जयपुर. किसानों को वर्ष 2021-22 में 200 करोड़ का दीर्घकालीन कृषि ऋण वितरित किया जाएगा. वही वर्ष 2020-21 में किसानों को सहकारी बैंकों के माध्यम से 15235 करोड़ रुपये का फसली ऋण वितरित किया गया है. यह जानकारी सहकारिता मंत्री उदयलाल आंजना ने दी. उन्होंने निर्देश दिए कि नए किसानों को फसली ऋण वितरण में सहकारी बैंक तत्परता दिखाएं. 2021-22 में 3 लाख नए किसानों को फसली ऋण का वितरण किया जाएगा.
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आंजना मंगलवार को वर्चुअल तरीके से आयोजित विभागीय अधिकारियों की बैठक को संबोधित कर रहे थे. इस दौरान उन्होंने कहा कि खरीफ 2021 में 3.17 लाख किसानों को 971.88 करोड़ रुपये का फसली ऋण वितरित हुआ है. इसमें गति लाई जाए. उन्होंने कहा कि वर्ष 2021-22 में एसएलडीबी 200 करोड़ के दीर्घकालीन कृषि ऋण वितरण के लिए सुनियोजित योजना बनाकर किसानों को लाभान्वित करे और एसएलडीबी को अपेक्स बैंक में मर्ज करने के लिए रिपोर्ट प्रस्तुत करें.
आंजना ने दिए कि किसानों को किसी प्रकार की परेशानी नहीं होनी चाहिए. उन्होंने समय पर किसानों का बीमा करने की प्रक्रिया को शीघ्र संपादित करने के निर्देश भी दिए. और 5 प्रतिशत ब्याज अनुदान योजना की अवधि को बढ़ाने के लिए वित्त विभाग को पत्र लिखने की बात भी कही. ताकि किसानों को कोरोना में योजना का लाभ मिल सके.उन्होंने कहा कि अवधिपार किसानों को भी फसली ऋण का वितरण किया जाए. इसके लिए बनाई गई कमेटी की रिपोर्ट शीघ्र प्रस्तुत की जाए. ताकि किसान हित में निर्णय लिया जा सके. उन्होंने कहा कि विभाग एवं संस्थाओं के अधिकारी एवं कर्मचारी फील्ड में कार्य करते हैं. उन्हें फ्रंटलाइन वर्कर की सुविधायें मिले, इसके लिए विशेष प्रयास किए जाएं.
उन्होंने आगे कहा कि कॉनफैड ने लगभग 7 लाख मास्क (सर्जिकल 3 रुपये प्रति मास्क) एवं एन-95 (20 रुपए प्रति मास्क) आमजन को उपलब्ध कराए हैं. इन गुणवतापूर्ण मास्क की उपलब्धता सभी जगह हो यह सुनिश्चित किया जाए. कॉनफैड एवं उपभोक्ता भंडारों की आरपीएमएफ योजनातर्गत की कोष कार्यालयों की ओर से 175 करोड़ रुपये की बकाया राशि के लिए राज्य सरकार को अवगत कराया जाएगा.
आंजना ने निर्देश दिए कि भर्ती बोर्ड में प्रक्रियाधीन भर्ती के 888 पदों को कोरोना से सामान्य स्थिति होने पर शीघ्र परीक्षा आयोजित करें ताकि बेरोजगारों को रोजगार मिल सके. उन्होंने कहा कि राजफैड द्वारा 1.61 लाख मीट्रिक टन गेहूं की खरीद हो चुकी है. शेष लगभग 60 हजार मीट्रिक टन गेहूं की खरीद समय पर हो जाए यह सुनिश्चित किया जाए.