जयपुर. राजस्थान से कांग्रेस की ओर से राज्यसभा के लिए एआईसीसी के संगठन महामंत्री वेणु गोपाल और यूथ कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष रह चुके नीरज डांगी को प्रत्याशी बनाया गया है. वेणुगोपाल को लेकर तो नहीं लेकिन नीरज डांगी को लेकर कांग्रेस के ही विधायक सवाल खड़े करते नजर आ रहे हैं. वहीं, इसके पीछे कारण बना है नीरज डांगी का 3 विधानसभा चुनाव हारना.
राजस्थान के चाकसू से विधायक वेद सोलंकी ने कहा, कि जो भी अंदर एमएलए विधानसभा में उन्हें मिल रहे थे वहां माहौल इस नाम के सामने आने के बाद अच्छा नहीं था. सब लोग यह कह रहे थे कि जिसे 3-3 बार मौका मिल गया हो उसे फिर से मौका दे दिया गया है.
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सोलंकी ने कहा कि इससे दूसरे समाज के लोग भी नाराज थे और कार्यकर्ता भी इससे हताश होंगे. उन्होंने कहा कि कांग्रेस आलाकमान ने जो निर्णय लिया है वह ठीक है, लेकिन कार्यकर्ताओं में से किसी और को मौका दिया जाता तो इससे ज्यादा अच्छा मैसेज जाता.
साथ ही उन्होंने सरकार पर भी कटाक्ष करते हुए कहा कि एससी-एसटी के इतनी बड़ी तादाद में विधायक जीत कर आते हैं, इसके बावजूद भी सरकार एससी-एसटी का बैकलॉग खा गई. सरकार अगर एससी-एसटी की इतनी हितैषी है तो पहले यह बैकलॉग भरना चाहिए.