जयपुर. पेट्रोल-डीजल व रसोई गैस की लगातार बढ़ती दरों ने आम आदमी को परेशान कर रखा है. बढ़ती महंगाई पर सियासत तो खूब हो रही है लेकिन जनता को राहत नहीं मिल पा रही. प्रदेश कांग्रेस इस मामले में केंद्र सरकार के खिलाफ आज सड़कों पर उतर आई लेकिन भाजपा नेता कांग्रेस के इस विरोध प्रदर्शन की तुलना हाथी के दांत से कर रहे हैं जो दिखाने के और व खाने के और हैं.
बढ़ती महंगाई के खिलाफ महिला कांग्रेस के प्रदर्शन पर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया का कहना है कि कांग्रेस की कथनी और करनी में ही अंतर है. पूनिया के अनुसार गहलोत सरकार और कांग्रेस के नेता केवल इस बात का जवाब दें कि राजस्थान में पेट्रोल-डीजल पर जो वैट लगाया जा रहा है उसे कब कम किया जाएगा क्योंकि आज देश में सर्वाधिक वैट पेट्रोल और डीजल पर राजस्थान में ही लग रहा है.
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महंगाई एनडीए राज में ही नहीं, कांग्रेस राज में भी थी -पूनियां
पेट्रोल डीजल रसोई गैस की बढ़ती कीमतों पर कांग्रेस के विरोध प्रदर्शन को भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने हाथी के दांत करार दिया है. उन्होंने कहा ऐसा नहीं है की महंगाई केवल एनडीए राज में ही हुई, कांग्रेस के राज में भी थी. पूनिया ने कहा कि मनमोहन सरकार के शासनकाल में भी पेट्रोल पर 112 परसेंट और डीजल पर 64 पर्सेंट बढ़ोतरी हुई थी. पूनिया ने कहा कि मौजूदा कोरोना काल खंड में जिस प्रकार की सुविधाएं किसान और आमजन को दी गई वह इस बढ़ती महंगाई का मोदी सरकार द्वारा प्रत्युत्तर है.
पूनिया बोले-उचित समय आने पर केंद्र सरकार करेगी समस्या का समाधान
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष के अनुसार मोदी सरकार इस समस्या के समाधान का प्रयास कर रही है. कहा कि उन्हें भरोसा है कि उचित समय आने पर इन समस्याओं का अच्छी तरीके से समाधान होगा.
आगामी चुनाव पर पड़ेगा बढ़ती महंगाई का असर
पेट्रोल डीजल की दरों में जिस तरह लगातार बढ़ोतरी हो रही है. उससे महंगाई सातवें आसमान पर पहुंच गई है. वहीं रसोई गैस पर मोदी सरकार ने पहले ही सब्सिडी देना बंद कर दिया है. उसके बाद दामों में भी लगातार इजाफा हो रहा है. राजस्थान में आने वाले पंचायत राज और निकायों के उपचुनाव में इसका असर भी देखने को मिलेगा. यही कारण है कि कांग्रेस इस मामले को भुनाने के लिए केंद्र सरकार के खिलाफ सड़कों पर है. गौरतलब है कि 7 से 17 जुलाई तक कांग्रेस पेट्रोल-डीजल की दरों में बढ़ोतरी के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करेगी जिसका आगाज बुधवार से हो गया है. विरोध-प्रदर्शन के इस अभियान के जरिए कांग्रेस केंद्र के मोदी सरकार पर दबाव बना रही है. वहीं बीजेपी बचाव की मुद्रा में हैं साथ ही राजस्थान सरकार से भी पेट्रोल डीजल पर लगने वाले की दरों में कमी की मांग कर रही है.
राजस्थान में पेट्रोल डीजल पर सर्वाधिक वैट
देशभर में पेट्रोल और डीजल पर सर्वाधिक वैट केवल राजस्थान में ही लग रहा है. वर्तमान में राजस्थान में पेट्रोल पर 36% और डीजल पर 26% वैट लगता है जबकि राजस्थान के आसपास के राज्य गुजरात, मध्य प्रदेश, हरियाणा, पंजाब सहित अन्य राज्यों में वैट की दर राजस्थान की तुलना में कम है.