जयपुर. द्वितीय विश्व युद्ध के समय 9 अगस्त 1942 को अंग्रेजों के खिलाफ भारत छोड़ो आंदोलन शुरू किया गया था. महात्मा गांधी ने अखिल भारतीय कांग्रेस समिति के मुंबई अधिवेशन में इसकी शुरुआत की थी. जिसमें देश के कोने-कोने से सेनानियों ने अंग्रेजी शासन के खिलाफ सविनय अवज्ञा आंदोलन शुरू किया था. इन्हीं आंदोलनों में शामिल हुए स्वतंत्रता सेनानियों का रविवार को प्रदेश कांग्रेस कमेटी के पदाधिकारियों ने सम्मान किया.
पीसीसी के निवर्तमान उपाध्यक्ष मुमताज मसीह, अश्क अली टांक, सत्येंद्र भारद्वाज समेत पार्टी पदाधिकारी और कार्यकर्ता स्वतंत्रता सेनानी रामेश्वर चौधरी के घर पहुंचे और उनका सम्मान किया. प्रदेश में 7 स्वतंत्रता सेनानी है, जिनमें से चार जयपुर में मौजूद हैं.
पढ़ेंः 11 अगस्त को होगी भाजपा विधायक दल की बैठक, होटल क्राउन प्लाजा में रहेगी 14 तक बाड़ाबंदी
रामेश्वर चौधरी के अलावा कांग्रेस पदाधिकारियों ने रामू जी सैनी, सुंदर देवी आजाद और राजेंद्र नाथ भार्गव का भी सम्मान किया. वहीं कोटा में कमला स्वाधीन, अजमेर में शोभाराम गहरवार और सीकर के रींगस में कालिदास स्वामी को भी सम्मानित किया गया.
इसके अलावा जिन जिलों में स्वतंत्रता सेनानी नहीं है. वहां वयोवृद्ध कांग्रेस नेताओं का सम्मान किया गया. हर वर्ष पीसीसी मुख्यालय पर सम्मान समारोह कार्यक्रम आयोजित किया जाता था, लेकिन कोरोना संक्रमण के चलते हैं इस बार स्वतंत्रता सेनानियों का सम्मान उनके घर पहुंच कर किया गया.