जयपुर. देशभर में कोरोना वायरस से डर का माहौल बना हुआ है.कोरोना का खौफ दुनिया भर में इस कदर है कि, लोग अपनों के अंतिम संस्कार के लिए भी आगे नहीं आ रहे हैं. लेकिन ऐसे में जयपुर के विष्णु गुर्जर कोरोना से मरने वाले लोगों का अंतिम संस्कार कर रहे हैं. अब तक करीब 74 लोगों का अंतिम संस्कार भी कर चुके हैं.
कोरोना संकट में कोरोना मृतकों का अंतिम संस्कार करने वाले कोरोना योद्धा विष्णु गुर्जर का जय भारत जन चेतना मंच के नेतृत्व में स्वागत किया गया. निवर्तमान पार्षद विक्रम सिंह तंवर और बीजेपी नेता हेमपाल मीणा ने कोरोना योद्धा विष्णु को माला पहनाकर और शॉल ओड़ाकर स्वागत किया. इस अवसर पर लोगों ने पुष्प वर्षा कर कोरोना योद्धा का हौसला अफजाई किया.
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निवर्तमान पार्षद विक्रम सिंह तंवर और बीजेपी नेता हेमपाल मीणा ने कोरोना योद्धा विष्णु के उज्जवल भविष्य की कामना करते हुए कहा कि, हम सभी को कोरोना योद्धाओं का सम्मान कर उनका हौसला अफजाई करना चाहिए. विष्णु ने ऐसे कोरोना पॉजिटिव मृतकों का अंतिम संस्कार किया है, जिनके शव लेने से परिजन भी कतराते हैं. ऐसे योद्धा पर हम सभी को गर्व है.
राजधानी जयपुर में कोरोना पॉजिटिव से हर दिन मरीजों की मौत हो रही है। ऐसे में जिस मरीज को जीते-जी लोग छूने से भी कतराते हैं, मरने के बाद उनका अंतिम संस्कार भी करने को तैयार नहीं है. जयपुर के रहने वाले विष्णु एसएमएस हॉस्पिटल के मुर्दाघर में सुपरवाइजर का काम करते हैं. विष्णु अपनी टीम के साथ इंसानियत का फर्ज निभाते हुए कोरोना से मरने वालों का अंतिम संस्कार कर रहे हैं.
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अंतिम संस्कार करन के बाद रात को आते है डरावने सपनें
विष्णु ने बताया कि कोरोना मृतकों का धर्म के आधार पर ही अंतिम संस्कार किया जाता है. कब्रिस्तान में सुपुर्द-ए-खाक करके अंतिम संस्कार की रस्में निभाई जाती है. तो वहीं श्मशान में चिता जला कर रस्में निभाई जाती है, विष्णु गुर्जर ने बताया कि करीब 74 कोरोना पॉजिटिव मृतकों का अंतिम संस्कार किया जा चुका है. जिनमें से कई मृतकों की अस्थियां लेने भी परिजन नहीं आए. उनकी अस्थियां भी अपने पास ही रखी हुई है. विष्णु बताते हैं कि रोजाना मृतकों का अंतिम संस्कार करते करते अब रात में डरावने सपने भी आते हैं.