जयपुर. सतीश पूनिया ने राहुल गांधी को हिंदू, हिंदुत्व और राष्ट्रवाद के खिलाफ बताया तो वहीं राठौड़ ने कहा कि राहुल ने अपने अल्प बुद्धि से हिंदुत्व की गलत व्याख्या पर सुप्रीम कोर्ट के पूर्व में आए फैसले को भी गलत करार दे डाला. भाजपा ने कांग्रेस की इस रैली को पूरी तरह (BJP Called Flop Rally) फ्लॉप शो करार दिया.
अजीबोगरीब व्याख्या कर गए राहुल गांधी, हिंदुत्ववादी होना गर्व की बात : भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ने एक बयान जारी कर कहा कि कांग्रेस की इस रैली में राजस्थान के किसानों, बेरोजगारों को कुछ नहीं मिला. पूनिया ने कहा कि राहुल गांधी ने हिंदुत्व की अजीबोगरीब व्याख्या कर दी, जबकि हिंदू और हिंदुत्ववादी होना तो गर्व की बात है. पूनिया ने आरोप लगाया कि राहुल गांधी और कांग्रेस हिंदू, हिंदुत्व और राष्ट्रवाद के खिलाफ हैं, क्योंकि महाराणा प्रताप और शिवाजी भी हिंदूवादी थे.
ये बोले राजेंद्र राठौड़ : रविवार को प्रदेश भाजपा मुख्यालय में पत्रकारों से रू-ब-रू हुए राजेंद्र राठौड़ ने कहा कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी को मंच पर छाती ठोक कर बार-बार कहना पड़ रहा है कि मैं हिंदू हूं, लेकिन उन्हें यह शक क्यों हो रहा है. राठौड़ ने कहा कि भले ही उनकी माता और वे दूसरे धर्म के हो सकते हैं, लेकिन उन्हें अपने आप पर शक क्यों हो रहा है.
राठौड़ ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने 2005 में देवसर मंदिर मामले में एक फैसले में हिंदुओं को लेकर कहा था कि हिंदुत्व एक जीवन शैली है. राठौड़ ने कहा कि किसी भी फैसले में सुप्रीम कोर्ट ने हिंदुत्व के आतंकवादी या कट्टरपंथी संस्कृत के रूप में भी हिंदुत्व को दूर रखा, लेकिन राहुल गांधी ने जिस प्रकार अलसी बुद्धि से हिंदुत्व की व्याख्या की है वो गलत है और सब लोगों का अपमान है जो खुद को हिंदू मानते हैं.
मुख्यमंत्री केंद्र से कोरोना वैक्सीन बूस्टर डोज मांगते हैं और फिर रैली करते हैं : राठौड़ ने कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत 1 दिसंबर को केंद्र सरकार से कोरोना की तीसरी लहर की संभावना जताते हुए बूस्टर डोज की व्यवस्था करने की बात कहते हैं और कोरोना के नए वेरिएंट पर चिंता भी ज्यादा ते हैं. लेकिन उसके कुछ ही दिन बाद जयपुर में इस प्रकार की बड़ी राजनीतिक रैली का आयोजन भी करते हैं. राठौड़ ने कहा कि रैली में सरकार ने सत्ता का पूरा दुरुपयोग किया और मनरेगा व आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को तक इस में लाया गया.
24 हजार कुर्सी और दावा 2 लाख का : राजेंद्र राठौड़ ने कहा कि कांग्रेस ने इस रैली में 2 लाख लोगों के जुटने का दावा किया, लेकिन विद्याधर नगर स्टेडियम में कुर्सियां लगाई महज 24 हजार. राठौड़ के अनुसार गहलोत सरकार ने सरकारी मशीनरी का दुरुपयोग कर जबरन वाहनों का अधिग्रहण किया और मनरेगा व आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को तक भीड़ में जुटाया गया, लेकिन फिर भी पूरी रैली फ्लॉप शो ही साबित हुई. राठौड़ के अनुसार गोविंद डोटासरा ने कोरोना वैक्सीन के दोनों डोज का सर्टिफिकेट देखकर ही रैली में प्रवेश की बात कही थी, लेकिन ऐसा कुछ नहीं हुआ.
पंजाब की तर्ज पर राजस्थान भी दे मृतक किसानों के परिजनों को मदद : मीडिया से रू-ब-रू हुए राजेंद्र राठौड़ ने कहा कि राहुल गांधी मंच से पंजाब कांग्रेस सरकार की तारीफ कर रहे थे, लेकिन राजस्थान में भी गहलोत सरकार को उनके 3 साल के कार्यकाल में कर्ज माफी नहीं होने के कारण आत्महत्या करने वाले किसानों के परिजनों को 5 लाख रुपये की. आर्थिक मदद और एक व्यक्ति को सरकारी नौकरी देना चाहिए. राठौड़ ने कहा कि अशोक गहलोत सरकार राजस्थान में ही पेट्रोल पर 16 प्रतिशत और डीजल पर 26 प्रतिशत वैट करे.
अडानी-अंबानी से गहलोत सरकार ने क्यों किया MOU : अडानी और अंबानी को लेकर दिए राहुल गांधी के बयान पर भी राजेंद्र राठौड़ ने पलटवार किया. राठौड़ ने कहा कि गहलोत सरकार ने 1 सप्ताह पहले मुंबई में अडानी ग्रुप से सोलर पार्क के लिए 20 हजार करोड़ का एमओयू किया है. राठौड़ के अनुसार पिछले 3 साल में अडानी ग्रुप से 40 हजार करोड़ के एलओपी राजस्थान सरकार ने किए हैं. राजेंद्र राठौड़ ने कहा कि राहुल गांधी मोदी सरकार पर तो अडानी और अंबानी को बेजा लाभ पहुंचाने का अनर्गल आरोप लगाते हैं, लेकिन खुद राजस्थान सरकार फिर क्यों इन कंपनियों से एमओयू करती है.