जयपुर. एससी, एसटी मामलों की विशेष अदालत ने रिश्वत में अस्मत मांगने के मामले में पीड़िता सहित आधा दर्जन लोगों के खिलाफ बनीपार्क थाना पुलिस को मामला दर्ज कर जांच के आदेश दिए (Order of registering case in Banipark police station in bribe case) हैं.
मामले में आरोपी बर्खास्त डीएसपी कैलाश बोहरा के भाई गोपाल सिंह ने बोहरा को बरी कराने की एवज में पीड़िता सहित अन्य लोगों की ओर से ब्लैकमेल कर एक करोड़ रुपए मांगने और जातिसूचक शब्दों से प्रताड़ित करने का आरोप लगाया है. पूर्व में समान तथ्यों के आधार पर कैलाश बोहरा ने भी एसीबी कोर्ट में प्रार्थना पत्र पेश किया था. जिसे एसीबी कोर्ट ने जेल अधीक्षक को भेजते हुए जेल नियमों के हिसाब से कार्रवाई करने को कहा था.
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परिवाद में कहा गया कि हाईकोर्ट ने मामले में पीड़िता के बयान दर्ज होने के बाद आरोपी को जमानत याचिका पेश करने को कहा था. ऐसे में पीड़िता जानबूझकर कई बार कोर्ट में बयानों के लिए उपस्थित नहीं हुई और अनावश्यक लंबे बयान दर्ज कराए. इस दौरान पीड़िता व उससे जुड़े अन्य लोगों ने परिवादी पक्ष को ब्लैकमेल कर एक करोड़ रुपए से लेकर 60 लाख रुपए तक मांगे. इसकी रिकॉर्डिंग भी परिवादी पक्ष के पास मौजूद है. परिवाद में आरोप लगाया गया कि मामले की पीड़िता व अन्य लोग रकम लेने के बाद कैलाश बोहरा को बरी करवाने की गारंटी ले रही हैं और उसे लगातार प्रताड़ित भी किया जा रहा है. जिस पर सुनवाई करते हुए अदालत ने बनीपार्क थाना पुलिस को मामला दर्ज कर जांच के आदेश दिए हैं.