जयपुर. विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस पार्टी कार्यकर्ता और नेताओं का 3 दिवसीय प्रशिक्षण शिविर जयपुर के बाड़ा पदमपुरा में शुरू हुआ. सीएम अशोक गहलोत और पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा ने इसकी शुरुआत की. कांग्रेस की रीति नीति, स्वतंत्रता संघर्ष में योगदान, हिंदू व हिंदुत्व में भेद और राष्ट्रवाद सहित विभिन्न विषयों पर इस राज्य स्तरीय शिविर में प्रशिक्षण दिया जा रहा है.
शिविर के दूसरे दिन कल सोमवार को प्रदेश प्रभारी अजय माकन भी जयपुर आएंगे. वे शिविर को संबोधित कर सकते हैं. कार्यक्रम के लिए 350 कार्यकर्ताओं का पंजीकरण किया गया है. वहीं रविवार देर शाम शिविर में शामिल कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं ने सांस्कृतिक कार्यक्रमों के जरिये मनोरंजन किया. कुछ पदाधिकारियों ने इस अवसर पर गीत पेश किये तो कुछ ने शेरो शायरी सुनाई.
इससे पहले ट्रेनिंग एक्सपर्ट सचिन राव मृणाल पंत प्रशिक्षण दिया. पीसीसी प्रभारी अजय माकन (Ajay Maken in Congress training camp) सोमवार को शिविर में शामिल होकर संबोधित करेंगे. शिविर संयोजक और पीसीसी सचिव जसवंत गुर्जर ने बताया कि 28 दिसंबर तक चलने वाले ये प्रशिक्षण शिविर पूरी तरह आवासीय है. मतलब इसमें ट्रेनिंग लेने वाले नेता व कार्यकर्ताओं की खाने पीने की व्यवस्था से लेकर रहने तक की पूर्ण व्यवस्था है.
350 कार्यकर्ताओं को दिया जा रहा प्रशिक्षण
बताया जा रहा है कि शिविर में 350 कार्यकर्ता व नेताओं को प्रशिक्षण दिया जा रहा है. जिसमें मंत्री परिषद के सदस्य, विधायक, एआईसीसी के सदस्य, पीसीसी पदाधिकारी सहित कुछ जिला प्रमुख भी शामिल हैं. पहले दिन रविवार को गहलोत सरकार में मंत्री महेश जोशी,गोविंद राम मेघवाल और राजस्व मंत्री रामलाल जाट पूर्व मंत्री डॉक्टर जितेंद्र सिंह सहित कई नेता शामिल हुए. इस राज्य स्तरीय शिविर में पार्टी के राष्ट्रीय नेता भी विभिन्न सत्रों में पार्टी की अब तक के इतिहास और आगामी रणनीति के बारे में जानकारी देंगे.
जिम्मेदारी के लिए प्रशिक्षण शिविर में शामिल होना जरूरी
कांग्रेस पार्टी देश में 137 साल पुरानी राजनीतिक पार्टी है, लेकिन समय के साथ अब कार्यकर्ता और नेताओं को प्रशिक्षण के जरिए राजनीतिक स्तर पर और पारंगत किया जा रहा है. खास बात यह है की पार्टी आने वाले समय में सभी कांग्रेसियों के लिए प्रशिक्षण शिविर में शामिल होना अनिवार्य (Training of congress leaders) करने वाली है. मतलब हर कांग्रेसी को पार्टी में जिम्मेदारी सौंपने या चुनावी मैदान में उतारने से पहले यह देखा जाएगा कि उसने पार्टी के प्रशिक्षण शिविर में भाग लिया है या नहीं और यदि नहीं लिया होगा तो कम से कम 3 दिन के प्रशिक्षण में उसे शामिल होना होगा.
बताया जा रहा है कि आगामी दिनों में प्रदेश में संभाग स्तर, फिर जिला और ब्लॉक स्तर तक कांग्रेस के प्रशिक्षण शिविर आयोजित होंगे,जिसमें पार्टी कार्यकर्ताओं को पार्टी के इतिहास और भावी योजनाओं के बारे में जानकारी दी जाएगी.
