जयपुर. 22 मार्च को जयपुर डिस्ट्रिक्ट क्रिकेट एसोसिएशन के चुनाव होने हैं और चुनावी प्रक्रिया भी शुरू हो चुकी है. लेकिन चुनाव से पहले क्रिकेट क्लबों की मान्यता को लेकर विवाद शुरू हो गया है. क्लबों की मान्यता को लेकर आरोप-प्रत्यारोप का सिलसिला जारी है.
जयपुर डिस्ट्रिक्ट क्रिकेट एसोसिएशन के चुनाव में इस बार 135 क्लबों को शामिल किए जाने के बाद विवाद शुरू हो गया है. दरअसल 20 क्लबों को लेकर यह विवाद शुरू हुआ है और चुनाव प्रक्रिया के दौरान 41 आपत्तियों पर सुनवाई भी की गई है. जीडीसीए के वर्तमान सचिव डॉ विमल सोनी ने 20 क्लबों को चुनाव में शामिल करने पर असहमति जताई है.
उन्होंने कहा है कि जेडीसीए में ना कोई एजीएम हुई और ना ही नए क्लबों को जोड़ने की कोई प्रक्रिया शुरू की गई. ऐसे में नए क्लब किस आधार पर जोड़े गए, इसे लेकर उन्हें आपत्ति है. वहीं विधायक रामलाल शर्मा ने भी आपत्ति जताते हुए कहा है कि 31 मार्च 2019 तक जिन क्लबों की फीस जमा है, उन्हें वोटिंग का अधिकार मिलना चाहिए.
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नए क्लब शामिल करने को दूसरे पक्ष ने जायज ठहराया है. मामले को लेकर जेडीसीए के पूर्व जिला संघ सचिव मोहम्मद इकबाल ने कहा कि वर्ष 2018 में 20 क्लबों को जेडीसीए में शामिल किया गया था. जिसे लेकर बेवजह आपत्ति दर्ज कराई गई है. जेडीसीए के इस चुनाव की मतदाता सूची में खेल मंत्री अशोक चांदना, मंत्री लालचंद कटारिया, मुख्य सचेतक महेश जोशी और विधायक रामलाल समेत कई बड़े नाम शामिल हैं.