जयपुर. राजस्थान में एक बार फिर कोरोना संक्रमण (Covid 19 in Rajasthan) बेकाबू होता दिख रहा है. बीते 3 दिन में प्रदेश में 100 से अधिक संक्रमण के मामले सामने आ चुके हैं, जिनमें सर्वाधिक मामले राजधानी जयपुर से देखने को मिले हैं. जिस तरह से संक्रमण के मामले बढ़ रहे हैं उसके बाद जयपुर कोरोना का हॉट स्पॉट सेंटर बनता जा रहा है. संक्रमण के बढ़ते मामलों के बाद चिकित्सा विभाग ने अधिक से अधिक सैंपलिंग करने के निर्देश भी जारी कर दिए हैं.
देश के साथ-साथ प्रदेश में भी कोविड-19 संक्रमण के मामलों में लगातार बढ़ोतरी हो रही है. राजस्थान में जहां संक्रमण बीते कुछ समय पहले काफी कम हो गया था वहीं अब संक्रमण तेज रफ्तार के साथ बढ़ रहा है. आंकड़ों की बात करें तो बीते 3 दिन में कोरोना के मामलों में एकाएक उछाल देखने को मिला है और इसके बाद मरीजों को अस्पताल में भी भर्ती किया गया है. इनमें से कुछ मरीज को वेंटीलेटर पर जिंदगी और मौत से जंग लड़ रहे हैं. प्रदेश में बीते वर्ष दिसंबर के आखिरी सप्ताह में अचानक संक्रमण के मामलों में बढ़ोतरी देखने को मिली थी और प्रदेश में कोविड-19 संक्रमण के नए वैरिएंट ओमीक्रोन के मामले (Omicron Threat in Rajasthan) सामने आए थे. जिसके बाद प्रदेश में कोरोना की तीसरी लहर की शुरुआत हो गई. हालांकि, यह तीसरी लहर ज्यादा समय तक बरकरार नहीं रही और मार्च माह में संक्रमण के मामले तेजी से कम होने लगे. आंकड़ों पर नजर डालें तो...
- जनवरी से प्रदेश में संक्रमण के मामलों में तेजी आने लगे.
- जनवरी, फरवरी और मार्च माह में एक बार फिर रिकॉर्ड संक्रमण के मामले आए सामने.
- इन 3 माह में प्रदेश में 326458 नए संक्रमण के मामले दर्ज किए गए.
- इस दौरान बड़ी संख्या में संक्रमण के कारण मरीजों की मौत भी हुई.
- जनवरी से लेकर मार्च तक प्रदेश में कोविड-19 संक्रमण के कारण 588 मरीजों की मौत हुई.
देश में बढ़ते कोविड-19 संक्रमण के मामलों के बाद बीते दिन देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सभी मुख्यमंत्रियों के साथ बैठक भी की. बैठक के बाद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि (CM Gehlot on Corona Cases) कोरोना संक्रमण में हो रही बढ़ोतरी एक चेतावनी के तौर पर लेकर एक बार फिर से कोविड प्रोटोकॉल की पालना शुरू कर देनी चाहिए, क्योंकि भारत में ही नहीं बल्कि विश्व के अन्य देशों में भी संक्रमण के मामलों में तेजी से बढ़ोतरी हो रही है.
अप्रैल में बिगड़ रहे हालात : अप्रैल माह के शुरुआती सप्ताह में देश के कई राज्यों में संक्रमण के मामलों में तेजी देखने को मिली और अब प्रदेश में भी संक्रमण के मामलों में बढ़ोतरी देखने को मिल रही है. मामले को लेकर मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. नरोत्तम शर्मा का कहना है कि बीते 2 साल से संक्रमण के मामलों में उतार-चढ़ाव देखने को मिल रहा है और अब पिछले कुछ दिनों से संक्रमण एक बार फिर से बढ़ने लगा है.
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ऐसे में अधिक से अधिक सैंपलिंग करने के निर्देश भी सरकार की ओर से जारी किए गए हैं. उन्होंने कहा कि मौजूदा समय में 1700 से अधिक सैंपलिंग हर दिन की जा रही ह. प्रदेश की बात करें तो फिलहाल सर्वाधिक मामले राजधानी जयपुर से संक्रमण के देखने को मिल रहे हैं और जयपुर के कुछ ऐसे क्षेत्र हैं जहां एक बार फिर तेजी से संक्रमण बढ़ रहा है. डॉक्टर नरोत्तम शर्मा का कहना है कि बीते 3 दिन में जैसे ही संक्रमण के मामलों में तेजी आई है, वैसे ही अस्पतालों में मरीज भर्ती हो रहे हैं. फिलहाल, 20 से अधिक मरीज अस्पताल में एडमिट हैं, जिनमें से 7 मरीज ऑक्सीजन बेड पर, 7 मरीज आईसीयू में और 3 मरीज वेंटिलेटर पर जिंदगी और मौत से जंग लड़ रहे हैं.
- अप्रैल माह की बात करें तो संक्रमण में एक बार फिर से तेजी देखने को मिली है.
- अब तक अप्रैल माह में 465 संक्रमण के नए मामले आ चुके हैं सामने.
- बीते 3 दिन में एक बार फिर बढ़ी है कोरोना की रफ्तार.
- बीते 3 दिन में प्रदेश में 139 नए मामले संक्रमण के आए हैं सामने.
- इस दौरान राजधानी जयपुर में बढ़े हैं सर्वाधिक मामले.
- बीते 3 दिन में जयपुर में 99 संक्रमण के नए मामले आए हैं सामने
नरोत्तम शर्मा का कहना है कि राजधानी जयपुर के कुछ ऐसे इलाके हैं (Jaipur Becoming Hotspot Center) जहां संक्रमण के मामलों में तेजी से बढ़ोतरी हो रही है. जिनमें जगतपुरा, सांगानेर, वैशाली नगर, मालवीय नगर और मानसरोवर के सर्वाधिक मामले संक्रमण के सामने आए हैं.