक्षा में भेजा है तो वहीं दलाल नीरज मीणा को 2 दिन पुलिस रिमांड पर दिया गया है.
बता दें कि एसीबी की टीम ने बुधवार को कार्रवाई करते हुए दौसा एसडीएम पुष्कर मित्तल और बांदीकुई एसडीएम पिंकी मीणा को 5-5 लाख रुपए की रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया था. एसीबी की टीम ने दौसा एसपी मनीष अग्रवाल के लिए लाखों रुपए की रिश्वत की मांग करने वाले दलाल नीरज मीणा को भी गिरफ्तार किया था.
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रिश्वतखोर अधिकारियों की ओर से नेशनल हाईवे का काम कर रही निजी कंपनी के काम में रुकावट नहीं डालने और भूमि अवाप्ति में सहयोग करने की एवज में रिश्वत मांगी गई थी. शिकायत का सत्यापन करने के बाद एसीबी की जयपुर टीम ने ट्रैप की कार्रवाई को अंजाम दिया. बांदीकुई एसडीएम पिंकी मीणा की ओर से 10 लाख रुपए रिश्वत मांगी गई थी. पहली किस्त 5 लाख रुपए लेते हुए बुधवार को टीम ने उसे गिरफ्तार कर लिया.
दौसा एसपी मनीष अग्रवाल के लिए लाखों रुपए की रिश्वत की मांग करने वाले दलाल नीरज मीणा को एसीबी टीम ने गिरफ्तार किया था. दलाल नीरज मीणा ने नेशनल हाईवे का काम कर रही निजी कंपनी के मालिक से उनके वाहनों को जब्त नहीं करने और उनके विरुद्ध थानों में दर्ज मुकदमों को रफा-दफा करने की एवज में एसपी के लिए 10 लाख रुपये की रिश्वत मांगी गई थी.
इसके साथ ही कंपनी की ओर से किए जा रहे कार्य में किसी भी तरह की अड़चन उत्पन्न नहीं करने की एवज में 4 लाख रुपए प्रतिमाह देने की मांग भी की गई थी. फिलहाल, रिश्वतखोर अधिकारियों के आवासों पर भी सर्च की कार्रवाई की जा रही है. एसीबी की टीम मामले की जांच पड़ताल में जुटी हुई है.