जयपुर. राजस्थान में 4 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव होने हैं. इन उपचुनाव की भले ही अब तक तारीखों के एलान ना हुए हों, लेकिन सत्ताधारी पार्टी कांग्रेस चुनाव की तैयारियों में पूरी तरीके से जुट चुकी है. वैसे भी 4 सीटों में से 3 सीटों पर कांग्रेस के विधायक थे. ऐसे में अपनी सीटों को फिर से जीतना कांग्रेस के लिए प्रतिष्ठा का प्रश्न बना हुआ है. जहां एक ओर अब किसान सम्मेलन के माध्यम से उपचुनाव का प्रचार 27 फरवरी को बड़े नेताओं की ओर से शुरू हो जाएगा तो वहीं दूसरी ओर सोशल मीडिया में प्रचार के माध्यम से कांग्रेस पार्टी कहीं पिछड़ ना जाए, इसके लिए भी कांग्रेस अपना विशेष फोकस सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर कर रही है.
यही कारण था कि आज मंगलवार को प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय पर सोशल मीडिया टीम के साथ कांग्रेस पदाधिकारियों ने बैठक की. इस बैठक के लिए प्रदेश के सभी जिलों से आईटी सेल के कार्यकर्ताओं को जयपुर बुलाया गया, जिसमें मुख्यालय प्रभारी ललित तुनवाल और प्रदेश सचिव जसवंत गुर्जर ने आईटी सेल के कार्यकर्ताओं के साथ चर्चा की. आईटी सेल के जरिए सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर प्रचार का मन बना चुकी कांग्रेस चारों सीटों सहाड़ा, राजसमंद, सुजानगढ़ और वल्लभनगर क्षेत्रों का डाटा एकत्रित करने में जुट गई है.
जिसके तहत मतदाताओं का आंकड़ा और उन क्षेत्रों में सोशल मीडिया का इस्तेमाल करने वाले लोगों का डाटा इकट्ठा किया जाएगा. उन लोगों को कांग्रेस आईटी सेल की ओर से संपर्क कर कांग्रेस की विचारधारा, कांग्रेस को वोट देने और गहलोत सरकार की ओर से किए गए कामों और जन कल्याणकारी योजनाओं, उपलब्धियों की जानकारी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म फेसबुक, व्हाट्सएप, इंस्टाग्राम और ट्विटर के जरिए भेजी जाएगी.
पढ़ें : मरू महोत्सव से दौरे का आगाज करेंगे माकन, किसान सम्मेलनों के जरिए फूंकेंगे उपचुनाव का बिगुल
अभी चर्चा यह भी है कि सोशल मीडिया के जरिए कांग्रेस के पक्ष में मतदान के लिए वॉइस मैसेज भी भेजे जाएंगे. सोशल मीडिया पर किए जाने वाले प्रचार-प्रसार की निगरानी खुद प्रदेश कांग्रेस के कई बड़े नेता करते हुए नजर आएंगे. हालांकि, अभी यह कहा जा रहा है कि उपचुनाव में राजस्थान आईटी सेल के साथ ही कांग्रेस की केंद्रीय आईटी सेल के एक्सपर्ट भी मदद करेंगे