जयपुर. कांग्रेस विधायक प्रशांत बैरवा ने विधानसभा में मीडिया से रूबरू होते हुए अपने ट्वीट को लेकर गुरुवार को सफाई दी. उन्होंने कहा कि मेरे ट्वीट को गलत तरीके से लिया गया है. मैंने ज्योतिरादित्य सिंधिया के फैसले को लेकर सवाल उठाए हैं. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट के नेतृत्व में सभी विधायक एकजुट हैं, यहां भाजपा की दाल नहीं गलेगी.
निवाई से कांग्रेस विधायक प्रशांत बैरवा ने मीडिया से रूबरू होते हुए कहा कि मीडिया लोकतंत्र का चौथा स्तंभ है और मेरे ट्वीट को मीडिया ने तोड़ मरोड़ कर पेश किया. प्रशांत बैरवा ने कहा कि मैंने ज्योतिरादित्य सिंधिया को संबोधित करते हुए लिखा है कि मैं आपके इस निर्णय में भागीदार नहीं हूं. मैं आपके इस फैसले का सम्मान नहीं करता. आपने पार्टी की सेवा की, इसके लिए आपका बहुत-बहुत धन्यवाद.
प्रशांत बैरवा ने कहा कि मेरा निर्णय सच्चाई के आधार पर है, हमारी पार्टी को इससे कोई नुकसान नहीं है. चुनाव में कई युवा विधायक चुनकर आए हैं और हमारी लंबी पारी होगी. चूरू से भाजपा विधायक के लिए प्रशांत बैरवा ने कहा कि मैं कांग्रेस का सच्चा सिपाही हूं और मुझे पता है कि मुझे क्या करना है. आपको मुझे ज्ञान देने की जरूरत नहीं है.
जब प्रशांत बैरवा से पूछा गया कि भाजपा का कहना है कि मध्य प्रदेश के बाद राजस्थान की बारी है. इस सवाल का जवाब देते हुए प्रशांत बैरवा ने कहा कि आप इतिहास देख लीजिए. भाजपा हमेशा से यही करती आई है कि वो लोभ और पैसा देकर पावर में आने की कोशिश करती है. पूरा देश देख रहा है कि किस लेवल तक ये लोग झुक चुके हैं. ये लोग लोग सुबह 4 बजे सरकार बना देते हैं. भाजपा ने जिस तरह से संविधान का दुरुपयोग किया है, वो निंदनीय है.
मुद्दों से भटकाने की कोशिश की जा रही है. प्रशांत बैरवा ने राजस्थान में हॉर्स ट्रेडिंग के बात को सिरे से खारिज करते हुए कहा कि राजस्थान में दूर-दूर तक भाजपा का यहां कोई लेना-देना नहीं है. यहां उनकी दाल नहीं गलेगी. मुख्यमंत्री सचिन पायलट और उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट के नेतृत्व में विधायक एकजुट है और अच्छा काम कर रहे हैं.
बता दें कि ऐसी चर्चाएं थी कि प्रशांत बैरवा ने ट्वीट के जरिए ज्योतिरादित्य सिंधिया के भाजपा में शामिल होने का समर्थन किया है. लेकिन, प्रशांत बैरवा ने मीडिया के जरिए अपना पक्ष रखा.