जयपुर. भाजयुमो ने युवा कांग्रेस के प्रशिक्षण शिविर के दौरान कोरोना प्रोटोकॉल तोड़ने का आरोप लगाया है. भाजयुमो ने शिविर के दौरान मौजूद कार्यकर्ताओं के खिलाफ कार्रवाई की मांग भी की है. प्रदेश भाजपा युवा मोर्चा कार्यालय मंत्री सत्येंद्र त्यागी और मोर्चा कार्यकर्ता विक्रम सिंह शेखावत ने यह मांग की है. इनका आरोप है कि युवक कांग्रेस के मौजमहल रिसोर्ट में चल रहे शिक्षण शिविर में 500 से अधिक कार्यकर्ता और पदाधिकारी एक साथ बैठकर प्रशिक्षण ले रहे हैं, जो सीधे तौर पर सोशल डिस्टेंसिंग और कोरोना गाइडलाइन की अवहेलना है. सरकार को नियमानुसार, आयोजनकर्ता और कार्यकर्ताओं पर भी कार्रवाई करनी चाहिए.
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त्यागी और शेखावत के अनुसार, प्रदेश सरकार कोरोना काल के दौरान प्रबंधन में पूरी तरह फैल रही. लेकिन, अब कोरोना एडवाइजरी का हवाला देकर भाजपा के नेताओं को टारगेट बनाया जा रहा है. अलवर में हुई घटना इसका ताजा उदाहरण है. उन्होंने कहा कि जब भाजपा नेताओं को किसानों के जन जागरण के दौरान कोरोना की अवहेलना का आरोप लगाकर मामले दर्ज किए जा सकते हैं, तो युवक कांग्रेस के कार्यकर्ता तो बड़ी तादाद में एक साथ एक स्थान पर बैठकर प्रशिक्षण ले रहे हैं. ऐसे में इनके खिलाफ महामारी एक्ट के तहत कार्रवाई होना चाहिए.
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गौरतलब है कि युवक कांग्रेस का तीन दिवसीय प्रशिक्षण शिविर रविवार से सीकर रोड स्थित मौज महल रिसोर्ट में शुरू हुआ. जिसमें युवक कांग्रेस के प्रदेश पदाधिकारी, सभी जिलों के अध्यक्ष और उपाध्यक्ष के साथ कांग्रेस के अध्यक्षों को बुलाया गया है. प्रशिक्षण शिविर में युवक कांग्रेस कार्यकर्ताओं की संख्या के लिहाज से अब भाजपा युवा मोर्चा कार्यकर्ता और पदाधिकारी प्रदेश सरकार से और प्रशासन से कार्रवाई की मांग कर रहे हैं. इससे पहले भी अलवर के खेरतल में किसान सभा के दौरान भाजपा राष्ट्रीय महामंत्री भूपेंद्र यादव और सांसद बाबा बालक नाथ सहित 800 लोगों के खिलाफ कोरोना की अवहेलना से जुड़ी एफआईआर दर्ज हुई थी.