जयपुर. राजस्थान में कांग्रेस पार्टी की ओर से 7 जुलाई से 17 जुलाई तक पेट्रोल-डीजल और घरेलू गैस की बढ़ी कीमतों के विरोध में धरना-प्रदर्शन किया जा रहा है. लेकिन, यह धरना-प्रदर्शन अब कहीं ना कहीं कोरोना की दूसरी लहर में अपनों को बड़ी संख्या में खो चुके जयपुर वासियों के लिए नए कोरोना स्प्रेडर के रूप में दिखाई दे रहा है.
कांग्रेस पार्टी के विरोध प्रदर्शन में जिस तरह से भीड़ जुटाई जा रही है और कोरोना गाइडलाइन का उल्लंघन किया जा रहा है, उससे लगता है कि अगर कोरोना की तीसरी लहर आई तो राजनीतिक पार्टियों का यह धरना-प्रदर्शन ही इसका प्रमुख कारण बनेगा.
जयपुर शहर में शनिवार को हवामहल विधानसभा में जोरावर सिंह गेट पर हुए कांग्रेस के प्रदर्शन का नजारा तो कम से कम इसी ओर इशारा कर रहा है. प्रदर्शन में जब पेट्रोल-डीजल के विरोध में कांग्रेस पार्टी के नेता और कार्यकर्ता ऊंट गाड़ी पर सवार होकर बड़ी तादाद में जयपुर के हवामहल विधानसभा में प्रदर्शन करते नजर आए तो ये कांग्रेस कार्यकर्ता कोरोना को भी सीधे बुलावा देते दिखाई दिए.
इसमें भी सबसे बड़ी बात यह है कि खुद जिम्मेदार भी इस तरह सोशल डिस्टेंसिंग के हो रहे उल्लंघन को रोकने की जगह बढ़ावा देते दिखाई दिए. राजस्थान विधानसभा के मुख्य सचेतक महेश जोशी भी इस दौरान धरने में पहुंचे तो जिस तरीके से उन्हें भीड़ ने घेर लिया उससे लग रहा था कि राजस्थान में कभी कोरोना था ही नहीं. इस दौरान ज्यादातर लोगों ने न तो मास्क लगाया और सोशल डिस्टेंसिंग तो इस प्रदर्शन में केवल एक शब्द बन कर रह गया.