जयपुर. अखिल भारतीय वीर गुर्जर महासभा ने सम्राट पृथ्वीराज चौहान के गुर्जर होने के प्रमाण दिए हैं. अखिल भारतीय वीर गुर्जर महासभा ने शुक्रवार को जयपुर में प्रेस वार्ता कर कहा कि सम्राट पृथ्वीराज चौहान गुर्जर समाज से ताल्लुक रखते थे और उन्होंने दावा किया है कि इसके प्रमाण Emperor Prithviraj Chauhan Belongs to Gurjar Society) पृथ्वीराज विजय महाकाव्य में भी मिलते हैं. वहीं, चेतावनी देते हुए कहा है कि यदि फिल्म पृथ्वीराज में पृथ्वीराज को गुर्जर नहीं दिखाया गया या फिर तथ्यों से किसी तरह की कोई छेड़खानी की गई तो इसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.
इस मौके पर आचार्य वीरेंद्र विक्रम ने बताया कि (Akhil Bhartiya Veer Gurjar Mahasabha on Prithviraj Chauhan) कदवाहा और राजोर के शिलालेखों में, तिलक मंजरी, सरस्वती कंठाभरण, पृथ्वीराज विजय आदि के शिलालेखों में पृथ्वीराज के गुर्जर होने के प्रमाण मिले हैं. उन्होंने कहा कि पृथ्वीराज विजयराजमहाकाव्यम में भी इसका वर्णन देखने को मिलता है. अखिल भारतीय वीर गुर्जर महासभा ने यह भी दावा किया है कि पृथ्वीराज विजय महाकाव्य में तराइन के प्रथम युद्ध में पृथ्वीराज चौहान की मोहम्मद गौरी पर विजय का वर्णन है.
वीरेंद्र विक्रम ने यह भी दावा किया है कि पृथ्वीराज विजय महाकाव्य के सर्ग 10 के श्लोक नंबर 50 में पृथ्वीराज के किले को गुर्जर दुर्ग लिखा है और सर्ग 11 के श्लोक नंबर 7 और 9 में गुर्जरों द्वारा गौरी को पराजित करने का वर्णन है. इसलिए अखिल भारतीय वीर गुर्जर महासभा का दावा है कि इन सभी के साक्ष्य के आधार पर यह प्रमाणित होता है कि सम्राट पृथ्वीराज चौहान गुर्जर समाज से थे. अखिल भारतीय वीर गुर्जर महासभा ने कहा है कि हाल ही में यश राज फिल्म्स बैनर तले बनाई जा रही पृथ्वीराज फिल्म में यदि सम्राट पृथ्वीराज को गुर्जर नहीं दिखाया गया और तथ्यों से छेड़छाड़ की गई तो गुर्जर समाज यह बर्दाश्त नहीं करेगा.