जयपुर. हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर आधारित देश का पहला हैकाथॉन ऑनलाइन और ऑफलाइन आयोजित किया गया. तकनीकी शिक्षा मंत्री डॉ. सुभाष गर्ग ने कार्यक्रम का वर्चुअल शुभारंभ किया. 36 घंटे के लाइव कार्यक्रम में देशभर के सरकारी और निजी इंजीनियरिंग कॉलेजों के 400 से अधिक प्रतिभागियों ने अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया. इस प्रतियोगिता में विजेताओं को 1.5 लाख रुपए के नगद पुरस्कार दिए गए. राजस्थान तकनीकी विश्वविद्यालय कोटा और आनंद इंटरनेशनल कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग के संयुक्त तत्वाधान में नेशनल लेवल 'सॉफ्टटेक- हेक' हैकाथॉन एंड एंटरप्रेन्योरशिप डेवलपमेंट का आयोजन किया गया. कार्यक्रम के मुख्य अतिथि तकनीकी शिक्षा मंत्री डॉ. सुभाष गर्ग ने बताया कि इस हैकाथॉन के माध्यम से तकनीकी शिक्षा के क्षेत्र में रोजगार के नए अवसर विकसित होंगे.
आत्मनिर्भर भारत को मिले बढ़ावा
तकनीकी शिक्षा मंत्री ने कहा कि शैक्षणिक संस्थानों को टेक्निकल गतिविधियों को प्राथमिकता देनी चाहिए, जिससे आत्मनिर्भर भारत को बढ़ावा मिल सके. तकनीकी शिक्षा मंत्री ने कहा कि तकनीकी क्षेत्र में छात्रों की प्रतिभा को तराशने का काम किया जा रहा है. राजस्थान में तकनीकी क्षेत्र में सभी सरकारी और प्राइवेट कॉलेज अच्छा काम कर रहे हैं. तकनीकी शिक्षा के क्षेत्र में सही प्लेटफॉर्म और सेल्फ एंप्लॉयमेंट होना जरूरी है. कोरोना की वजह से काफी परेशानी हुई. देश और प्रदेश में तकनीकी शिक्षा के क्षेत्र में कई नवाचार हो रहे हैं. कॉलेज और यूनिवर्सिटी की ओर से स्टूडेंट्स को मोटिवेट कर के मौके दिए जाने चाहिए. कॉलेज और यूनिवर्सिटी इसको तकनीकी क्षेत्र में आगे आना चाहिए. सरकार तकनीकी शिक्षा के क्षेत्र में अच्छे कार्य कर रही है. स्टूडेंट्स की समस्या का कैसे समाधान हो, इस पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है. कॉलेज और यूनिवर्सिटी स्टूडेंट्स को बेस्ट देंगे तो परिणाम भी बेस्ट आएंगे.
राजस्थान तकनीकी विश्वविद्यालय कोटा के वाइस चांसलर प्रोफेसर आर गुप्ता ने बताया कि राजस्थान तकनीकी विश्वविद्यालय कोटा तकनीकी शिक्षा में नवाचार लाने के लिए हैकाथॉन, एचआर एनक्लेव जैसे कार्यक्रमों के माध्यम से अब तक 20 हजार से अधिक स्टूडेंट्स लाभान्वित हुए हैं. कॉलेज चेयरमैन मनोज मित्तल ने बताया कि यह "सॉफ्टटेक- हेक" हैकाथॉन ऑनलाइन ऑफलाइन और हार्डवेयर सॉफ्टवेयर आधारित देश का पहला हैकाथॉन है, जिसमें हैकाथॉन के चारों प्रारूपों का समावेश है. इस हाइब्रिड हैकाथॉन का उद्देश्य सामाजिक समस्या के समाधान को व्यवसायिक विचार पर बदलना है, जिसमें स्टार्टअप को बढ़ावा मिल सके.
यह भी पढ़ें- तीन संतानों का त्याग करके प्रेमी के संग महिला ने जाने की जताई इच्छा
उन्होंने बताया कि इस 36 घंटे के लाइव कार्यक्रम में देशभर के सरकारी और निजी इंजीनियरिंग कॉलेजों के 400 से भी अधिक प्रतिभागियों ने अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया है. प्रतियोगिता में विजेताओं को डेढ़ लाख रुपए की नगद पुरस्कार दिए गए हैं. कॉलेज की वाइस चेयरपर्सन मोनिका मित्तल ने बताया कि हैकाथॉन ऑनलाइन और ऑफलाइन मिक्स मोड पर आयोजित किया गया है. इस तरह का प्लेटफार्म स्टूडेंट्स के लिए काफी फायदेमंद है. स्टूडेंट महसूस कर सकते हैं कि कोई भी प्रॉब्लम सॉल्व करने का एक सोलूशन नहीं होता है. जब कोई भी प्रॉब्लम सॉल्व करते हैं, तो मल्टीपल सॉल्यूशन हो सकते हैं. यह स्टूडेंट्स को पेशेंस रखने और आगे बढ़ाने के बारे में सिखाता है. किताबों का ज्ञान ही काफी नहीं है, प्रैक्टिकल ज्ञान भी आवश्यक है.
कार्यक्रम में आरटीयू के वाइस चांसलर प्रोफेसर आरए गुप्ता, आनंद इंजीनियरिंग कॉलेज के चेयरमैन मनोज मित्तल, टीईक्यूआईपी-1 कोऑर्डिनेटर प्रोफेसर धीरेंद्र माथुर, वाइस चेयरपर्सन मोनिका मित्तल, आरटीयू इवेंट कोऑर्डिनेटर डॉ. दीपक भाटिया, प्रिंसिपल प्रोफेसर विजय के शर्मा, वाइस प्रिंसिपल कोऑर्डिनेटर प्रोफेसर प्रवीण अग्रवाल, होस्ट इंस्टिट्यूट कोऑर्डिनेटर इंजीनियरिंग प्रमिल सिन्हा और डॉक्टर सुनील जांगिड़ समेत कई गणमान्य लोग मौजूद रहे.