जयपुर. प्रदेश में कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा अपनी कार्यकारिणी के गठन के काम में जुट गए हैं. उधर दिल्ली में सोमवार को अजय माकन ने डोटासरा की प्रदेश कार्यकारिणी 31 दिसंबर तक बना दिए जाने की घोषणा की है. वहीं, राजस्थान कांग्रेस के अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने भी पार्टी के वरिष्ठ नेताओं से मुलाकात कर उनसे रायशुमारी करना शुरू कर दिया है. इसी कड़ी में गोविंद डोटासरा ने मोमवार को पूर्व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष रहे सचिन पायलट से मुलाकात की.
इस दौरान गोविंद डोटासरा ने कहा कि आज उनकी सचिन पायलट से प्रदेश के सभी राजनीतिक मुद्दों को लेकर चर्चा हुई है. डोटासरा ने कहा कि सचिन पायलट उनसे पहले प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष थे. ऐसे में उनसे वह राजनीतिक चर्चा करने गए थे. इसके साथ ही उन्होंने साफ कहा है कि वह न केवल सचिन पायलट बल्कि राजस्थान कांग्रेस के अध्यक्ष रहे बाकी नेताओं से भी मुलाकात कर रायशुमारी करेंगे.
डोटासरा ने कहा कि राजस्थान कांग्रेस और समर्थित सभी 123 विधायक एकजुट हैं. प्रधानमंत्री मोदी और अमित शाह धनबल के उपयोग की धमकी देकर उनकी सरकार को अस्थिर करने का प्रयास करें, लेकिन यह सरकार 7 करोड़ से ज्यादा जनता ने चुनी है, यह कंही जाने वाली नहीं है. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि भाजपा के नेता प्रतिपक्ष और प्रदेश अध्यक्ष और केंद्र में बैठे नेता बार-बार कहते हैं कि सरकार गिरेगी, कभी सरकार 6 महीने की बताते हैं तो कभी डेढ़ महीने की. इसलिए हमको कहना पड़ता है कि राजस्थान में भाजपा की ओर से सरकार गिराने के प्रयास हो रहे हैं.
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सचिन पायलट से मुलाकात को लेकर उन्होंने कहा कि वह मेरे से पहले प्रदेश अध्यक्ष भी रहे थे. उनकी स्वास्थ्य की जानकारी लेने के साथ ही पायलट से राजनीतिक चर्चा भी की है. इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि सचिन पायलट के बाद अब वह राजस्थान के पूर्व में अध्यक्ष रहे बाकी नेताओं से भी राय-सलाह करेंगे. उन्होंने कहा कि मंगलवार को वह पूर्व अध्यक्ष डॉ. चंद्रभान और बीडी कल्ला से चर्चा करेंगे और शाम को नारायण सिंह से मिलेंगे.
इसी तरीके से 13 तारीख को सीपी जोशी से मुलाकात करने का भी समय तय हुआ है. वहीं, वह जगन्नाथ पहाड़िया कमला बेनीवाल से भी मुलाकात करेंगे. उन्होंने कहा कि यह सब नेता हमारे मार्गदर्शक हैं. साथ ही कहा कि ये हमारे वह नेता हैं, जिन्होंने कांग्रेस पार्टी को सींचा है. उन सबसे राजनीतिक चर्चा भी करेंगे और प्रदेश कार्यकारिणी और जिला अध्यक्षों का गठन करना है, उसके बारे में भी चर्चा होगी.