जयपुर. राजस्थान में दशकों से जयपुर के जिस इंदिरा गांधी भवन में कांग्रेस का कार्यालय चल रहा है, अब उस कार्यालय को दूसरी जगह शिफ्ट करने की तैयारी चल रही है. इसके पीछे कार्यालय में जगह का कम पड़ना और पार्किंग की समस्या सबसे बड़ा कारण बताया जा रहा है.
दरअसल संसार चंद्र रोड पर स्थित कांग्रेस कार्यालय पर जब भी कांग्रेस पार्टी का कोई बड़ा कार्यक्रम होता है तो पूरे इलाके में ट्रैफिक जाम की स्थिति बन जाती है और पार्किंग की दिक्कत होती है. ऐसे में अब राजस्थान कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष गोविंद डोटासरा के प्रस्ताव के बाद प्रदेश कांग्रेस कार्यालय को दूसरी जगह शिफ्ट करने के प्रस्ताव पर तेजी से काम हो रहा है. यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल इसके लिए राजधानी जयपुर में गांधीनगर, हॉस्पिटल रोड और झालाना में कई जगह देख भी चुके हैं और जल्द ही प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष को वह जगह दिखा कर फाइनल भी कर ली जाएगी.
सभी राष्ट्रीय पार्टियों को मिलेगी जमीन
राष्ट्रीय पार्टियों को पार्टी ऑफिस के लिए जमीन आवंटन की नीति में बदलाव किया जाएगा. सभी राष्ट्रीय पार्टियों को कार्यालय बनाने के लिए सरकार से जमीन मिलेगी. राजस्थान में कांग्रेस पार्टी अपना दफ्तर तो बदलने जा रही है और इसके लिए जमीन भी सरकार की ओर से जल्द ही जमीन भी आवंटित की जाएगी. लेकिन यह आवंटन होने से पहले राजनीतिक पार्टियों को किए जाने वाले जमीन आवंटन की नीतियों में बदलाव के बाद होगा. इसके बाद ना केवल कांग्रेस बल्कि कोई भी राष्ट्रीय पार्टी राजस्थान में सरकार से जमीन आवंटन करवा सकेगी. नई नीति पर भी विचार चल रहा है.
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जहां कांग्रेस कार्यालय नहीं, उन सभी जिला कांग्रेस को मिलेगी जमीन
कांग्रेस पार्टी का विचार है कि राजस्थान के कांग्रेस भवन को कहीं दूसरी जगह जमीन आवंटन करवा शिफ्ट कर दिया जाए, तो वहीं प्रदेश में सभी 39 जिलों में जहां कांग्रेस कार्यालय नहीं है या किराए पर चल रहे हैं वहां भी नए भवन बनाए जाएं. तो वहीं प्रदेश के 400 ब्लॉक में भी ब्लॉक कांग्रेस ऑफिस बना लिए जाएं. हालांकि प्रदेश और जिला स्तर पर तो जमीन आवंटन सरकार की ओर से कर दिया जाएगा. लेकिन उन पर भवन बनाने के लिए खर्चा कांग्रेस पार्टी का कार्यकर्ता ही वहन करेगा. दरअसल यह भवन बनाने के लिए कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ताओं से चंदा इकट्ठा किया जाएगा और उसी चंदे से कांग्रेस पार्टी के यह भवन तैयार होंगे.
जयपुर के इंदिरा गांधी भवन का इतिहास
वर्तमान कांग्रेस भवन अपने आप में एक इतिहास है. शुरुआत में कांग्रेस इसी भवन से संचालित होती थी लेकिन उस समय यह भवन किराए पर लिया गया था. इसके बाद लक्ष्मी कुमारी चुंडावत के प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष रहते हुए इस भवन को कांग्रेस पार्टी ने खरीदा ,लेकिन इस भवन को खरीदने में नाथूराम मिर्धा का अहम योगदान था. ऐसे में जब कांग्रेस पार्टी का विभाजन हुआ और इंदिरा गांधी की समर्थक कांग्रेस आई अलग बन गई तो नाथूराम मिर्धा पुरानी कांग्रेस में रह गए और कांग्रेस आई का ऑफिस पहले बिचुन बाग में शिफ्ट हुआ. साल 1980 में जब राजस्थान में कांग्रेस की सरकार आई तो कांग्रेस पार्टी को जय सिंह मार्ग पर नया भवन अलॉट हो गया.
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यह वही भवन है जहां पर वर्तमान में यूथ कांग्रेस एनएसयूआई और सेवा दल के मुख्यालय बने हुए हैं. इसके बाद कांग्रेस के वर्तमान ऑफिस में बांदीकुई से विधायक रहे शैलेंद्र जोशी काबिज थे तो कांग्रेस पार्टी ने शैलेंद्र जोशी को टिकट इसी शर्त पर दिया कि पहले वह कांग्रेस का दफ्तर फिर से उन्हें दे दे. इस शर्त को शैलेंद्र जोशी ने मान लिया और इस और इस वर्तमान भवन को तत्कालीन प्रदेश अध्यक्ष अशोक गहलोत के समय फिर से जय सिंह मार्ग से संसार चंद्र रोड स्थित वर्तमान मुख्यालय में शिफ्ट कर दिया गया और साल 1992 से इसी मुख्यालय में कांग्रेस दफ्तर चल रहा है.
अब राजस्थान कांग्रेस के लिए नए भवन का प्रस्ताव तैयार हो रहा है तो ऐसे में इस ऐतिहासिक भवन का क्या होगा यह भी सोचने की बात होगी.