जयपुर. विश्व विरासत में शामिल परकोटा के हेरिटेज लुक को बिगाड़े जाने की खबर ईटीवी भारत पर प्रसारित होने के बाद बुधवार को छोटी चौपड़ के बरामदे के नजदीक किए गए स्थाई निर्माण को ध्वस्त किया गया. इसके साथ ही शहर के विभिन्न पार्कों में कोविड-19 नियमों की पालना नहीं करने वाले लोगों पर जुर्माना राशि वसूलने की कार्रवाई भी की गई.
इसी साल फरवरी में जयपुर के परकोटे को यूनेस्को महानिदेशक ने विश्व विरासत का सर्टिफिकेट दिया था. विश्व विरासत में शामिल होने के लिए शहर की तीनों चौपड़ प्रमुख बिंदुओं में शामिल थी. लेकिन इन्हीं में से एक छोटी चौपड़ पर गणगौरी बाजार की ओर जाने वाले रास्ते की शुरुआत में सरकारी जमीन पर अवैध स्थाई निर्माण कराया जा रहा था. बरामदे के पिलर के सहारे इसका निर्माण किया जा रहा था. इस स्थाई निर्माण से हेरिटेज को नुकसान पहुंच रहा था. ईटीवी भारत पर खबर प्रसारित होने के बाद पहले इसका निर्माण कार्य रोका गया. बुधवार को निगम की विजिलेंस टीम ने कार्रवाई करते हुए इस स्थाई निर्माण को ध्वस्त भी कर दिया.
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इसके अलावा निगम प्रशासन ने मोती डूंगरी जोन में विवेक विहार कॉलोनी के बाहर कार्रवाई करते हुए सड़क पर अवैध रूप से किए गए अतिक्रमण को ध्वस्त किया. यहां मौजूद रहवासियों ने सरकारी जमीन पर रैंप बनाकर अतिक्रमण कर रखा था.
निगम की सतर्कता शाखा ने बुधवार को नगर निगम क्षेत्राधिकार के विभिन्न पार्कों में कोविड-19 नियमों की पालना नहीं करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की. नियमों की पालना नहीं करने वालों पर जुर्माना लगाया गया. निगम ने महावीर उद्यान, नेहरू बाल उद्यान और सेंट्रल पार्क में बिना मास्क घूमते हुए लोगों से जुर्माना राशि वसूली. पार्क के आसपास संचालित दुकानों पर बिना मास्क पाए गए दुकानदारों और सोशल डिस्टेंसिंग की पालना नहीं करने वाले व्यक्तियों पर भी कार्रवाई की गई.