जयपुर. लंबी जद्दोजहद के बाद शुक्रवार को नगर निगम की टीम ने आखिरकार वार्डों के पुनर्गठन और परिसीमन का काम पूरा कर लिया. इसके साथ ही तैयार किए गए प्रस्तावित वार्डों के मानचित्र को डीएलबी से लेकर नगर निगम, कलेक्ट्रेट में चस्पा किया गया है. साथ ही निगम और स्वायत्त शासन की वेबसाइट पर भी इसे प्रकाशित किया गया है. इसके बाद अब 15 जुलाई तक आपत्तियां आमंत्रित की गई हैं. जिनमें सुधार के बाद राज्य सरकार की अंतिम स्वीकृति पर वार्डों के पुनर्गठन का काम पूरा होगा.
नगर निगम में मौजूदा 91 वार्ड को राज्य सरकार के निर्देश पर 150 किए जाने का काम पूरा कर लिया गया है. विधानसभा क्षेत्र वार 91 वार्ड की आबादी को यथावत रखते हुए परिसीमन का काम किया गया है. निगम के एडिशनल कमिश्नर अरुण गर्ग ने बताया कि आपत्ति आमंत्रित करने के लिए नोटिस जारी कर दिया गया है. आज देर शाम वार्डों के पुनर्गठन और परिसीमन की एक्सरसाइज पूरी करने के बाद जोन कार्यालय डीएलबी, नगर निगम, कलेक्ट्रेट में प्रस्तावित वार्डों का मैप चस्पा किया गया है. साथ ही डीएलबी और नगर निगम की आधिकारिक वेबसाइट पर भी इसे पब्लिश किया गया है. लिस्ट देखने के लिए यहां क्लिक करें.
2011 की जनगणना के साइंटिफिक डाटा, शहर के फिजिकल फीचर, थाना क्षेत्र को ध्यान में रखते हुए 150 वार्डों के परिसीमन का काम किया गया है. परिसीमन के तहत अब लगभग एक वार्ड में 20 हजार 355 की औसत आबादी रहेगी. गर्ग ने बताया कि वार्ड कॉम्पैक्ट बने और रेलवे लाइन, बड़ा नाला, बड़ी सड़क के बीच वार्ड हो, ऐसे फिजिकल फीचर का ध्यान रखा गया है.
बहरहाल, निगम की ओर से वार्डों का अंतिम स्वरूप सामने आ गया है. हालांकि आपत्तियां आनी फिलहाल बाकी है. जिनके निस्तारण और राज्य सरकार की अंतिम स्वीकृति के बाद 150 वार्ड का मूल स्वरुप सामने आ जाएगा.