राजनीति में पावर अपने लिए नहीं जनता के लिए होता है-डोटासरा
वहीं प्रशिक्षण शिविर के उद्घाटन सत्र को संबोधित करते हुए डोटासरा ने केंद्र की मोदी सरकार और भाजपा पर जमकर निशाना साधा. डोटासरा ने कहा कि आज कुछ ऐसे लोग सत्ता में आ गए जो धर्म के आधार पर राष्ट्र बनाने की बात करते हैं. संवैधानिक संस्थाओं को खत्म करने में जुटे हैं. लोकतंत्र की हत्या की साजिश कर रहे हैं. ऐसे में हम कांग्रेस कार्यकर्ताओं का धर्म बनता है कि ऐसी ताकतों का एकजुट होकर मुकाबला करें.
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डोटासरा ने कहा की राजस्थान में हमारी दोहरी भूमिका है. हमें यहां केंद्र की मोदी सरकार की विफलता जनता के बीच लेकर जाना है. साथ ही हमारी प्रदेश कांग्रेस सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं को भी जनता के बीच रखना है. डोटासरा ने कहा राजनीति में पावर आता है तो वह स्वयं के लिए नहीं होता बल्कि जनता की सेवा के लिए होता है. उनके अनुसार देश की युवा पीढ़ी को कांग्रेस के इतिहास की समुचित जानकारी नहीं है कि 70 साल तक कांग्रेस ने देश निर्माण के लिए क्या किया. ऐसे में इस प्रशिक्षण के जरिए तमाम जानकारियां लेकर केंद्र की मोदी सरकार से लोहा लेने का काम करना है. उन्होंने कहा जो कार्यकर्ता काम करता है उसका पार्टी में सम्मान होता है. उन्होंने बताया कि जनवरी माह में 3 दिन का कांग्रेस का अधिवेशन रखा जाएगा जिसमें कुछ प्रस्ताव पारित कर सरकार को भेजे जाएंगे.
डोटासरा ने साधा भाजपा और मोदी सरकार पर निशाना
वहीं प्रशिक्षण शिविर के उद्घाटन सत्र को संबोधित करते हुए प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने केंद्रीय मोदी सरकार और भाजपा पर जमकर निशाना साधा. डोटासरा ने कहा कि आज कुछ ऐसे लोग सत्ता में आ गए जो धर्म के आधार पर राष्ट्र बनाने की बात करते हैं. संविधानिक संस्थाओं को खत्म करने में जुटे हैं और लोकतंत्र की हत्या की साजिश कर रहे हैं. ऐसे में हम कांग्रेस कार्यकर्ताओं का धर्म बनता है कि ऐसी ताकतों को का एकजुट होकर मुकाबला करें.
डोटासरा ने कहा कि राजस्थान में हमारी दोहरी भूमिका है. हमें यहां केंद्र की मोदी सरकार की विफलता जनता के बीच लेकर जाना है. साथ ही हमारी प्रदेश कांग्रेस सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं को भी जनता के बीच रखना है. डोटासरा ने कहा पॉलिटिक्स में पावर आता है तो वह स्वयं के लिए नहीं होता बल्कि जनता की सेवा के लिए होता है. उनके अनुसार देश की युवा पीढ़ी को कांग्रेस के इतिहास की समुचित जानकारी नहीं है कि 70 साल तक कांग्रेस ने देश निर्माण के लिए क्या किया.
ऐसे में इस प्रशिक्षण के जरिए तमाम जानकारियां लेकर केंद्र की मोदी सरकार से लोहा लेने का काम करना है. उन्होंने कहा जो कार्यकर्ता काम करता है उसकी पार्टी और हर नेता में कदर और सम्मान होता है. गोविंद सिंह डोटासरा ने बताया कि जनवरी माह में 3 दिन का कांग्रेस का अधिवेशन रखा जाएगा जिसमें कुछ प्रस्ताव पारित कर सरकार को भेजे जाएंगे.