जयपुर. राजस्थान में जून में एक बार फिर 18 से 44 वर्ष आयु से जुड़ा टीकाकरण कार्यक्रम (vaccination program) प्रभावित हो सकता है. दरअसल, केंद्र की ओर से जून महीने में राजस्थान को मिलने वाली वैक्सीन (Corona Vaccine) का कोटा तय कर दिया गया है, जिसके अनुसार करीब 12 लाख 66 हजार वैक्सीन ही केंद्र की ओर से राज्य को अलॉट की जाएगी.
पढ़ें- धौलपुर में कचरे के ढेर में फेंक कर जलाई गई दवाइयां, सड़क पर भी मिले सरकारी दवाओं के कार्टन
प्रदेश के चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री डॉ. रघु शर्मा (Raghu Sharma) का कहना है कि शुरू से ही राजस्थान कोविड-19 टीकाकरण कार्यक्रम (COVID-19 vaccination program) में पहले पायदान पर रहा है. इसके अलावा राजस्थान में गहलोत सरकार (Gehlot Government) अपने स्तर पर टीके की खरीद कर 18 से 44 वर्ष की आयु के लोगों के टीकाकरण कार्यक्रम को संचालित कर रही है.
राजस्थान में वैक्सीन की कमी
ऐसे में मंत्री का कहना है कि बीते कुछ समय से प्रदेश में वैक्सीन की कमी (Shortage of Corona Vaccine) देखने को मिल रही है. गहलोत सरकार (Gehlot Government) अपने स्तर पर 3000 करोड़ का बजट भी वैक्सीन की खरीद को लेकर जारी किया है, लेकिन मंत्री ने केंद्र पर आरोप लगाते हुए कहा है कि प्रदेश में कितनी वैक्सीन की आवश्यकता है उससे काफी कम वैक्सीन प्रदेश को सप्लाई की जा रही है.
केंद्र की ओर से मिलेगा 12.66 लाख वैक्सीन
वहीं, जून महीने में सिर्फ 12 लाख 66 हजार वैक्सीन (Corona Vaccine) का कोटा केंद्र की ओर से तय किया गया है, जिस पर चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री डॉ. रघु शर्मा ने सवाल उठाते हुए कहा है कि प्रदेश में 18 से 44 वर्ष की आयु के तकरीबन 3 करोड़ से अधिक लाभार्थियों को वैक्सीन लगनी है. यदि मांग के अनुसार वैक्सीन की सप्लाई नहीं होगी तो टीकाकरण कार्यक्रम (vaccination program) निश्चित तौर पर प्रभावित होगा.
एडवांस पेमेंट के बाद भी नहीं हो रही सप्लाई
ऐसे में अब माना जा रहा है कि जून महीने में एक बार फिर पेड कैटेगरी से जुड़ा टीकाकरण कार्यक्रम प्रभावित हो सकता है. चिकित्सा मंत्री ने यह भी कहा कि हमने वैक्सीन बनाने वाली दोनों प्रमुख कंपनियों को एडवांस में पेमेंट दे दिया है, लेकिन बावजूद इसके वैक्सीन की सप्लाई नहीं हो पा रही है.
टीकाकरण का मौजूदा हाल
- अब तक प्रदेश में 1,70,42,154 लाभार्थियों को टीका लगाया जा चुका है.
- इसमें 60 साल या इससे अधिक की आयु के लोगों को 53,77,818 वैक्सीन की पहली डोज लगाई जा चुकी है.
- 16,77,711 लाभार्थियों को वैक्सीन की दूसरी डोज लगाई जा चुकी है.
- 45 से 59 वर्ष की आयु के लोगों की बात की जाए तो 55,09,648 लोगों को वैक्सीन की पहली डोज लगाई जा चुकी है.
- 45 से 59 वर्ष की आयु के लोगों को 8,22,382 लोगों को वैक्सीन की दूसरी डोज लगाई जा चुकी है.
- 18 से 44 वर्ष की आयु के 18,23,130 लोगों को वैक्सीन की पहली डोज लग चुकी है.